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ट्रेडिंग के अवसर

ट्रेडिंग के अवसर
अमेरिका, ब्रिटेन की तर्ज पर छोटे निवेशकों का निवेश के प्रति आकर्षण बढ़ाने के लिए भारत में फ्रैक्शनल शेयर ट्रेडिंग यानी आंशिक शेयर ट्रेडिंग को लागू करने की पेशकश की जा रही है।

दिवाली पर शेयर बाजार में ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ क्‍या है?

दिवाली पर शेयर बाजार में ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ क्‍या है?

देश में दिवाली के दिन आम तौर पर बैंक और ज्‍यादातर कारोबारी संस्‍थान बंद रहते हैं. लेकिन शेयर बाजार दिवाली की शाम को ‘मुहूर्त ट्रेडिंग’ के लिए खुलता है. ऐसे में ये जानना दिलचस्‍प है कि मुहूर्त ट्रेडिंग आखिर है क्‍या?

इस ट्रेडिंग के साथ मुहूर्त शब्‍द जुड़ा हुआ है. जाहिर है कि ये दीपावली के शुभ अवसर पर होने वाली ट्रेडिंग से जुड़ा है. इसे हम आगे थोड़ा और विस्‍तार से समझते हैं.

दीपावली का कारोबार से क्‍या संबंध?

दिवाली पर धन की देवी लक्ष्‍मी की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि जिस पर लक्ष्‍मी की कृपा होती है, उसे कभी धन-धान्‍य ट्रेडिंग के अवसर की कमी नहीं होती है.

वैसे तो फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक अप्रैल की पहली तारीख से होती है. लेकिन देश के कुछ भागों में परंपरागत तौर पर दीपावली से ही नए कारोबारी साल की शुरुआत होती ट्रेडिंग के अवसर है. इस मौके पर नए कारोबारी खाते की शुरुआत करने का चलन है. जाहिर है, इस मौके पर कारोबार करना शुभ माना जाता है.

शेयर बाजार 'मुहूर्त' से कैसे जुड़ा?

देश में जो लोग संवत की शुरुआत दिवाली से मानते हैं और नए कारोबारी साल की शुरुआत दिवाली से करते हैं, उनमें गुजराती और मारवाड़ियों की तादाद ज्‍यादा है. व्‍यापार-कारोबार में गुजराती और मारवाड़ी हमेशा से ही आगे रहे हैं. यहां तक कि स्‍टॉक ब्रोकिंग सेक्‍टर में भी हमेशा से इन दोनों समुदायों की अच्‍छी-खासी मौजूदगी रही है.

ऐसे माना जाता है कि इस शुभ मुहूर्त पर कारोबार करने से बरकत होती है. 'शगुन' के तौर पर खरीद की परंपरा आज भी चलन में है.

'मुहूर्त' पर शेयर बाजार में क्‍या होता है?

आम तौर पर दिवाली की शाम शेयर बाजार 1 से डेढ़ घंटे के लिए खास तौर पर खोला जाता है, जिसमें 1 घंटे तक खरीद-बिक्री होती है. ब्रोकरों के लिए ये वक्‍त लक्ष्‍मी पूजा के साथ-साथ ट्रेडिंग करने का होता है. आम तौर पर इस मौके पर खरीद ज्‍यादा शुभ माना जाता है, लेकिन बाजार का मूड हमेशा एक जैसा नहीं रहता.

कल बंद रहेगा शेयर बाजार, फिर भी 1 घंटे होगी ट्रेडिंग

कल 24 अक्टूबर ट्रेडिंग के अवसर को दिवाली के अवसर पर शेयर बाजार (Stock Market) में छुट्टी (Diwali Holiday) रहेगी। मगर निवेशकों को छुट्टी के दिन भी एक घंटे के लिए ट्रेडिंग करने का अवसर प्राप्त होगा। जी हां, शेयर बाजार में दिवाली के अवसर पर मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) की परंपरा है, जिसके तहत घंटे भर के लिए बाजार को ओपन किया जाता है। ये एक परंपरा के रूप में लंबे वक़्त से ट्रेडिंग के अवसर ट्रेडिंग के अवसर जारी है।

दिवाली का त्यौहार हिंदू नव वर्ष कैलेंडर के आरम्भ का प्रतीक है। पूरे भारत में इस उत्सव को धन, समृद्धि एवं सौभाग्य के स्वागत के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है। ऐसे में शेयर बाजार निवेशक (Share Bazar Investors) भी इस दिन को निवेश का आरम्भ करने के लिए बहुत खास मानते हैं तथा एक घंटे की मुहूर्त ट्रेडिंग (Muhurat Trading) में जमकर दांव लगाते हैं। इन्वेस्टर्स का मानना है कि इस दिन निवेश करके पूरी साल फायदा होता ट्रेडिंग के अवसर है। इसी धारणा के चलते वर्षों से शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग की परंपरा चल रही है।

ट्रेडिंग के अवसर

धन महोत्सव

  • Post author: धन महोत्सव
  • Post category: स्टॉक मार्केट
  • Reading time: 2 mins read

क्या आप एक छोटे निवेशक हैं और महंगे और अच्छे शेयरों में निवेश करना चाहते हैं, तो आपको जल्द ही फ्रैक्शनल शेयर ट्रेडिंग (Fractional Share Trading) के जरिए महंगे शेयरों का एक छोटा सा हिस्सा खरीदने का मौका मिलेगा।

हाल ही में कंपनी लॉ कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में देश में फ्रैक्शनल शेयरों को अनुमति देने की सिफारिश की है ताकि देश के छोटे निवेशकों ट्रेडिंग के अवसर को महंगे शेयरों के एक छोटे से हिस्से में जल्द ही निवेश करने का मौका मिल सके।

फ्रैक्शनल शेयर ट्रेडिंग क्या है (Fractional Share Trading kya hai)

जो निवेशक किसी अच्छे महंगे शेयर को नहीं खरीद पाते हैं उनके लिए स्टॉक मार्केट में निवेशकों की इन्वेस्टमेंट कैपेसिटी के अनुसार किसी महंगे शेयर के एक हिस्से को खरीदने का अवसर देना फ्रैक्शनल शेयर ट्रेडिंग कहलाता है।

अन्य शब्दों में, देश के छोटे निवेशकों द्वारा अपनी निवेश क्षमता के अनुसार बड़े स्टॉक का एक छोटा सा हिस्सा खरीदना फ्रैक्शनल शेयर ट्रेडिंग (आंशिक शेयर ट्रेडिंग) कहलाता है।

फ्रैक्शनल ट्रेडिंग में किसी कंपनी के 1 शेयर को कई भागों में बांटा जाता है और यह शेयर बाजार में निवेशकों के लिए खरीदने और बेचने के लिए उपलब्ध होते है, ट्रेडिंग के अवसर इसलिए आप अपनी सुविधा के अनुसार ₹100 का निवेश करके किसी अच्छे स्टॉक का एक हिस्सा भी खरीद सकते हैं।

भारत में शेयरों में निवेश करने की न्यूनतम इकाई एक शेयर होती है, यानी आपको किसी कंपनी का कम से कम 1 शेयर (Stock) खरीदना होता है, इसलिए कई निवेशक बहुत महंगे शेयर नहीं खरीद पाते हैं। आप जीरो कूपन जीरो प्रिंसिपल बॉन्ड के बारे में भी जानकारी प्राप्त कर सकते है।

फ्रैक्शनल शेयर ट्रेडिंग से निवेशकों को लाभ व फायदे

  • छोटे निवेशकों का स्टॉक मार्केट के प्रति आकर्षण बढ़ेगा।
  • छोटे निवेशक अपनी निवेश क्षमता के अनुसार बड़े और महंगे स्टॉक्स को खरीदने में सक्षम होगे।
  • अगर आपके पास फ्रैक्शनल शेयर्स हैं तो आपकी लाभ-हानी उसी अनुपात में होगा।
  • अगर कोई कंपनी डिविडेंड की घोषणा करती है तो फ्रैक्शनल शेयरहोल्डर्स को भी इसका फायदा मिलेगा।
  • एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) को भी फ्रैक्शनल शेयर्स के रूप में खरीदा-बेचा जा सकता है।
  • स्टॉक ट्रेडिंग के अवसर मार्केट में इन्वेस्टमेंट बढ़ने के कारण अर्थव्यवस्था मजबूत बनेगी।
  • आपको अपने निवेश पर ज्यादा रिटर्न मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
  • अच्छे स्टॉक में निवेश होने के कारण आपका पैसा सुरक्षित होता है।
  • निवेश की संभावना के कारण कई सारे रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

मुहूर्त ट्रेडिंग में अपनी निवेश यात्रा कैसे शुरू करें?

आरंभ करने में आपकी सहायता करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

चरण 1: एक डीमैट खाता खोलें। यह आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से संग्रहीत करता है।

चरण 2: अपने बैंक खाते से अपने डीमैट खाते में धनराशि जोड़ें।

चरण 3: जिन शेयरों में आप निवेश करना चाहते हैं, उन पर थोड़ा शोध करें। इसमें स्टॉक की अतीत की कीमतों को देखना, कंपनी के वित्तीय विवरणों का विश्लेषण करना, तुलना करना और बहुत कुछ शामिल होता है। इस तक आसान पहुंच के लिए, आप टिकरटेप पर जा सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आप मजबूत फंडामेंटल वाले शेयरों को चुनें ताकि वे लंबे समय में बाजार में गिरावट का सामना कर सकें और अच्छा रिटर्न दे सकें।

चरण 4: अपने शोध के बाद, आप शेयरों में निवेश शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले कुछ् ध्यान रखने योग्य बातें

ट्रेडिंग से पहले कुछ पहलुओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए, जो इस प्रकार हैं:

  • सभी खुली पोजीशनें सेशन के अंत में सेटलमेंट ऑब्लिगेशन (Settlement Obligations) के रूप में होंगी।
  • मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र के लिए, बाजार केवल एक घंटे के लिए खुला रहेगा।
  • इस सेशन के दौरान बाजार अस्थिर हो सकता है इसिलिये बाजार पर नजर रखें ताकि आप समझदारी से निर्णय ले सकें।
  • लंबी अवधि के लिए किसी शेयर में निवेश करने से पहले सुनिश्चित करें कि आप कंपनी के ट्रेडिंग के अवसर मूल सिद्धांतों पर बरकरार हैं। पिछले मुहूर्त ट्रेडिंग सेशनों में यह देखा गया है कि सेशन के दौरान उत्साह के कारण अफवाहें तेजी से फैलती हैं।
  • यदि आप बाजार में उतार-चढ़ाव को भुनाने की योजना बना रहे हैं, तो ऐसे शेयरों का चयन करना सुनिश्चित करें, जिनमें ट्रेडिंग वॉल्यूम अच्छा हो।

Diwali muhurat trading session : लक्ष्मी पूजन के बाद शाम 6.15 बजे खुलेंगे शेयर बाजार

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कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज (एनएसई) के मुताबिक, मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सामान्य मार्केट ट्रेडिंग के लिए शाम 6.15 से 7.15 बजे तक खुला रहेगा। इस दौरान शेयर, करेंसी, कमोडिटी और सिक्योरिटी लेंडिंग एंड बारोइंग स्कीम (एसएलबीएस) की खरीद-फरोख्त होगी।

क्लोजिंग सेशन ट्रेडिंग के अवसर 7.25 से 7.35 तक

एनएसई के मुताबिक, मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान सामान्य बाजार की ट्रेडिंग से पहले शाम 5.45 से 6 बजे तक ब्लाॅक डील सेशन होगा। इसके बाद प्री ओपन मार्केट सेशन शाम 6 से 6.8 बजे तक होगा। सामान्य मार्केट सेशन शाम 6.15 से 7.15 बजे तक होगा। इसके बाद क्लोजिंग सेशन का समय शाम 7.25 से 7.35 तक होगा।

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