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कुल मार्जिन

कुल मार्जिन
पंजाब की वो पांच सीटें जहां हार-जीत का अंतर 1500 वोट से भी कम रहा

Bharmour Assembly Seat: भरमौर में इस बार चाचा की होगी जीत या भतीजा मारेगा बाजी

8 दिसंबर को मतगणना के दिन पता चल पाएगा कि हिमाचल में किस पार्टी की सरकार बनती है और किस विधानसभा सीट पर किस प्रत्याशी कुल मार्जिन की जीत होती है. हालांकि सियासतदान अभी से अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. बहरहाल जिला चंबा के जनजातीय विधानसभा क्षेत्र पांगी-भरमौर में पूर्व वन मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता ठाकुर सिंह भरमौरी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. पूर्व मंत्री का मुकाबला प्रसिद्व न्यूरो सर्जन डॉक्टर जनक राज के साथ है, जो रिश्ते में पूर्व मंत्री के चाचा लगते हैं. (political equation of bharmour assembly seat) (himachal assembly election 2022)

भरमौर: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में कुल पांच विधानसभा सीटें हैं. प्रदेश के कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में से भरमौर दूसरी विधानसभा सीट है. भरमौर विधानसभा सीट एसटी के लिए आरक्षित है. इस सीट पर इस बार कांग्रेस और बीजेपी के बीच मुख्य मुकाबला है. यहां इस बार चुनावी जंग इसलिए भी दिलचस्प है कि आखिर इस बार चुनावी दंगल चाचा भतीजे को पटखनी देंगे या फिर भतीजे की जीत होगी. खैर ये तो 8 दिसंबर को ही मतगणना के दिन पत चल पाएगा कि इस सीट पर कांग्रेस से ठाकुर कुल मार्जिन सिंह भरमौरी या फिर भाजपा से डॉ. जनक राज विजय पताका फहराते हैं. (Bharmour Assembly Seat)

भरमौर विधानसभा सीट पर उम्मीदवार: भरमौर विधानसभा सीट एसटी के लिए आरक्षित है. इस सीट पर इस बार कुल 5 उम्मीदवार चुनावी में हैं. इनमें से कांग्रेस से ठाकुर सिंह भरमौरी, भाजपा से डॉ. जनक राज, आम आदमी पार्टी से प्रकाश चंद, हिमाचल जन क्रांति पार्टी से पूजा और हिमाचल जनता पार्टी से रसीला राम चुनावी मैदान में हैं. इस सीट पर कोई निर्दलीय प्रत्याशी चुनावी मैदान में नहीं है. (Bharmour Assembly Constituency) (Bharmour Assembly Constituency profile)

कौन हैं कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सिंह भरमौरी: पांगी-भरमौर विस क्षेत्र से जुड़ा रोचक पहलू यह भी है कि इस विधानसभा क्षेत्र में अब तक हुए चुनावों में सबसे बड़ी जीत और छोटी हार का रिकॉर्ड पूर्व वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी के नाम है. उन्होंने वर्ष 2003 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी तुलसी राम को 9692 मतों से पराजित किया था, जबकि वर्ष 2007 के चुनाव में वह तुलसी राम से ही महज 16 मतों के अंतर से पराजित हुए थे. वर्ष 1993 के विस चुनाव में वन मंत्री ठाकुर सिंह भरमौरी को टिकट नहीं मिला और उन्होंने आजाद चुनाव लड़ा. इस दौरान उन्होंने बतौर आजाद प्रत्याशी भाजपा के तुलसी राम को हराया और 1277 मतों से जीत हासिल की थी. वहीं 1998 के चुनाव में तुलसी राम ने कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सिंह भरमौरी को 3824 मतों से पराजित किया. ( Congress Candidate Thakur Singh Bharmouri)

साल 2003 विस चुनाव में ठाकुर सिंह भरमौरी ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए भाजपा के तुलसी राम को 9692 मतों से पराजित किया था. इसमें ठाकुर सिंह भरमौरी को 61.58% वोट जबकि तुलसी राम को 34.29% वोट मिले थे. जीत का मार्जिन 27.29% रहा था. साल 2007 के विस चुनाव में भाजपा के तुलसी राम ने 16 मतों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी ठाकुर सिंह भरमौरी को पराजित किया था. तुलसी राम रो 48.14 प्रतिशत वोट मिल थे. वहीं भरमौरी को 48.1 फीसदी वोट मिले थे. जीत का मार्जिन महज 0.04% रहा था. 2012 के चुनाव में ठाकुर सिंह ने भाजपा प्रत्याशी जिया लाल को 3467 मतों के अंतर से पराजित कर विधानसभा में एंट्री हासिल की थी. ठाकुर सिंह भरमौरी को 51.35 प्रतिशत वोट मिले थे. वर्ष 2017 के चुनावों में भाजपा प्रत्याशी जियालाल कपूर ने कांग्रेस के ठाकुर सिंह भरमौरी को 7349 मतों से हराकर विधानसभा की दहलीज लांघी थी. (Himachal Pradesh Election news) (Thakur Singh Bharmouri VS Janak Raj in bharmour)

Bharmour Assembly Constituency profile

कौन हैं बीजेपी प्रत्याशी डॉ. जनक राज: भाजपा प्रत्याशी न्यूरो सर्जन डा. जनक राज आईजीएमसी शिमला में बतौर वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक पद पर तैनात थे. लिहाजा वे सरकारी सेवा से ऐच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में उतरे हैं. जबकि ठाकुर सिंह भरमौरी वृद्ध नेता हैं और अगर वह विस चुनाव में पिछड़ जाते हैं, तो भरमौर की सियासत में लंबे समय तक दबदबा रखने वाले इस परिवार के भविष्य पर भी संकट खड़ा हो जाएगा. चूंकि इस मर्तबा भी हलके से शुरूआती दौर में कांग्रेस का टिकट युवा नेता सुरजीत भरमौरी को देने पर हाईकमान विचार कर रही थी, लेकिन अंतिम समय में पार्टी हाईकमान ने ठाकुर सिंह भरमौरी को कुल मार्जिन अपना चेहरा बनाया. नतीजतन कहीं ना कहीं इस बात की चर्चा भी क्षेत्र में है कि अगर कांग्रेस यहां से विस चुनाव हार जाती है, तो भरमौरी परिवार का यह अंतिम इलेक्शन होगा. (BJP Candidate Janak Raj) (Himachal Pradesh elections result 2022)

दांव पर प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा: भाजपा प्रत्याशी न्यूरो सर्जन डॉ. जनक राज आईजीएमसी शिमला में बतौर वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक पद पर तैनात थे. लिहाजा वे सरकारी सेवा से ऐच्छिक सेवानिवृत्ति लेकर राजनीति में उतरे हैं. जबकि ठाकुर सिंह भरमौरी वृद्ध नेता हैं और अगर वह विधानसभा चुनाव में पिछड़ जाते हैं, तो भरमौर की सियासत में लंबे समय तक दबदबा रखने वाले इस परिवार के भविष्य पर भी संकट खड़ा हो जाएगा. चूंकि इस मर्तबा भी हलके से शुरुआती दौर में कांग्रेस का टिकट युवा नेता सुरजीत भरमौरी को देने पर हाईकमान विचार कर रही कुल मार्जिन थी, लेकिन अंतिम समय में पार्टी हाईकमान ने ठाकुर सिंह भरमौरी को अपना चेहरा बनाया. नतीजतन कहीं ना कहीं इस बात की चर्चा भी क्षेत्र में है कि अगर कांग्रेस यहां से विस चुनाव हार जाती है, तो भरमौरी परिवार का यह अंतिम इलेक्शन होगा. (Thakur Singh Bharmouri VS Janak Raj in bharmour )

भरमौर विधानसभा सीट पर मतदान प्रतिशत: चंबा जिले में 2017 में 72.81 फीसदी मतदान हुआ था, जबकि इस साल 73.90 मतदान दर्ज किया गया है. यानी कुल मार्जिन कुल मार्जिन इस साल 1.09 फीसदी अधिक मतदान हुआ है. अब भरमौर विधानसभा सीट की बात करते हैं. भरमौर विधानसभा सीट पर साल 2017 में भरमौर विधानसभा क्षेत्र में 72 फीसदी मतदान हुआ था. वहीं, इस साल भरमौर विधानसभा सीट पर71 फीसदी मतदान हुआ है. 2017 के मुकाबले 2022 में भरमौर विधानसभा सीट पर 1 फीसदी कम मतदान हुआ है. (Voting percentage in Bharmour assembly seat) (Chamba district voting percentage)

Bharmour Assembly Constituency issues.

भरमौर विधानसभा क्षेत्र के मुद्दे: पांगी-भरमौर विधानसभा क्षेत्र में इस वक्त 24 ग्राम पंचायतों को ट्राइबल का दर्जा न मिल पाना एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. विस क्षेत्र के कुल मतदाताओं में से एक बड़ी संख्या इसी क्षेत्र से संबंध रखती है. 24 पंचायतों की हजारों की आबादी लंबे समय से ट्राइबल का दर्जा देने की मांग कर रही है. इसी तरह पांगी घाटी को 12 माह देश-दुनिया से जोड़े रखने के लिएचैहणी सुरंग की निर्माण भी सदियों से चली आ रही है. करीब पंद्रह हजार से अधिक मतदाता पांगी घाटी में है. नतीजतन हलके में किसी भी प्रत्याशी की जीत-हार में यह घाटी बड़ा रोल निभाती है. इसके अलावा होली-उतराला टनल निर्माण का मुद्दा बहुचर्चित है. पांगी-भरमौर विस क्षेत्र में स्वास्थ्य और शिक्षा को सदृढ़ ढांचा न मिल पाना भी एक बड़ा मुद्दा है. वहीं सड़कें और दूरसंचार व्यवस्था न होने की गूंज भी विस चुनाव में सुनाई कुल मार्जिन दे रही है. साथ ही क्षेत्र में चल रही जल विद्युत परियोजनाओं में स्थानीय लोगों को रोजगार न मिलने का मुद्दा भी क्षेत्र की सियासी फिजाओं में छाया हुआ है. (himachal assembly election 2022) (Himachal Pradesh elections Exit Polls) (Bharmour Assembly Constituency issues)

गोंडल पर BJP का दबदबा, क्‍या हैट्र‍िक लगेगी या फ‍िर इन दलों की होगी सेंधमारी

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गोंडल. गुजरात (Gujarat) के राजकोट ज‍िले की गोंडल विधानसभा सीट (Gondal Assembly Seat) खास सीटों में शुमार है. इस सीट पर भाजपा, कांग्रेस, एनसीपी के अलावा न‍िर्दलीय व अन्‍य दलों ने अलग-अलग चुनावों में जीत का परचम लहराया है. हालांक‍ि एक दशक से इस सीट पर भाजपा का वर्चस्‍व कायम है. भाजपा की जाडेजा गीताबा जयराजसिंह (Gitaba Jadeja) ने अपने न‍िकट प्रत‍िद्वंदी कांग्रेस के खाटरिया अर्जुनभाई घनश्यामभाई को 15,397 मतों के अंतराल से हराया था. इससे पहले भी सीट पर भाजपा का ही कब्‍जा था. 2012 के चुनाव में भाजपा के जडेजा जयराज सिंह तमूभा व‍िधायक चुने गए थे. वहीं अब एक बार फ‍िर भाजपा ने अपनी सीट‍िंग व‍िधायक जाडेजा गीताबा जयराजसिंह (Gitaba Jayrajsinh Jadeja) को मैदान में उतारा है. दूसरी तरफ कांग्रेस ने यतीश देसाई और आम आदमी पार्टी ने निमिशा खुंट पर भरोसा जताया है.

साल 2017 के चुनाव में भाजपा की जाडेजा गीताबा जयराजसिंह को कुल 70,506 मत प्राप्‍त हुए थे. जबक‍ि उनके न‍िकट प्रत‍िद्वंदी कांग्रेस के खाटरिया अर्जुनभाई घनश्यामभाई को मात्र 55,109 वोट ही हास‍िल हुए थे. अहम बात यह है क‍ि साल 2012 का चुनाव भी भाजपा ने ही जीता था.

भाजपा के जडेजा जयराज सिंह तमूभा ने कांग्रेस के जदाफिया गोर्धनभाई प्रगजीभाई को 19,766 मतों के मार्ज‍िन से हराया था. इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के अलावा एनसीपी भी अपनी जीत दर्ज कर चुकी है. साल 2007 के चुनाव में इस सीट से एनसीपी के वाघसीया चंदूभाई बचूभाई ने भाजपा के जडेजा जयराज सिंह तमूभा को 488 वोटों से हराया था. भाजपा के जयराज सिंह ने 2002 और 1998 के चुनाव लगातार जीते थे.

बात करें न‍िर्दलीय प्रत्याश‍ियों की तो 1995 और 1990 के चुनावों में जडेजा महापत्तीय भवभा ने जीत दर्ज की थी. 1975 में केएलपी के ट‍िकट पर सोरथिया पॉपतल लाखभाई ने भी जीत हास‍िल की थी. कांग्रसे ने 1985, 1972, 1967 और 1962 के चुनावों में फतह हास‍िल की थी.

गोंडल सीट पर कुल मतदाताओं संख्‍या 2.28 लाख से ज्‍यादा

गोंडल विधानसभा सीट (Gondal Assembly Seat) पर कुल मतदाताओं की संख्‍या 228438 है. इनमें से 118218 पुरूष और 110212 मह‍िला मतदाता हैं. इस सीट पर अन्‍य मतदाताओं की संख्‍या 8 है. गुजरात में कुल वोटरों की संख्‍या पर नजर डाली जाए तो यह 4,90,89,765 है. इनमें 2,53,36,610 पुरूष, 2,37,51,738 मह‍िला और 1,417 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं. इस बार कुल 27,943 सर्व‍िस वोटर भी हैं. इससे कुल मतदाता इस बार 4,91,17,308 हैं.

नॉर्डेक्स: सकारात्मक परिणाम

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नॉर्डेक्सड ने वित्तीय वर्ष 2022 के लिए अपने मार्गदर्शन को कड़ा किया। ऑपरेटिंग मार्जिन (EBITDA मार्जिन) अब प्रकाशित पूर्वानुमान सीमा के निचले सिरे पर होना चाहिए। मौजूदा बाजार का माहौल, आपूर्ति श्रृंखला की विश्वसनीयता के मुद्दे और परियोजना में देरी इस परिणाम को प्रभावित कर रहे हैं।

नॉर्डेक्स समूह ने पिछली तिमाहियों की तुलना में तीसरी तिमाही में €1.7 बिलियन तक पहुंचने के लिए अपनी बिक्री में काफी वृद्धि की। दरअसल, 2022 वित्तीय वर्ष के पहले नौ महीनों के आधार पर, कारोबार की राशि €3.9 बिलियन है। यह परिणाम लगभग पिछले वर्ष (€4 बिलियन) के समान स्तर पर है।

2021 में € 101 मिलियन की तुलना में ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन (EBITDA) कुल मार्जिन से पहले की आय माइनस € 200 मिलियन थी। ये संख्याएं अभी भी मजबूत मुद्रास्फीति के माहौल और आपूर्ति श्रृंखला व्यवधान को दर्शाती हैं। नए आने वाले ऑर्डर के लिए बिक्री कीमतों में नवीनतम सुधार का अगले साल सकारात्मक प्रभाव पड़ना शुरू हो जाएगा।

आदेश बढ़ रहे हैं

2022 की पहली तीन तिमाहियों के दौरान, प्रोजेक्ट सेगमेंट (सेवाओं को छोड़कर) के लिए ऑर्डर की मात्रा 4.4GW थी। यह €3.6 बिलियन के मूल्य के अनुरूप है। 2021 की तुलना में तीसरी तिमाही में प्रति मेगावाट उत्पादन का औसत बिक्री मूल्य (एएसपी) 32% बढ़ जाता है। नए आदेशों में से 69% यूरोप के लिए, 26% लैटिन अमेरिका के लिए और 5% उत्तरी अमेरिका के लिए जिम्मेदार थे।

सितंबर 2022 के अंत में, नॉर्डेक्स समूह की ऑर्डर बुक लगभग €9.7 बिलियन थी। €6.5 बिलियन प्रोजेक्ट सेगमेंट से संबंधित है और €3.1 बिलियन सर्विसेज सेगमेंट से संबंधित है। इस तरह ग्रुप की ऑर्डर बुक मजबूत बनी हुई है।

2022 के पहले नौ महीनों के दौरान, नॉर्डेक्स समूह ने टर्बाइनों के अपने उत्पादन में थोड़ी वृद्धि की है। वास्तव में, यह पिछले वर्ष के 4.8GW से बढ़कर 4.9GW हो गया। रोटर ब्लेड का कुल उत्पादन 3357 यूनिट है, जिसमें से कंपनी ने अपने कारखानों में 879 ब्लेड का उत्पादन किया।

स्थायी नवाचार

इसकी आपूर्ति श्रृंखलाओं में कुछ अस्थिरता के बावजूद, नॉर्डेक्स 17 देशों में कुल 791 पवन टर्बाइन स्थापित कर रहा था। 2022 के पहले नौ महीनों में कुल उत्पादन 3.6GW तक पहुंच गया। यूरोप में लगभग 74% इंस्टॉलेशन का योगदान है, जबकि गैर-यूरोपीय बाजारों में लगभग 26% का योगदान है।

इन प्रतिष्ठानों ने रिपोर्टिंग अवधि के दौरान प्रोजेक्ट सेगमेंट के लिए €3.5 बिलियन का राजस्व अर्जित किया। सितंबर के अंत में सेवा खंड में बिक्री €398 मिलियन थी। इसके अलावा, 2022 की तीसरी तिमाही के दौरान, नॉर्डेक्स ने एक नई टर्बाइन का अनावरण किया।

दरअसल, N175/6.X टर्बाइन नॉर्डेक्स से डेल्टा4000 श्रृंखला को एकीकृत करता है। इस टरबाइन में विशेष रूप से बड़ा रोटर है। इस प्रकार, यह अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में कम हवा की गति पर काफी अधिक शक्ति उत्पन्न कर सकता है।

UP Election 2022 Results: इन सीटों पर BJP-सपा के बीच रही कांटे की टक्कर, जीत का मार्जिन 1,000 वोटों से भी कम

कई सीटों पर सपा तथा बीजेपी के उम्मीदवारों के बीच टफ फाइट देखने को मिली. आंकड़ों के मुताबिक, कई सीटें ऐसी रहीं जिन पर जीत और हार का मार्जिन 5 हजार वोटों से भी कम रहा.

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UP Election 2022 Results: इन सीटों पर BJP-सपा के बीच रही कांटे की टक्कर, जीत का मार्जिन 1,000 वोटों से भी कम

उत्तर प्रदेश में बंपर जीत के साथ एक बार फिर बीजेपी ने सत्ता में वापसी की है. भगवा दल ने अकेले 255 सीटों पर जीत हासिल की. सहयोगी दलों (अपना दल (सोनेलाल) और निषाद पार्टी) की सीटें मिलाकर यह आंकड़ा 270 को पार कर गया. कई सीटों पर बीजेपी और मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी नीत गठबंधन (रालोद समेत अन्य दल) के बीच कांटे का मुकाबला रहा. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, करीब 15 सीटों पर प्रत्याशियों की जीत हार का अंतर (मार्जिन) 1,000 वोट से भी कम रहा.

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समाजवादी पार्टी ने वोटों की गिनती शुरू होने के बाद अपने कार्यकर्ताओं से मतगणना केंद्रों पर डटे रहने को कहा था क्योंकि वोटों का अंतर कई सीटों पर काफी कम था. कई सीटों पर सपा तथा बीजेपी के उम्मीदवारों के बीच टफ फाइट देखने को मिली. आंकड़ों के मुताबिक, कई सीटें ऐसी रहीं जिन पर जीत और हार का मार्जिन 5 हजार वोटों से भी कम रहा. कुछ पर तो यह अंतर 1,000 से 2,000 के बीच सिमट गया. कहीं बीजेपी तो कहीं विपक्ष के उम्मीदवार आगे रहे.

विधानसभा सीट --------- विजेता प्रत्याशी ------------ रनरअप ------------------- मार्जिन
बड़ौत कृष्णपाल मलिक (बीजेपी) जयवीर (रालोद) 315
बिलासपुर बलदेव औलख (बीजेपी) अमरजीत सिंह (सपा) 307
चांदपुर स्वामी ओमवेश (सपा) कमलेश सैनी (बीजेपी) 234
धामपुर अशोक राणा (बीजेपी) नईम उल हसन (सपा) 203
दिबियापुर प्रदीप यादव (सपा) लखन सिंह राजपूत (बीजेपी) 473
डुमरियागंज सैय्यदा खातून (सपा) राघवेंद्र प्रताप सिंह (बीजेपी) 771
इसौली मो. ताहिर खान (सपा) ओम प्रकाश पांडे (बीजेपी) 269
जसराना सचिन यादव (सपा) मानवेंद्र प्रताप सिंह (बीजेपी) 836
कटरा वीर विक्रम सिंह (बीजेपी) राजेश यादव (सपा) 357
कुर्सी सकेंद्र प्रताप (बीजेपी) राकेश वर्मा (सपा) 217
मुरादाबाद नगर रीतेश कुल मार्जिन गुप्ता (बीजेपी) युसूफ अंसारी (सपा) 782
नाकुर मुकेश चौधरी (बीजेपी) धर्म सिंह सैनी (सपा) 315
नहटौर ओम प्रकाश (बीजेपी) मुंशीराम (सपा) 258
राम नगर फरीद महफूज़ (सपा) शरद अवस्थी (बीजेपी) 261
शाहगंज रमेश (निषाद पार्टी) शैलेंद्र यादव 719

Punjab Election Result: पंजाब की वो पांच सीटें जहां हार-जीत का अंतर 1500 वोट से भी कम रहा

Punjab Election Result

पंजाब की वो पांच सीटें जहां हार-जीत का अंतर 1500 वोट से भी कम रहा

Punjab Election Result

पंजाब, Punjab Election Result पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे कल सामने आ चुके थे. इसमें से कई राज्यों में कुछ सीटे ऐसी रही जहां हार जीत का अंतर मात्र 100- 500 और 1500 वीटों के बीच में रहा. इसी कड़ी में पंजाब विधानसभा की 117 सीटों में से 5 विधानसभा सीटे ऐसी रही जहां दो प्रमुख दलों के बीच कुल 1500 या उससे कम वोटों के बीच नेता जीते और हारे। आइए जानते हैं आखिर कौन हैं वे नेता जो इन सीटों से हारे और किस मार्जिन से वे अपनी सीट नहीं बचा सके.

पंजाब की इन 5 सीटों पर जीत का अंतर कम

पंजाब में आप का चला झाड़ू

आम आदमी पार्टी ने इस बार सभी अन्य दलों की उम्मीदों पर झाड़ू चला दिया है. पार्टी ने कांग्रेस और अकाली दल-बसपा गठबंधन को पछाड़ते हुए 117 में से 92 सीटें जीतकर अपनी सरकार बनाने के वादे को पूरा कुल मार्जिन कर लिया है. बता दें AAP पहली बार दिल्ली के बाद किसी दूसरे राज्य में सरकार बनाने जी रही है. इसी सिलसिले में आज आम आदमी पार्टी के सीएम फेस भगवंत मान शाम 4:00 बजे मोहाली क्लब में सभी विधायकों के साथ बैठक करेंगे. वहीं कल भगवंत मान सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.

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