उपयोगी लेख

बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं

बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं

बिटकॉइन क्या है कैसे काम करता है पूरी जानकारी | What is bitcoin and how does it work ?

bitcoin बिटकॉइन ही क्रिप्टोकरंसी है आपने कागज के फॉर्म में करेंसिया देखी है क्या करेंसी उनसे बहुत अलग होती है जैसे अमेरिका में डॉलर ब्रिटेन में पोंद यूरोप में यूरो आदि कर्मशिया होती है एक रसिया कागज के टुकड़ों के रूप में होती है लेकिन डिजिटल करेंसी वे करेंसी होती है जो हम उन को छू नहीं सकते।

Table of Contents

बिटकॉइन क्या है |

bitcoin क्रिप्टोकरंसी दुनिया की पहली ग्लोबल करेंसी है डिजिटल दुनिया के लिए बनाई गई इस करेंसी को हम किसी दूसरे व्यक्ति के पास भी भेज सकते हैं और किसी से मंगा सकते हैं । यह करेंसी पूरी दुनिया में प्रचलित है बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं हर कोई बिटकॉइन के बारे में जानता है और उसे खरीदना चाहता है लेकिन यह सब की बजट नहीं होती या दुनिया की महंगी करंसी जिसका निर्माण और नियमन इलेक्ट्रॉनिक सहायता से किया जाता यह पैसों की मामले में बहुत फास्ट है ।

क्रिप्टोकरेंसी क्या होती है |

सबसे पहले दो मैं आपको बता दूंगा कि यह एक तरह का डिजिटल एसेट होता है जिसका उपयोग हम सर्विसेस या समान को खरीदने के लिए किया जाता है और यह पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक के सिस्टम के रूप में काम करता है इसकी सहायता से पैसे को बहुत आसानी से छुपा कर रखा जा सकता है क्योंकि यह एक डिजिटल करंसी है जो क्रिप्टो करेंसी वॉलेट में स्टोर रहती है ।

बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत |

आप लोगों ने यह तो जान लिया कि bitcoin क्या है आपको यह जानना भी बहुत जरूरी है की बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत कब की गई थी इसे जनवरी वर्ष 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में पहली बार मनाया गया था । सातोसी नामामोतो द्वारा बनाया गया था । उस टाइम इसके बारे में कोई नहीं जानता था लेकिन धीरे-धीरे लोग इसमें इन्वेस्ट करने लगी तो यह इतनी तेजी से बढ़ने लगी कि आज हर कोई बिटकॉइन का फैन है |

बिटकॉइन कैसे काम करता है |

bitcoin कैसे काम करता है यह एक तरह से टेक्नोलॉजी पर आधारित है और पैसों की मामले में तेजी से काम करता है जैसे एक कंप्यूटर से दूसरी कंप्यूटर में पैसों को बहुत जल्दी पहुंचना देता है यह पूरी तरह से ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी पर आधारित है और लेन-देन के मामले मैं तो बहुत सुपर फास्ट रिकॉर्ड रखता है यह एक बहुत बड़ा नेटवर्क है जिसमें धोखाधड़ी नहीं हो सकती बिटकॉइन को हजारों लोग खरीदते हैं और उनका पैसा भी सुरक्षित रहता है इसीलिए इसे बिटकॉइन माइनिंग भी कहा जाता है ।

क्या हमें बिटकॉइन में निवेश करना चाहिए |

क्या हमें bitcoin में निवेश करना चाहिए मैं आपको बता दूंगा की अगर हम बात करें निवेश की तो ग्राफ के हिसाब से तो आपको बिटकॉइन में निवेश करना चाहिए bitcoin से लोगों ने लाखों करोड़ों रुपए कमाई है ऐसे लोग हैं जो रातों-रात करोड़पति बने हैं बिटकॉइन की मदद से 2009 से लेकर अब तक bitcoin ने ताबड़तोड़ मचा रखी है मार्केट में बिटकॉइन का प्राइस ₹5000000 तक भी गया। इसलिए आपको Bitcoin निवेश करना चाहिए।

बिटकॉइन की कीमत |

अगर देखा जाए तो bitcoin की कीमत यह हर किसी के बजट में नहीं होता खरीदना आज इसकी तकरीबन 32 लाख हो गई हैं और यही घटता बढ़ता रहता है । जो लोग इसमें निवेश करते हैं मैं बहुत मोटा पैसा बनाती है क्योंकि रिटर्नी है बहुत अच्छा देता है ।

बिटकॉइन कोन से देश की मुद्रा है |

बिटकॉइन को बनाने वाले जापान देश की नागरिक थे परंतु bitcoin को आमतौर पर किसी एक देश की करेंसी नहीं कहा जा सकता क्योंकि है पूरे वर्ल्ड में ऐसे लोग खरीद रहे हैं और सेल कर रहे हैं । इसीलिए इसको जापान की मुद्रा कहा जाता है इसका रीजन यह है कि जिसने इसको बनाया था जापान देश का नागरिक था काफी लोग जानना चाहते थे बिटकॉइन किस देश की मुद्रा है उनको पता चल गया होगा कि बैठक में किस देश की मुद्रा है और इसका कैसे निर्माण हुआ था और इसे किसने बनाया था।

बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं |

हालांकि भारत में bitcoin जैसे क्रिप्टोकरंसी लीगल नहीं है कई देशों में तो क्रिप्टो करेंसी लेकिन माना गया है लेकिन वहीं भारत में सरकार का कोई पता नहीं है कि कब इसको बंद कर दे एक बार तो सरकार ने क्रिप्टोकरंसी हो रेगुलर करने के लिए विचार भी किए थे लेकिन वह पूरी तरह से सफल नहीं हो पाए कई देशों में यह पूरी तरह से बैन है |

सरकार ने क्रिप्टोकरंसी को लेकर यह बात कही थी कि जो लोग क्रिप्टो करेंसियो में इन्वेस्ट करते हैं वह अपने रिस्क पर करें क्योंकि इसमें रोज भी हो सकता है यह पूरी तरह से इन्वेस्ट्रों पर निर्भर करता है कि हम इसमें इन्वेस्ट करें या ना करें ।

भारत में बिटकॉइन का भविष्य |

भारत में bitcoin का भविष्य अगर हम एक्सपर्ट की मानें तो बिटकॉइन का विषय 2022 में थोड़ा स्थिर हो सकता है इसका रीजन है कि टिप टॉप मार्केट में बहुत गिरावट देखने को मिली है इसीलिए लोग क्रिप्टो को सेल ज्यादा कर रहे हैं भारत सरकार ने इस क्रिप्टो करेंसी हो रेगुलर करने की योजनाओं के बारे में भी विचार कर रही है । शायद आगे वाले दिनों में इसे रेगुलर भी जा सकता है ।

बिटकॉइन क्रिप्टो करेंसी से लाभ |

इसके लाभ निम्नलिखित हैं ।

  • एक डिजिटल करेंसी ।
  • इसमें धोखाधड़ी के चांस बहुत कम है
  • इसे खरीदने के लिए हमें किसी तक पार्टी की जरूरत नहीं है हम इसे सीधा खरीद सकते हैं।

बिटकॉइन के नुकसान |

बिटकॉइन के नुकसान इस प्रकार है-

  • सबसे बड़ा नुकसान तो इसका यह है कि सरकार कंट्रोल करने की हमें अथॉरिटी नहीं देती ।
  • बिट कॉइन की वैल्यू उतार चढ़ाव देसी हमें थोड़ा निवेश करना जोखिम काम हो सकता है ।
  • प्राइज वॉल्यूम घटने पर बहुत बड़ा लोग भी हो सकता है इसलिए पोस्ट करने से पहले एक बार सोच कर ही इन्वेस्ट करें ।

निष्कर्ष

किस आर्टिकल में आपने बहुत कुछ सीखा है जैसे bitcoin क्या है बिटकॉइन कैसे वर्क करता है इसकी शुरुआत कब हुई क्या हम बिटकॉइन में निवेश करें इसकी कीमत यह कौन से देश की मुद्रा है क्या भारत में लीगल है या नहीं भारत में इसका भविष्य क्या है इसके फायदे व नुकसान के बारे में जाना अगर यह आर्टिकल हम आपको अच्छे से समझ आ गए हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करें । अगर आपके कोई क्रिप्टोकरंसी से संबंधित सवाल है तो नीचे कमेंट बॉक्स में लिखें।

केंद्र के फैसले से बिटकॉइन बोल्ड: दुनिया में क्रिप्टो का मार्केट गिरा; बिटकॉइन में 8.74% की गिरावट; इस करेंसी से जुड़ी हर बात जानिए

केंद्र सरकार की क्रिप्टोकरेंसी पर शिकंजा कसने की खबर के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसियों में गिरावट देखने को मिल रही है। हालाकि आज सुबह 10 बजे बिटकॉइन 17% से ज्यादा गिरावट देखी जा रही था लेकिन शाम तक इसमें रिकवरी देखने को मिली। शाम साढ़े 5 बजे इसमें 8.72% रह गई थी। यानी निवेशकों का भरोसा क्रिप्टोकरेंसियों पर बना हुआ है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को शाम साढ़े 5 बजे की है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को शाम साढ़े 5 बजे की है।

क्रिप्टोकरेंसी के लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने वाला विधेयक संसद में पेश करेगी। बिल में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है। इसके बाद इसकी कीमत में 17% से ज्यादा की गिरावट आ गई थी।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को सुबह 10 बजे की है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को सुबह 10 बजे की है।

हालांकि क्रिप्टो करेंसी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए सरकार कुछ ढील भी दे सकती है। ढील वाली कौन सी क्रिप्टोकरेंसी होंगी ये अभी साफ नहीं है। वहीं बिल की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क मिलेगा।

शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 समेत कुल 26 विधेयक पेश किए जाएंगे। लिस्ट में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बिल 10वें नंबर पर है। भारत में क्रिप्टोकरेंसी के 1.5 से 2 करोड़ यूजर हैं। इस बिल के कानून बनने से ये सभी यूजर प्रभावित हो सकते हैं।

लोकसभा बुलेटिन में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिल की शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की जानकारी दी गई है। लिस्ट में ये बिल 10वें नंबर पर है।

लोकसभा बुलेटिन में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिल की शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की जानकारी दी गई है। लिस्ट में ये बिल 10वें नंबर पर है।

अभी क्रिप्टो को लेकर कोई रेगुलेशन नहीं
वर्तमान में, देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई भी रेगुलेशन नहीं है। इस वजह से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ क्रिप्टोकरेंसी पर एक बैठक की थी और मजबूत रेगुलेटरी स्टेप्स उठाने के संकेत दिए थे। सरकार का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर रेगुलेशन नहीं होने से इसका उपयोग टैरर फंडिंग और काला धन की आवाजाही में हो रहा है।

क्रिप्टो को रोका नहीं जा सकता, लेकिन रेगुलेट किया जाना चाहिए
PM की बैठक के बाद क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भाजपा नेता जयंत सिन्हा की अध्यक्षता वाले पार्लियामेंट्री पैनल की पहली बैठक हुई थी। इस बैठक में आम सहमति बनी थी कि क्रिप्टोकरेंसी को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन इसे रेगुलेट किया जाना चाहिए।

क्रिप्टोकरेंसी से फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की चिंता
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास का भी बयान सामने आया था। दास ने SBI कॉन्क्लेव में कहा था, 'जब RBI ये कहता है कि क्रिप्टोकरेंसी से मैक्रोइकोनॉमिक और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की चिंताएं हैं, तो इस मुद्दे पर गहरी चर्चा की जरूरत है।'

दुनियाभर में क्रिप्टो करेंसी को किस तरह लिया जा रहा है?

  • इसे लेकर देशों का रिस्पॉन्स एक-सा नहीं है। मसलन, भारत और चीन जैसे देश इसका विरोध करते हैं। भारत में तो रिजर्व बैंक ने इस पर बैन लगा रखा था, पर अमेरिका समेत कई देश इसके अनुकूल स्कीम बना रहे हैं। सेंट्रल अमेरिका के अल सल्वाडोर की कांग्रेस ने 8 जून 2021 को बिटकॉइन कानून पास किया और यह छोटा देश बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया।
  • अल सल्वाडोर में पहले अमेरिकी डॉलर से ही लेन-देन होते थे। अब वहां डिजिटल करेंसी में भी लेन-देन होते हैं। उसकी देखा-देखी, कई दक्षिण अमेरिकी और अफ्रीकी देश भी बिटकॉइन को लीगल स्टेटस देने पर विचार कर रहे हैं।
  • दक्षिण कोरिया जैसे बड़े देश भी क्रिप्टो करेंसी और एक्सचेंज को रेगुलेट करने के लिए कानूनी स्ट्रक्चर बनाने पर काम कर रहे हैं। दूसरी ओर क्रिप्टो फ्रेंडली मियामी, US ने हाल ही में क्रिप्टो एनक्लेव का आयोजन किया। पूरी दुनिया में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी को अपनाने के प्रयास हो रहे हैं। कुछ देशों ने बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टो करेंसी पर आधारित म्यूचुअल फंड भी लॉन्च किए हैं।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी पर किसी का कंट्रोल नहीं है, यह पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड व्यवस्था है। कोई भी सरकार या कंपनी इस पर नियंत्रण नहीं कर सकती। इसी वजह से इसमें अस्थिरता भी है। यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम पर काम करती है, जिसे न तो कोई हैक कर सकता है और न ही किसी तरह की छेड़छाड़।

क्या है डिजिटल करेंसी जिसे RBI लाना चाहती है? सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC देश की फिएट करेंसी (जैसे रुपया, डॉलर या यूरो) का एक डिजिटल संस्करण है। इसे केंद्रीय बैंक जारी करता है। साथ ही इसकी गारंटी भी देता है। यह फिएट करेंसी के साथ ही वन टु वन एक्चेंजेबल है। इससे ट्रांजैक्शन बिना किसी मध्यस्थ या बैंक के हो जाता है।

रिजर्व बैंक से डिजिटल करेंसी आपको मिलेगी और आप जिसे पेमेंट या ट्रांसफर करेंगे, उसके पास पहुंच जाएगी। न तो किसी वॉलेट में जाएगी और न ही बैंक अकाउंट में। बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, पर होगी डिजिटल।

क्या यह क्रिप्टोकरेंसी का ही रूप होगा?
नहीं। क्रिप्टोकरेंसी के प्रति कोई लाएबल नहीं होता है, जबकि इसके ठीक विपरीत डिजिटल करेंसी केंद्रीय बैंक की देनदारी होगी। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में बहुत उतार-चढ़ाव होता है। क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग होती है। इसके लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है। इसको कोई सरकार या कोई विनियामक अथॉरिटी जारी नहीं करती है। इसके उलट डिजिटल करेंसी को केंद्रीय बैंक जारी करता है।

केंद्र के फैसले से बिटकॉइन बोल्ड: दुनिया में क्रिप्टो का मार्केट गिरा; बिटकॉइन में 8.74% की गिरावट; इस करेंसी से जुड़ी हर बात जानिए

केंद्र सरकार की क्रिप्टोकरेंसी पर शिकंजा कसने की खबर के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसियों में गिरावट देखने को मिल रही है। हालाकि आज सुबह 10 बजे बिटकॉइन 17% से ज्यादा गिरावट देखी जा रही था लेकिन शाम तक इसमें रिकवरी देखने को मिली। शाम साढ़े 5 बजे इसमें 8.72% रह गई थी। यानी निवेशकों का भरोसा क्रिप्टोकरेंसियों पर बना हुआ है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को शाम साढ़े 5 बजे की है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को शाम साढ़े 5 बजे की है।

क्रिप्टोकरेंसी के लिए सरकार 29 नवंबर से शुरू होने जा रहे शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी को रेगुलेट करने वाला विधेयक संसद में पेश करेगी। बिल में सभी तरह की प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी पर पाबंदी लगाने की बात कही गई है। इसके बाद इसकी कीमत में 17% से ज्यादा की गिरावट आ गई थी।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को सुबह 10 बजे की है।

क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाने के लिए विंटर सेशन में बिल लाने की खबर सामने आने के बाद ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट देखी जा रही है। कीमत 24/11 को सुबह 10 बजे की है।

हालांकि क्रिप्टो करेंसी टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने के लिए सरकार कुछ ढील भी दे सकती है। ढील वाली कौन सी क्रिप्टोकरेंसी होंगी ये अभी साफ नहीं है। वहीं बिल की मदद से रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया को अपनी आधिकारिक डिजिटल करेंसी जारी करने के लिए सुविधाजनक फ्रेमवर्क मिलेगा।

शीतकालीन सत्र में क्रिप्टोकरेंसी एंड रेगुलेशन ऑफ ऑफिशियल डिजिटल करेंसी बिल, 2021 समेत कुल 26 विधेयक पेश किए जाएंगे। लिस्ट में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा बिल 10वें नंबर पर है। भारत में क्रिप्टोकरेंसी के 1.5 से 2 करोड़ यूजर हैं। इस बिल के कानून बनने से ये सभी यूजर प्रभावित हो सकते हैं।

लोकसभा बुलेटिन में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिल की शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की जानकारी दी गई है। लिस्ट में ये बिल 10वें नंबर पर है।

लोकसभा बुलेटिन में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े बिल की शीतकालीन सत्र में पेश किए जाने की जानकारी दी गई है। लिस्ट में ये बिल 10वें नंबर पर है।

अभी क्रिप्टो को लेकर कोई रेगुलेशन नहीं
वर्तमान में, देश में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई भी रेगुलेशन नहीं है। इस वजह से, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ क्रिप्टोकरेंसी पर एक बैठक की थी और मजबूत रेगुलेटरी स्टेप्स उठाने के संकेत दिए थे। सरकार का मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर रेगुलेशन नहीं होने से इसका उपयोग टैरर फंडिंग और काला धन की आवाजाही में बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं हो रहा है।

क्रिप्टो को रोका नहीं जा सकता, लेकिन रेगुलेट किया जाना चाहिए
PM की बैठक के बाद क्रिप्टोकरेंसी को लेकर भाजपा नेता जयंत सिन्हा की अध्यक्षता वाले पार्लियामेंट्री पैनल की पहली बैठक हुई थी। इस बैठक में आम सहमति बनी थी कि क्रिप्टोकरेंसी को रोका नहीं जा सकता है, लेकिन इसे रेगुलेट किया जाना चाहिए।

क्रिप्टोकरेंसी से फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की चिंता
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) गवर्नर शक्तिकांत दास का भी बयान सामने आया था। दास ने SBI कॉन्क्लेव में कहा था, 'जब RBI ये कहता है कि क्रिप्टोकरेंसी से मैक्रोइकोनॉमिक और फाइनेंशियल स्टेबिलिटी की चिंताएं हैं, तो इस मुद्दे पर गहरी चर्चा की जरूरत है।'

दुनियाभर में क्रिप्टो करेंसी को किस तरह लिया जा रहा है?

  • इसे लेकर देशों का रिस्पॉन्स एक-सा नहीं है। मसलन, भारत और चीन जैसे देश इसका विरोध करते हैं। भारत में तो रिजर्व बैंक ने इस पर बैन लगा रखा था, पर अमेरिका समेत कई देश इसके अनुकूल स्कीम बना रहे हैं। सेंट्रल अमेरिका के अल सल्वाडोर की कांग्रेस ने 8 जून 2021 को बिटकॉइन कानून पास किया और यह छोटा देश बिटकॉइन को लीगल टेंडर बनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया।
  • अल सल्वाडोर में पहले अमेरिकी डॉलर से ही लेन-देन होते थे। अब वहां डिजिटल करेंसी में भी लेन-देन होते हैं। उसकी देखा-देखी, कई दक्षिण अमेरिकी और अफ्रीकी बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं देश भी बिटकॉइन को लीगल स्टेटस देने पर विचार कर रहे हैं।
  • दक्षिण कोरिया जैसे बड़े देश भी क्रिप्टो करेंसी और एक्सचेंज को रेगुलेट करने के लिए कानूनी स्ट्रक्चर बनाने पर काम कर रहे हैं। दूसरी ओर क्रिप्टो फ्रेंडली मियामी, US ने हाल ही में क्रिप्टो एनक्लेव का आयोजन किया। पूरी दुनिया में बिटकॉइन जैसी क्रिप्टो करेंसी को अपनाने के प्रयास हो रहे हैं। कुछ देशों ने बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टो करेंसी पर आधारित म्यूचुअल फंड भी लॉन्च किए हैं।

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, यह कैसे काम करती है?
क्रिप्टोकरेंसी पर किसी का कंट्रोल नहीं है, यह पूरी तरह से डिसेंट्रलाइज्ड व्यवस्था है। कोई भी सरकार या कंपनी इस पर नियंत्रण नहीं कर सकती। इसी वजह से इसमें अस्थिरता भी है। यह ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं डिस्ट्रिब्यूटेड सिस्टम पर काम करती है, जिसे न तो कोई हैक कर सकता है और न ही किसी तरह की छेड़छाड़।

क्या है डिजिटल करेंसी जिसे RBI लाना चाहती है? सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC देश की फिएट करेंसी (जैसे रुपया, डॉलर या यूरो) का एक डिजिटल संस्करण है। इसे केंद्रीय बैंक जारी करता है। साथ ही इसकी गारंटी भी देता है। यह फिएट करेंसी के साथ ही वन टु वन एक्चेंजेबल है। इससे ट्रांजैक्शन बिना किसी मध्यस्थ या बैंक के हो जाता है।

रिजर्व बैंक से डिजिटल करेंसी आपको मिलेगी और आप जिसे पेमेंट या ट्रांसफर करेंगे, उसके पास पहुंच जाएगी। न तो किसी वॉलेट में जाएगी और न ही बैंक अकाउंट में। बिल्कुल कैश की तरह काम करेगी, पर होगी डिजिटल।

क्या यह क्रिप्टोकरेंसी का ही रूप होगा?
नहीं। क्रिप्टोकरेंसी के प्रति कोई लाएबल नहीं होता है, जबकि इसके ठीक विपरीत डिजिटल करेंसी केंद्रीय बैंक की देनदारी होगी। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में बहुत उतार-चढ़ाव होता है। क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग होती है। इसके लिए ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल होता है। इसको कोई सरकार या कोई विनियामक अथॉरिटी जारी नहीं करती है। इसके उलट डिजिटल करेंसी को केंद्रीय बैंक जारी करता है।

बिटकॉइन इंडिया में लीगल है या नहीं

Shiba Inu Kya Hai

शीबा इनु क्या है इसकी पुरी जाणकारी | What Is Shiba Inu in hindi ?

शीबा इनु एक meme Token है। जिसे एक अनजान संस्थापक के द्वारा लांच किया गया था। यह टोकन डोज कॉइन मीन टोकन के आधार पर बनाया गया था शीबा इनु एक कुत्ते की प्रजाति का नाम है यह टोकन खुद को Doge कॉइन किलर बताता है।

What is Ethereum

Ethereum क्या है और कैसे काम करता है

Ethereum kya hai

इथेरियम एक ओपन सोर्स प्लेटफॉर्म है जोकि ब्लाकचैन टेक्नोलॉजी पे चलता है। इस प्लेटफार्म का यूज़ करके यूजर डीसेंट्रलाइज एप्लीकेशन बना सकते हैं इस एप्लीकेशन को हम DAAP भी कहते है।

Bitcoin Kya Hota Hai

जानिये बिटकॉइन क्या होता है और कैसे काम करता है

Bitcoin Kya Hota Hai

बिटकॉइन यह डिजिटल करेंसी है। जो कि अदृश्य है। हम उसे ना तो देख सकते हैं ना ही छू सकते हैं। हम इसका उपयोग ऑनलाइन लेन-देन में कर सकते हैं। यह एक तरह का सीक्रेट पैसा है जिसे आप वॉलेट में सेव करके रख सकते हो । इसकी मदद से आप इंटरनेट पर किसी भी चीज को खरीद सकते हो, या फिर बेच सकते हो।

रेटिंग: 4.81
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 304
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *