प्लेटफॉर्म की विशेषताएं

युवाओं की मदद के लिए लॉन्च हुआ ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म 'उन्नति', ट्रेनिंग के साथ प्लेटफॉर्म की विशेषताएं दिलाएगा नौकरी
यह सेशन खत्म होने के बाद उसकी रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराता है, ताकि कोई भी ट्रेनी जो लाइव क्लास से चूक गया हो इसे फिर से देख सके. ई-लर्निंग कोर्स के सफलतापूर्वक पूरा होने पर एक सर्टिफिकेट दिया जाता है
ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म 'उन्नति'
तनसीम हैदर
- नई दिल्ली ,
- 12 दिसंबर 2021,
- (Updated 12 दिसंबर 2021, 11:02 PM IST)
'उन्नति' योजना को पीपीपी मॉडल के तहत बढ़ाया जाएगा.
युवाओं की मदद के लिए ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म 'उन्नति'.
दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने आज अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) में एक ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म 'उन्नति' का शुभारंभ किया. इसमें युवाओं की मदद के लिए फ्लैगशिप योजना के तहत पहल का अनावरण किया गया. ये पहल खासतौर पर समाज के कमजोर वर्गों और उन लोगों के लिए है जिन्हें किसी कारण से स्कूल छोड़ना पड़ा. जिसकी वजह से वो सीखने की प्रक्रिया से वंचित हो जाते हैं. 'उन्नति' प्लेटफॉर्म के जरिए ऐसे लोग शिक्षा, कौशल प्राप्त करते हैं और सुरक्षित भविष्य के अपने सपनों को साकार कर सकते हैं.
इस ई-लर्निंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से इन युवाओं को नामांकन करने और अपनी पसंद के कार्यक्रम को चुनने के लिए प्रेरित प्लेटफॉर्म की विशेषताएं किया जाता है. 'उन्नति' पोर्टल को बहुत ही सरल तरीके से डिजाइन किया गया है. कोई भी कहीं से भी लैपटॉप, डेस्कटॉप, टैबलेट या सिर्फ एक मोबाइल फोन के जरिए यहां सीख सकता है. यह ट्रेनिंग के साथ-साथ प्लेसमेंट भी देता है. इस मंच की खासियत में काउंसलिंग, ट्रेनिंग और प्लेसमेंट शामिल हैं. यह एक प्रभावी ओपन लर्निंग सिस्टम है और लाइव ऑनलाइन कक्षाएं इस कार्यक्रम की विशेषता है.
सेशन की रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध
यह सेशन खत्म होने के बाद उसकी रिकॉर्डिंग भी उपलब्ध कराता है, ताकि कोई भी ट्रेनी जो लाइव क्लास से चूक गया हो इसे फिर से देख सके. ई-लर्निंग कोर्स के सफलतापूर्वक पूरा होने पर एक सर्टिफिकेट दिया जाता है जो ट्रेनी को प्लेसमेंट दिलाने में मदद करता है. प्रस्तावित पाठ्यक्रमों में बुनियादी कंप्यूटर पाठ्यक्रम, टाइपिंग प्रशिक्षण, प्रतियोगी परीक्षाओं और खेल पाठ्यक्रमों के लिए प्रारंभिक पाठ्यक्रम आदि शामिल प्लेटफॉर्म की विशेषताएं हैं. 'उन्नति' प्लेसमेंट सेल भी स्थापित किया गया है जो इन प्रशिक्षित युवाओं को प्लेसमेंट दिलाने में मदद करेगा.
इस अवसर पर बोलते हुए, मुख्य अतिथि राकेश अस्थाना ने समाज के साथ जुड़ाव को मजबूत करने के लिए एक प्रभावी पहल के रूप में उन्नति की सराहना की. उन्होंने युवा ट्रेनीज को सम्मानित किया और कहा कि जिन्हें नौकरी मिली है और वे अपने परिवार की आजीविका का समर्थन कर रहे हैं. राकेश अस्थाना ने कहा कि उन्होंने आज सम्मानित किए गए युवा प्रशिक्षुओं के प्रोफाइल को देखा है और उनके खिलाफ आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए उनके समर्पण से वह बहुत प्रभावित हुए हैं.
'उन्नति' योजना को पीपीपी मॉडल के तहत बढ़ाया जाएगा
पुलिस आयुक्त ने कहा कि हालांकि पुलिस का काम अपराध को रोकना और सुलझाना है, लेकिन किसी भी समय एक पुलिसकर्मी आम जनता की खासतौर से समाज के कमजोर वर्गों की निस्वार्थ सेवा भी कर रहा है. राकेश अस्थाना ने कहा कि 'उन्नति' योजना को पीपीपी मॉडल के तहत दिल्ली के अन्य जिलों में और युवा हितधारकों की मदद से आगे बढ़ाया जाएगा.
अशोक लेलैंड ने लांच किये पार्टनर सुपर सीरीज के 3 नये मॉडल
अशोक लेलैंड लांच पार्टनर सुपर ट्रक 9 टन से 11 टन ट्रक
भारत की प्रमुख वाणिज्यिक वाहन निर्माता अशोक लेलैंड (Ashok leyland) ने हाल ही अपने नये आईसीवी सेगमेंट के प्लेटफॉर्म पार्टनर सुपर की लांचिंग की है। इस लेटेस्ट प्लेटफॉर्म के अंतर्गत 9.15, 10.25 और 11.28 टन जीवीडब्ल्यू के अशोक लेलैंड लांच पार्टनर सुपर 914, अशोक लेलैंड लांच पार्टनर सुपर 1014 और अशोक लेलैंड लांच पार्टनर सुपर 1114 मॉडल शामिल हैं। इनमें ड्राइवर की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखते हुए कंपनी ने आधुनिक टेक्नॉलॉजी के साथ टिल्टेबल डे केबिन को बेहतर तरीके से डिजायन किया है। वहीं इन नये ट्रक मॉडल्स में सर्वश्रेष्ठ इन क्लास पेलोड केपेसिटी दी गई है। ये नये पार्टनर सुपर ई- कॉमर्स, ब्रेवरेज, एमएफसीजी, व्हाइट गुड्स, फ्रूट्स और पार्सल आदि की लोडिंग के लिए खास उपयोगी साबित होंगे। ट्रक जंक्शन की इस पोस्ट में आपको अशोक लेलैंड के पार्टनर सुपर मॉडलों की पूरी जानकारी दी जा रही है। इसे अवश्य प्लेटफॉर्म की विशेषताएं पढ़े और शेयर करें।
पार्टनर सुपर है सबसे अलग
अशोक लेलैंड कंपनी की इंटरमीडिएट कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट के तहत लांच किए गए पार्टनर सुपर प्लेटफॉर्म के वाणिज्यिक वाहन सबसे अलग हैं। इनकी मुख्य खासियत है कि ये हाईस्पीड के साथ एकदम फुर्तीले होने के कारण संकरी एवं भीडभाड़ वाली सडक़ों पर अपनी गतिशीलता बनाए रखते हैं। इससे ग्राहकों के बीच इनकी विश्वसनीयता और अधिक मजबूत होगी। वहीं शानदार माइलेज के कारण वाहन मालिकों को कुल लागत में बचत होगी। इस संबंध में अशोक लेलैंड के वाणिज्यिक वाहन मार्केट प्रमुख संजीव कुमार ने कहा है कि अशोक लेलैंड के पास ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने वाले सर्वश्रेष्ठ इन क्लास उत्पादों की एक विरासत है। नये पार्टनर सुपर मॉडल्स से कंपनी का पोर्टफोलियो मजबूत होगा। वहीं अलग-अलग उत्पादों की पेशकश करके कंपनी विश्व की टॉप 10 सीवी निर्माताओं में शामिल होने की गति को आगे भी जारी रखेगी।
पार्टनर सुपर प्लेटफॉर्म की मुख्य विशेषताएं
अशोक लेलैंड के पार्टनर सुपर प्लेटफॉर्म की प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं-:
- पार्टनर सुपर प्लेटफॉर्म के ट्रक मॉडलों में लेटेस्ट टेक्नॉलॉजी के साथ डे केबिन पेश किया गया है जो टिल्टेबल है।
- आईसीवी सेगमेंट के अंतर्गत इन वाणिज्यिक वाहनों के इंजन में 104 केडब्ल्यू या 140 एचपी की पावर मिलती है।
- ये वाहन 14 फीट, 17 फीट, 20 फीट और 22 फीट लोडिंग स्पैन विकल्प में लांच किए गए हैं। इनकी माइलेज शानदार है।
- कंपनी ने पार्टनर सुपर प्लेटफॉर्म के सीवी मॉडल्स पर 4 लाख केएम की ड्राइवलाइन एवं 4 साल की वारंटी प्रदान की है।
इन वाहनों के खरीदने के पहले वर्ष नि:शुल्क आई अलर्ट सब्सक्रिप्शन दिया जाएगा।
अशोक लेलैंड की चालू वित्त वर्ष में बढ़ी बाजार हिस्सेदारी
कंपनी के अनुसार अशोक लेलैंड की पार्टनर सुपर प्लेटफॉर्म लांचिंग के बाद वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही में बाजार हिस्सेदारी गत वर्ष की 25 प्रतिशत तुलना में 5 प्रतिशत से बढ़ कर 30 प्रतिशत हो गई। कंपनी के एम एंड एचसीवी प्रमुख संजीव कुमार ने कहा है कि हमारे पास 9 से 16 टन जीवीडब्ल्यू वजन रेंज के आईसीवी ट्रक हैं। हाल ही लांच किए गए नये ट्रक भी पूरे भारत में उपलब्ध हैं। कंपनी आईसीवी सेगमेंट में लगातार आगे बढ़ रही है। वर्तमान में पूरे भारत में कंपनी के 760 डीलर हैं,जल्द ही इनकी संख्या 800 तक पहुंच जाएगी।
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प्लेटफॉर्म की विशेषताएं
बिजनेस हैंगआउट एक वेबिनार प्लेटफॉर्म हैगआउट को एंटरप्राइज में लाता है। व्यापार और कॉर्पोरेट वेबिनार, ऑनलाइन मीटिंग, वेब कॉन्फ्रेंस, और वर्चुअल ईवेंट का उत्पादन करने के लिए एक सभी में एक ऐप।
प्लेटफॉर्म की विशेषताएं
बिजनेस हैंगआउट एक वेबिनार प्लेटफॉर्म हैगआउट को एंटरप्राइज में लाता है। व्यापार और कॉर्पोरेट वेबिनार, ऑनलाइन मीटिंग, वेब कॉन्फ्रेंस, और वर्चुअल ईवेंट का उत्पादन करने के लिए एक सभी में एक ऐप।
युद्धपोत निर्माता जीआरएसई को मिला प्रतिष्ठित 'राजभाषा कीर्ति पुरस्कार', जानिए क्या हैं विशेषताएं
पीसीएमएम स्तर -2 प्रमाणित कंपनी जीआरएसई ने पिछले 62 वर्षों में, भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक और मॉरीशस सरकार तथा सेशेल्स तट रक्षक के लिए 107 युद्धपोतों सहित 788 प्लेटफॉर्म का निर्माण किया है।
गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड कोलकाता को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा वर्ष 2021-22 के लिए 'ग' क्षेत्र में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों के अंतर्गत श्रेष्ठ राजभाषा कार्यान्यवयन हेतु राजभाषा कीर्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। जीआरएसई को यह पुरस्कार सूरत में आयोजित हिन्दी दिवस समारोह के दौरान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय कुमार मिश्र द्वारा प्रदान किया गया। बता दें कि राजभाषा कीर्ति पुरस्कार राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार है।
छठी बार मिला यह अहम पुरस्कार
जीआरएसई एक इकलौता ऐसा रक्षा उपक्रम तथा कोलकाता का एक मात्र सार्वजनिक उपक्रम है जिसे इस वर्ष यह प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया गया है। सार्वजनिक उपक्रमों में श्रेष्ठ राजभाषा कार्यान्वयन के प्लेटफॉर्म की विशेषताएं लिए जीआरएसई को यह अहम पुरस्कार छठी बार प्रदान किया गया है। इससे पहले जीआरएसई को साल 2011-12, प्लेटफॉर्म की विशेषताएं 2012-13, 2014-15, 2015-16 और 2016-17 के लिए दिया जा चुका है। जीआरएसई ने पोत निर्माण में उत्कृष्ठता एवं गुणपत्ता कीदिशा में अग्रसर होने के साथ ही राजभाषा हिंदी के क्षेत्र में भी गुणात्मक प्रगति की है। यही वजह है कि जीआरएसई को राजभाषा कीर्ति पुरस्कार के साथ ही नराकास द्वारा भी इस प्लेटफॉर्म की विशेषताएं साल राजभाषा शील्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
जानिए जीआरएसई के बारे में
बता दें कि रक्षा मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अंतर्गत भारत की एक प्रमुख युद्धपोत निर्माण कंपनी गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड की यात्रा वर्ष 1884 में शुरू हुई थी। कंपनी को वर्ष 1960 में भारत सरकार द्वारा अधिग्रहीत प्लेटफॉर्म की विशेषताएं किया गया था। भारतीय नौसेना के लिए 1961 में एक सीवर्ड डिफेंस बोट (एसडीबी ) भा.नौ.पो. अजय बनाने वाले स्वाधीन भारत के इस पहले शिपयार्ड, जीआरएसई को पहली बार भारतीय निर्यात युद्धपोत “ सीजीएस बाराकुडा “ प्लेटफॉर्म की विशेषताएं के निर्माण का भी गौरव हासिल है। शिपयार्ड को 2006 में मिनीरत्न श्रेणी का दर्जा प्राप्त हुआ था। पीसीएमएम स्तर -2 प्रमाणित कंपनी जीआरएसई ने पिछले 62 वर्षों में, भारतीय नौसेना, भारतीय तटरक्षक और मॉरीशस सरकार तथा सेशेल्स तट रक्षक के लिए 107 युद्धपोतों सहित 788 प्लेटफॉर्म का निर्माण किया है जो किसी भी भारतीय शिपयार्ड द्वारा आज तक का उच्चतम युद्धपोत निर्माण और सुपुर्दगी है। फ्रिगेट, कोर्वेट, फ्लीट टैंकर, लैंडिंग शिप टैंक, लैडिंग क्राप्ट यूटिलिटी से लेकर सर्वें वेसल, ऑफशोर पेट्रोल वेसल और फास्ट अटैक क्राफ्ट तक निष्पादनों की सूची समृद्ध और विविध है।
इंजन उत्पदान और इंजीनियरिंग गतिविधियों में भी शामिल
पोत निर्माण के अलावा, जीआरएसई इंजन उत्पादन और अन्य इंजीनियरिंग गतिविधियों में भी लगा हुआ है। कंपनी का इंजीनियरिंग डिवीजन डेक मशीनरी मदें, प्री-फैब्रिकेटेड पोर्टेबल स्टील ब्रिज और मरीन पंप बनाता है। कुछ उल्लेखनीय पुरस्कार जो कंपनी को प्राप्त हुए हैं उनमें मॉरीशस सरकार के लिए सीजीएस बाराकुडा, ऑफशोर पैट्रोल वेसल के इन-हाउस डिजाइन प्रयास हेतु रक्षा मंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार, लगातार चार वर्ष भारत की सर्वश्रेष्ठ निष्पादनकर्ता रक्षा शिपयार्ड का सम्मान शामिल है। जीआरएसई ने पिछले दशक में अवसंरचना के आधुनिकीकरण को किया जिससे एक समय में 20 पोतों के समवर्ती निर्माण का प्रभाव देखा गया। अत्यधिक कुशल डिजाइन इंजीनियरों और अत्याधुनिक वर्चुअल रिऐलिटि लैब और नवीनतम सॉफ्टवेयर प्लेटफॉर्म की विशेषताएं की टीम इन-हाउस डिजाइन क्षमताओं को पूरा करती है। प्रमाणिकता के साथ, शिपयार्ड विकास पथ पर अपने लक्ष्य “पोत निर्माण में उत्कृष्टता एवं गुणवत्ता की दिशा में अग्रसर” की पुष्टि करते हुए आगे बढ़ रही है।