विदेशी मुद्रा पर पैसे कैसे बनाने के लिए?

खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली

खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली
अगस्त में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इस महंगाई की एक वजह आधार प्रभाव भी रही है। इसके अलावा खरीफ की फसलों की बुआई के आंकड़ों को भी बाजार गलत ढंग से ले रहा है। सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त में खुदरा महंगाई दर बढ़कर सात प्रतिशत हो गई जबकि जुलाई में यह 6.71 प्रतिशत पर थी।

मुख्य आर्थिक सलाहकार अनंत नागेश्वरन ने रुपये के हालात पर दिया बयान।

विदेशी मुद्रा भंडार बस दिखाने के लिए नहीं, 'बारिश के दिनों' में इसका इस्तेमाल जरूरी: RBI गवर्नर शक्तिकांत दास

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने शनिवार 12 नंवबर को भारतीय रुपये (Rupee) पर दबाव कम करने के लिए फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप को सही बताते हुए उसका बचाव किया। RBI गवर्नर ने कहा कि विदेशी मुद्रा भंडार (Foreign Exchange Reserves) का इस्तेमाल ठीक ऐसी ही स्थितियों में किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि एक्सचेंज रेट में कोई अनुचित अस्थिरता न आए। 'हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट' में बोलते हुए शक्तिकांत दास ने खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली कहा, "कुछ ऐसे ऑब्जर्वेशन किए थे कि RBI अपने रिजर्व का अंधाधुंध इस्तेमाल कर रहा है। ऐसा नहीं है। खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली जैसा कि मैंने पहले भी कहा है कि बारिश के मौसम में हमें बचाव के लिए छाता उठाना पड़ता है। हमने ऐसे ही बारिश के दिनों में अपने रिजर्व का इस्तेमाल किया है।"

Learn Forex Trading Tutorials

विदेशी मुद्रा व्यापार सीखें - 2022 व्यापार करना सीखें। सर्वश्रेष्ठ ब्रोकर खोजें।
आज ही फॉरेक्स मार्केट पर ट्रेडिंग शुरू करने के लिए आपको जो कुछ जानने की जरूरत है, उसे जानें!

इस ऐप में मैं आपको दिखाऊंगा कि कैसे आप मुनाफा कमाने के लिए करेंसी मूवमेंट का फायदा उठा सकते हैं। हम मुद्राओं, चार्ट, बैल और भालू, लघु बिक्री के बारे में विस्तार से बात करेंगे,

आर्थिक घटनाओं के कैलेंडर को पढ़ना सीखें, जो विदेशी मुद्रा पर मौलिक व्यापार के साथ-साथ अन्य वित्तीय बाजारों जैसे NYSE, लंदन स्टॉक एक्सचेंज, फ्यूचर्स एक्सचेंज, और बहुत कुछ खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली के लिए अनिवार्य है।

मैं पूरी तरह से समझाऊंगा कि खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली विदेशी मुद्रा दलाल कैसे काम करते हैं, ताकि जब आप एक वास्तविक ट्रेडिंग खाता खोलने के लिए तैयार हों तो आप अविश्वसनीय दलालों से ईमानदार दलालों को आसानी खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली से अलग कर सकें। मैं रियल ट्रेडिंग के अपने अनुभव के आधार पर एक विदेशी मुद्रा दलाल का चयन करने के लिए एक मुफ़्त गाइड भी शामिल करता हूँ।

लगातार 10 हफ्तों की गिरावट के बाद दूसरी बार बढ़ा विदेशी मुद्रा भंडार, 600 अरब डॉलर के पार

Kavita Singh Rathore

राज एक्सप्रेस। देश में जितना भी विदेशी मुद्रा भंडार और स्वर्ण भंडार जमा होता है, उसके आंकड़े समय-समय पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किए जाते हैं। इन आंकड़ों में हमेशा उतार-चढ़ाव देखने को मिलता रहता है, लेकिन नए साल की शुरुआत में 2 बार दर्ज की गई बढ़त के बाद इसमें काफी बार लगातार गिरावट ही दर्ज की जा रही थी। हालांकि, स्वर्ण भंडार में बीच-बीच में बढ़त देखने को मिली, लेकिन विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार गिरावट ही दर्ज की गई, लेकिन इस बार आंकड़े उलटे नजर आए हैं। क्योंकि, इस बार दोनों में बढ़त दर्ज हुई है। इस बात का खुलासा RBI द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों से हुआ है। इस प्रकार इस बार भारत का विदेशी मुद्रा (FX) भंडार बढ़कर 600 बिलियन डॉलर से अधिक पर पहुंच गया है।

रुपए में गिरावट का मतलब

इसके साथ-साथ हमारा व्यापार घाटा भी अभूतपूर्व तरीके से बढ़ गया। व्यापार घाटे की वृद्धि का सीधा असर डॉलरों की मांग पर पड़ा और रुपए का अवमूल्यन होता गया। लेकिन पिछले लगभग दो वर्षों से सरकार के ऐसे कई प्रयास देखने को मिल रहे हैं, जिससे आयातों पर हमारी निर्भरता आने वाले समय में कम हो खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली सकती है। आत्मनिर्भर भारत योजना के परिणाम अब सामने आ रहे हैं और दवा उद्योगों के लिए कच्चा माल, सेमीकंडक्टर, इलैक्ट्रिक वाहन, टेलीकॉम उत्पादों सहित कई प्रकार के उत्पाद अब भारत में बनने लगे हैं…

लंबे समय से स्थिर रुपए में पिछले दिनों अचानक गिरावट आने लगी खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली है, जिसके कारण देश में चिंता व्याप्त हो रही है। गौरतलब है कि रुपए और डॉलर का विनिमय दर 6 दिसंबर 2021 को 75.30 रुपए प्रति डॉलर थी, जो 25 अप्रैल 2022 को 76.74 रुपए और 24 मई 2022 को 77.6 रुपए प्रति खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली डॉलर तक पहुंच गई थी। देखना होगा कि कोरोना की शुरुआत (अप्रैल 2020) में यह विनिमय दर 76.50 रुपए प्रति डॉलर थी जो बेहतर होती हुई जनवरी 11, 2022 तक आते-आते 74.00 रुपए प्रति डॉलर के आसपास तक पहुंच गई। लेकिन हाल ही में रुपए में आई गिरावट ने वो लाभ समाप्त कर दिया है। लेकिन अभी भी डॉलर अप्रैल 2020 के स्तर के लगभग 1.4 प्रतिशत ही ऊपर है।

विस्तार

मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी अनंत नागेश्वरन ने मंगलवार को कहा कि भारत अपनी मुद्रा रुपये का बचाव नहीं कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) रुपये के उतार-चढ़ाव को चरणबद्ध और बाजार के रवैये के अनुरूप रखने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है।

नागेश्वरन खुदरा विदेशी मुद्रा बाजार में बोली ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि भारतीय रुपये के प्रबंधन का तरीका अर्थव्यवस्था की बुनियाद को दर्शाता है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत अपने रुपये का बचाव नहीं कर रहा है। मुझे नहीं लगता है कि देश की बुनियाद ऐसी है जहां हमें अपनी मुद्रा का बचाव करना पड़े। रुपया अपना ध्यान रखने में खुद सक्षम है।’’

गौरतलब है कि इस साल रुपये की कीमत में लगातार गिरावट का रुख देखी गई है। अगस्त में रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर 80.15 प्रति डॉलर पर आ गया था। हालांकि, मंगलवार तक रुपये ने जोरदार वापसी की और डॉलर के मुकाबले अपने महीने भर के अपने सर्वश्रेष्ठ स्तर 79.15 के भाव पर बंद हुआ।

रेटिंग: 4.50
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 155
उत्तर छोड़ दें

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा| अपेक्षित स्थानों को रेखांकित कर दिया गया है *