इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है?

Intraday के लिए Stock कैसे चुने | intraday stock kaise select kare
Intraday के लिए Stock कैसे चुने– अच्छा कमाई करने के लिए सही शेयर का चुनना बहुत जरुरी हैं। आज हम जानेंगे अच्छा intraday stock kaise select kare कौन से ऐसे Criteria होना चाहिए जिसको फॉलो करने से आप ट्रेडिंग से अच्छा पैसा कमाई करने में आसानी हो।
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Intraday के लिए Stock कैसे चुने
Intraday Trading में आप बहुत ही कम समय के लिए काम करते हो। इसलिए आपका Stock Selection Perfect होना बहुत जरूरी हैं। आपको पहले दिन ही देखना चाहिए कौन से स्टॉक में आपको अगले दिन काम करना हैं। पहले से ही तैयारी करके रखना चाहिए। अगर मार्केट आपके हिसाब से काम करे तो आप अच्छा ट्रेड ले सको।
ज्यादा Liquidity स्टॉक चुने:- Intraday Trading में आपको सबसे पहले ज्यादा Liquidity वाले शेयर को ही चुनना चाहिए। Liquidity का मतलब जिस शेयर में Buyer और Seller ज्यादा होता हैं उसी को High Liquidity स्टॉक कहते हैं। अगर खरीदार और बेचनेवाले कम होंगे तब हो चकता है जिस वक्त आप शेयर को Sell करना चाहते हो उस वक्त आपको खरीदार ही ना इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? मिले। इसलिए आपको Intraday के लिए ज्यादा Liquidity स्टॉक में ही ट्रेडिंग करना चाहिए।
ज्यादातर जो कंपनी बड़ी होती है उसमे उतना ही ज्यादा Buyer और Seller मजूद होता है। इसलिए आपको Large cap Stocks को सेलेक्ट करना चाहिए। इसमें आपको हर सेकंड पर खरीदार और बेचनेवाले मिल जायेंगे।
Top Gainers/ Top Loosers स्टॉक चुने:- आपको ट्रेडिंग करने के लिए पिछले दिन के ज्यादा बढ़नेवाले या गिरनेवाला शेयर को चुनना चाहिए। आपको आज ट्रेड करना है तो पिछले दिन के Gainers और Loosers स्टॉक के Chart को देखना चाहिए। अगर कोई स्टॉक ऊपर या नीचे जाने का पहला दिन हैं। तो आपको एसी स्टॉक को Intraday के लिए लेना चाहिए।
intraday stock kaise select kare
सेक्टर के आधार पर:- मार्केट में पिछले दिन किन सेक्टर में ज्यादा ऊपर नीचे हुआ है। आपको उसमे नजर रखना चाहिए। ट्रेडिंग के दिन जिस भी सेक्टर में आपको ऊपर या नीचे जाते नजर आ रहा है। उस सेक्टर में ट्रेड लेना है ऊपर जा रहा है तो ऊपर का लेना है और नीचे जा रहा है तो नीचे का ट्रेड लेना हैं। आपको मार्केट के हिसाब से चलना चाहिए। जिस तरफ मार्केट जा रहा है उसी दिशा में आपको ट्रेडिंग करना हैं।
न्यूज़ पे असर वाले स्टॉक:- जब भी कोई न्यूज़ आता है उस स्टॉक के बारे में इसका असर शेयर प्राइस पर होते देखना चाहिए। अगर कोई अच्छी खबर आता है तो उसकी प्राइस बढ़ने चाहिए और बुरी खबर आता है तो गिरावट देखना चाहिए। ये होना इसलिए जरुरी है क्युकी कोई अच्छा न्यूज़ आता है उसकी प्राइस बड़ेगी और उसमे ट्रेडिंग करके अच्छा पैसा कमाई कर पाओगे।
Intraday Stocks में क्या नहीं होना चाहिए
Small cap Stock नहीं होना चाहिए:- Intraday में आपको बिल्कुल Small cap Stock पर ट्रेडिंग नहीं करना चाहिए। Mid cap भी अच्छा है लेकिन Large cap Stock सबसे अच्छा हैं Intraday Trading के लिए।
Upper circuit / Lower Circuit स्टॉक:- एसी स्टॉक में आपको बिल्कुल ट्रेडिंग नहीं करनी है जिसमे Upper circuit या Lower Circuit इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? को जल्दी हित करे। अगर कोई भी Intraday Stocks में ये जल्दी लगेगा तो आपको शेयर Buy और Sell करने में प्रॉब्लम होगा। इसलिए आपको एसी स्टॉक से दूर रहना हैं।
मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा कैसे पता करे
Intraday Trading में मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा इसमें नजर रखना बहुत जरुरी हैं। आपको जानना बहुत जरुरी है मार्केट किस तरफ जाने की संभावना ज्यादा हैं। ऐसे में आपको Global मार्केट को देखना बहुत जरुरी हैं। ये देखना इसलिए जरुरी है क्युकी आम तौर पर ऐसा देखा गया है जब भी Global Market गिरता है Indian मार्केट भी गिरता हैं।
और ऐसा इसलिए भी होता है आज के जो मार्केट है एक दुसरे में लिंक हैं। बहुत सारे ऐसे कंपनी है जो भारत में भी लिस्टेड है और Global बाज़ार में भी लिस्टेड हैं। अगर उसमे प्राइस गिरता है तो इसमें भी इसका असर देखने को मिलता हैं। इसलिए आपको Intraday ट्रेडिंग से पहले Global Market को देखना चाहिए। जिससे उसके आधार पर आप एक अच्छा फैसला ले सके।
Intraday Trading में नुकसान से बचने के लिए क्या करे
Stop Loss और Target जरुर लगाए:- Intraday Trading में Stop Loss और Target लगाना बहुत जरुरी हैं। अगर आप Stop loss नहीं लगायेंगे तो नुकसान होने की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। और Target नहीं लगाया तो हो चकता है एक बार में अच्छा प्रॉफिट हो लेकिन ज्यादातर आपको नुकसान का सामना करना पर चकता हैं। इसलिए दोनों ट्रेड एक साथ डालना बहुत जरुरी हैं।
लालश से दूर रहे:- ट्रेडिंग से पहले आपने जो भी टारगेट के लिए ट्रेड लिया है उसको हासिल होने के बाद आप प्रॉफिट बुक कर ले और ज्यादा लालश के चक्कर में ना पड़े। ज्यादा देर तक ट्रेडिंग करते रहोगे तो बाद में नुकसान होने की संभावना बढ़ जाता हैं।
मेरी राय:-
शेयर मार्केट में Intraday Trading में बहुत ही रिस्क होता हैं। इसमें जितना जल्दी आप मुनाफा कमा चकते हो उतना जल्दी आप पैसा गवा भी चकते हो। अगर आपको यदि करना ही है तो सबसे पहले कम पैसे से सुरवात करना चाहिए। उतना ही पैसा ट्रेडिंग में लगाए जितना नुकसान होने पर भी ज्यादा फर्क ना पड़े। अगर आप practice और साथ साथ सीखते रहोगे तो जरुर एक सफल ट्रेडर बन पाओगे।
आशा करता हु आपको Intraday के लिए Stock कैसे चुने intraday stock kaise select kare पोस्ट को पढ़के अच्छी तरह से समझ गए होंगे कैसे एक अच्छा शेयर को चुने जाते हैं। अगर आपके मन में इससे जुड़ी कोई भी सवाल या सुझाब है तो कमेंट में जरुर बताए। शेयर मार्केट से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी के साथ अपडेट रहने के लिए जरुर हमारे साथ बने रहना चाहिए।
Intraday trading tips in Hindi – इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स
Intraday trading tips in Hindi – इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स – आज के समय में लोग, गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद बहुत से एंड्राइड ऐप का इस्तेमाल करके ट्रेडिंग करते हैं. ज्यादातर लोग इसमें इंट्राडे ट्रेडिंग करके अच्छी खासी कमाई भी कर लेते हैं.
अगर आप भी उन सारे लोगों में शामिल है जो इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं. तो यह आपके लिए है. आप इंट्राडे ट्रेडिंग के माध्यम से हर दिन अच्छी खासी कमाई कर सकते हो. आज हम आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के कुछ टिप्स बताने वाले हैं. इंट्राडे ट्रेडिंग के माध्यम से आप एक निश्चित आय भी प्राप्त कर सकते हैं.
Intraday trading tips in Hindi – इंट्राडे ट्रेडिंग टिप्स
आज के समय में ज्यादातर लोग शेयर बाजार से वाकिफ है. शेयर बाजार पर ट्रेडिंग करने के बहुत सारे तरीके हैं. इनमें से एक प्रसिद्ध तरीका शेयर बाजार पर इंट्राडे ट्रेडिंग करने का है. यह आसान तरीका भी है क्योंकि आप इसके जरिए थोक में किसी शेयर को उसी दिन खरीदते हो और उसी दिन आपको 3:00 बजे से पहले उसे बेचना भी होता है. इस तरह का ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग चलाता है.
हर बनाया व्यक्ति जो शेयर बाजार से कुछ लाभ कमाना चाहता है उसकी पहली पसंद इंट्राडे ट्रेडिंग ही होती है क्योंकि वह इस पर जल्दी आकर्षित होता है. इसके जरिए उसे जल्दी लाभ मिल सकता है.
इंट्राडे ट्रेडिंग एक ही दिन में आप किसी शेयर या इंडेक्स को खरीद करके बेचते हो. यह भारतीय शेयर बाजार में किए जाने वाला सबसे बड़ा और सबसे ज्यादा किया जाने वाला ट्रेडिंग है. इस ट्रेनिंग में आप कम पैसों से अधिक से अधिक खरीद सकते हैं यानी कि ट्रेडर को एक निश्चित मार्जिन मनी रखना होता है. जिसके जरिए व इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकता है. इंट्राडे ट्रेडिंग को इसलिए भी जाना जाता है क्योंकि आप कम पैसे से जल्दी पैसा बना सकते हो.
लेकिन, इंट्राडे ट्रेडिंग पर आपको इस बात का भी ध्यान रखना है कि यह जोखिमों के अधीन होती है. इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले आप इसके जोखिमों के बारे में आपको पता होना चाहिए.
इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ रणनीति टिप्स
यार रणनीति नियमित निवेश की तुलना में अधिक जोखिम भरा होता है. इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर को एक ही दिन में एक निश्चित समय के अंतराल में खरीदना और एक निश्चित समय के अंतराल में ही बेचना होता है. चाहे इसमें आपको फायदा हो या फिर नुकसान.
इस पूरे ट्रेड में शेयर की डिलीवरी नहीं की जाती है. बल्कि ट्रेड को उसी ट्रेडिंग देने मार्केट बंद होने से पहले बेचना या स्क्वायर ऑफ करना होता है. इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर की कीमत में हो रहे उतार-चढ़ाव का लाभ आप उठा सकते हो. ग्रे ट्रेडिंग में अधिक नुकसान से बचने के लिए विशेष तौर पर उन लोगों के लिए जो शेयर बाजार में शुरुआत कर रहे हैं कुछ टिप्स हम नीचे दे रहे हैं.
एक बार में दो से तीन शेयर ना खरीदें :- अगर आप शेयर मार्केट में गए हैं तो हमारी असला रहेगी कि इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान आप एक बार में दो या तीन शेयर का चुनाव ना करें. जहां तक संभव हो लार्ज कैप शेयर में ही ट्रेडिंग करें.
शेयर का ट्रेंड क्या चल रहा है? यह भी जानना जरूरी है:- जब आप किसी शेयर पर इंट्राडे ट्रेडिंग पर ट्रेड करने जाते हो, तो इस बारे में आपको पता होना चाहिए कि शेयर का ट्रेंड चाचा है. यानी कि शेयर का ट्रेंड किस दिशा में है. शेयर के भाव बढ़ रहे हैं या फिर घट रहे हैं. अगर शेयर के भाव ऊपर बढ़ रहे हैं तो आपको उसे खरीद लेना चाहिए. या शेयर के भाव नीचे घटकर ऊपर बढ़ रहे हैं तो भी आपको खरीद लेना चाहिए इससे आपको अच्छी खासी इनकम मार्जिन मिल जाती है.
शेयर ट्रेडिंग के दौरान स्टॉप लॉस (Stop Loss) जरूर लगाएं :- आप इंट्राडे ट्रेडिंग पर शेयरों को खरीदने के बाद इस बात का ध्यान रखें कि आप उसी दिन स्टॉप लॉस जरूर लगा दे. जब भी आप कोई भी शेयर को ट्रेड करने के लिए स्टेटस जी बनाते हैं तो स्टॉपलॉस का अवश्य ध्यान रखें. क्योंकि ट्रेड लेने के लिए रणनीति बनाना जितना आवश्यक होता है उतना ही ट्रेड से निकलने के लिए भी रणनीति बनाना जरूरी होता है. स्टॉप लॉस आपके संभावित लॉस को सीमित करने में लाभदायक होता है.
एंट्री लक्ष्य को भी निर्धारित करें :- किसी भी शेयर की ट्रेडिंग लेने से पहले शेयर का एंट्री और लक्ष्य निर्धारित कर लें. जब भी आप शेयर मार्केट पर इंट्राडे ट्रेडिंग करते हैं तुरंत अपना टारगेट भी जरूर लगा दें. कोशिश करें कि दोबारा आप इस ट्रेड पर शेयर ना लगाएं.
इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर का विश्लेषण जरूरी है :- जैसा कि हमने इस बारे में ऊपर जिक्र किया है, इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको शेयर एक ही दिन में खरीद करके उसी दिन बेचना होता है. इस चलते आपको शेयर का विश्लेषण करना भी जरूरी है. इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अधिक लिक्विड वाली शेयर को आप सुन सकते हैं. अगर शेयर में लिक्विडिटी ज्यादा रहेगी तो उस शेयर को खरीद और बिक्री अधिक होती है. इसलिए कोशिश करें कि अधिक लिक्विडिटी वाली शेयर को खरीदें.
ओवरट्रेडिंग से बचें :- ओवरट्रेडिंग कभी भी ना करें. अर्थात अपनी हैसियत से ज्यादा का शहर कभी भी ना खरीदें. 1 दिन में दो या तीन ट्रेड ही खरीदें. अधिक लाभ कमाने के चक्कर में ओवरट्रेडिंग करने से कई बार नुकसान भी हो जाता है.
इस बात का ध्यान रखें कि इंट्राडे ट्रेडिंग कम से कम करें क्योंकि इसमें नुकसान होने के बहुत अधिक संभावना होती है. उतने ही पैसे में इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसे लगा है जो कि आप की आर्थिक स्थिति पर कोई प्रभाव ना डालती हो. इंट्राडे ट्रेडिंग जोखिमों से भरा होता है, यह निश्चित नहीं होती की जितने पैसे आपने लगाए हैं उतना ही ज्यादा आपको लाभ मिले. शेयर मार्केट के भाव कभी भी गिर सकते हैं. और कभी भी शेयर मार्केट के भाव ऊपर चढ़ सकते हैं. इसीलिए सोच समझकर के इंट्राडे ट्रेडिंग में पैसे लगाएं.
अगर आप भी करते है इंट्राडे ट्रेडिंग तो जानिए कैसे करें खुद को ऑडिट कराने की चिंता से मुक्त
इंट्राडे ट्रेडिंग करते है और आपका सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से ज्यादा है तो जानिए कैसे नियमों के दायरे में रहकर ऑडिट से राहत मिल सकती है।
इनकम टैक्स बचाने का हो टेंशन या फिर जीएसटी के पेचींदे नियमों की हो उलझन, अटका हो रिफंड या फिर मुश्किल में फंसा हो रिटर्न। हर मुश्किल सवाल का आसान जवाब है टैक्स गुरु। जहां पर ना केवल टैक्सपेयर्स अपने टैक्स की बचत करता है बल्कि टैक्स गुरु आपको टैक्स के उलझनों को सुलझाने के गुर भी सिखाते है।
अगर आप नियमित रुप से इंट्राडे ट्रेडिंग करते है और आपका सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये से इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? ज्यादा है ऐसे मैं तो आपको रिटर्न फाइल करना ही पड़ता है लेकिन ऑडिटिंग भी करानी पड़ती है। आज इस पर टैक्स गुरु में चर्चा होगी कि नियमों के दायरे में रहकर कैसे ऑडिट से राहत मिल सकती है। इसी पर विस्तार से चर्चा करने के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? हमारे साथ मौजूद है टैक्स एक्सपर्ट शरद कोहली।
नियमों के दायरे में ऑडिट से राहत
शरद कोहली का कहना है कि टर्नओवर में खरीद-बिक्री के ट्रांजैक्शन शामिल किए जाते है। जैसे ही आपका सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये को पार करता है तो वैसे ही सेक्शन 44AB के तहत टैक्स ऑडिट के नियमों को साफ तौर पर करना होता है। 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की टर्नओवर का ऑडिट जरुरी होता है। अगर 2 करोड़ रुपये से कम टर्नओवर पर सेक्शन 44AD के तहत प्रिजम्टिव स्कीम का फायदा टैक्सपेयर्स उठा सकता है।
स्टॉक ट्रेडर्स की सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपय़े को पार कर रही है परंतु सालाना टर्नओवर 2 करोड़ रुपये से नीचे है या फिर ट्रेडर्स 6 फीसदी या उससे ऊपर प्रॉफिट डिक्लेयर कर रहे है तो आप ऑडिट से बच सकते है लेकिन उसके लिए ट्रेडर्स को सेक्शन 44AD के तहत इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? प्रिजम्टिव स्कीम में सुगम फॉर्म भरना होगा।
वहीं अगर आप सालाना टर्नओवर 1 करोड़ रुपये को पार करते है और 6 फीसदी से कम प्रॉफिट डिक्लेयर कर रहे है तो आपको ITR III फाइल कर टैक्स ऑडिट करना होगा।
FY खत्म होने के बाद ITC एडजस्टमेंट
वित्त वर्ष खत्म होने के बाद क्या जीएसटी में इनपुट टैक्स क्रेडिट का एडजस्टमेंट किया जा सकता है? इस पर शरद कोहली का कहना है कि वित्त वर्ष समाप्ति के बाद डीलर को 6 महीने का समय दिया जाता है जिसके तहत डीलर नियमों के साथ इनपुट टैक्स क्रेडिट ( ITC) क्लेम करना संभव है। 30 सितंबर GSTR-3B फाइलिंग की आखिरी तारीख है। GSTR-9 सालाना रिटर्न फाइलिंग की डेडलाइन कई बार बढ़ी है। डेडलाइन मिस होने पर 24 फीसदी ब्याज का प्रावधान किया गया है।
Intraday trading tips in hindi : इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
Hello friends, कैसे हैं आप? आशा करता हूँ आप सभी अच्छे होंगे. Aryavarta Talk – hindi me jaankari में आपका स्वागत है. यह वेबसाइट आप लोगों जैसे जिज्ञाषु readers के लिए ही समर्पित है, जहाँ पर आप रोजाना कुछ नया सीखते हैं. आज का हमारा विषय है Intraday trading tips in hindi : इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है?
आपलोगों ने शेयर मार्केट के बारे में जरुर सुना होगा. शेयर मार्केट में पैसा कमाने के लिए लोगों को लम्बा इन्तिज़ार करना पड़ता है. महीनो तक invest करना पड़ता है. लोगों के बीच यह अवधारणा बनी हुई है कि पैसा कमाने के लिए लम्बा इंतिजार करना पड़ता है. किन्तु share market में कम समय में भी कमाई करने का option है.
Intraday trading से हो सकती है एक ही दिन में कमाई, समझिये हमारे साथ क्या है इंट्रा डे ट्रेडिंग का पूरा process. आप हर रोज शेयर खरीद या बेंचकर कमा सकते हैं – पैसे.
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Intraday trading tips in Hindi
किसी कंपनी के शेयर को एक ही दिन में खरीद कर बेच देना Intraday trading कहलाता है. इस प्रक्रिया में सुबह पैसा लगाकर शाम को कमाई की जा सकती है. ऐसा माना जाता है कि यहाँ मुनाफा त्वरित और आसानी से कमाया जा सकता है. इंट्राडे ट्रेडिंग में जिस दिन आपने शेयर ख़रीदा उसी दिन आपको वह शेयर market बंद होने से पहले बेचना होता है या तकनिकी भाषा में कहें तो स्क्वायर ऑफ करना होता है.
Intraday trading का उद्देश्य निवेश करना नहीं होता है बल्कि लाभ कमाना होता है. यहाँ शेयर्स खरीदने के लिए आपके पास ट्रेडिंग अकाउंट होना चाहिए. एक बात आपको ज्ञात होनी चाहिए कि शेयर्स बाज़ार में निवेश करने के लिए Demat account के साथ – साथ ट्रेडिंग अकाउंट भी होना जरुरी है. ट्रेडिंग अकाउंट ब्रोकर के जरिये खोला जाता है.
Intraday trading जोखिम भरा होता है ऐसा इसलिए क्योंकि आपके पास समय नहीं होता है. यहाँ हिसाब उसी दिन बराबर करना होता है चाहे फ़ायदा हो या नुकसान.
लाभ कैसे कमाया जाता है?
इंट्राडे ट्रेडिंग में आप शेयर खरीदकर उसी दिन जब शेयर का भाव ऊपर हो उस समय में बेंचकर लाभ कमा सकते हैं. किन्तु यहाँ जोखिम इस बात की होती है कि शेयर का भाव उसी दिन बढ़ेंगे या घटेंगे यह कोई नहीं कह सकता है. यहाँ अनुभव काम इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? आती है. जब कोई निवेशक यहाँ निवेश करता है तो वह बाज़ार के उतार चढ़ाव पर हर वक़्त नज़र बनाये रखता है.
तकनिकी विश्लेषण :
कहते हैं लालच बुरी बला है यह बात बिल्कुल यहाँ सटीक बैठती है. ज्यादातर निवेशक यहाँ लालच के कारण नुकसान उठाते हैं. यहाँ लाभ कमाने के लिए एक निवेशक को बाज़ार का तकनिकी ज्ञान के साथ – साथ बहुत सारे रिसर्च करने पड़ते हैं. इंट्राडे ट्रेडर्स और नियमित निवेशक में अंतर होता है.
- सबसे पहले आप यह सुनिश्चित कर लें कि आप क्या करने जा रहे हैं क्योंकि यह जितना आसन लगता है उतना है नहीं.
- इसके दोनों सकारात्मक और नकारात्मक पहलु होते हैं.
- शुरुआत करने से पहले प्लान बनाना आवश्यक है.
- लाभ और हानि दोनों स्थितियों को ट्रैक करना सीखें.
- ज्यादा liquidity वाले शेयर्स पर ध्यान दें ताकि किसी भी वक़्त उसे खरीदने और बेंचने के लिए इन्तिज़ार नहीं करना पड़े. ऐसे शेयर्स उपयुक्त मात्रा में मौजूद होते हैं.
- वर्तमान बाज़ार के उतार – चढ़ाव के साथ आगे बढ़ें.
- मंदी के समय में उन shares पर नज़र रखें जिन शेयर्स को निचे जाने इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? की संभावना हो.
- बाज़ार की चाल पकड़ने की कला सीखें इसके उतार और चढ़ाव से सीधे टक्कर न लें तो बेहतर होगा.
- कीमतों की movement पर नज़र बनाये रखने के लिए इंट्राडे ट्रेडर्स के द्वारा चार्ट का इस्तेमाल किया जाता है. यह चार्ट आमतौर पर तकनिकी विश्लेषण करने में ट्रेडर्स की मदद करता है.
- जोखिम को ध्यान में रखकर कूल व्यापारिक पूंजी का 2 या 3 प्रतिशत से ज्यादा जोखिम न उठायें. इसके लिए Stop Loss का उपयोग करें.
- इंट्राडे ट्रेडिंग का समय प्रातः 9:15 से शाम 3:30 बजे तक होती है.
- जहाँ तक हो सके यहाँ trading पुख्ता जानकारी के आधार पर ही करें.
- शुरुआत में trading को सिमित रखें, धैर्य से काम लें, भावनाओं में ना बहें.
- दुनिया की ख़बरों से अवगत रहें, सीखते रहें और इसके बुनियादी नियम की ओर विशेष ध्यान दें.
Conclusion : निष्कर्ष
सारी स्तिथियों का जायजा लेने के पश्चात हम यह कह सकते हैं कि intraday trading एक सट्टे की तरह ही है. बाज़ार का रूझान कब आपके खिलाफ हो जाएगी और कब आपके साथ होगी ये बात कोई नहीं बता सकता है. इसमें लाभ कमाने का कोई पक्का फार्मूला मौजूद नहीं है. इसके जोखिम को ध्यान में रखते हुए हमेशा उसी धन का उपयोग करें जिसे खोने के लिए आप तैयार हैं.
हर दिन आपको एक अलग ट्रेडिंग शैली या रणनीति के साथ बाज़ार में उतरना होगा. लोगों के सुझाव, इसमें उपयोग होनेवाली software, तकनिकी संकेतक केवल मार्गदर्शन के लिए हैं हो सकता है परिणाम इसके विपरीत भी हो सकते हैं. किसी दिन आपको profit होगा तो किसी दिन loss भी हो सकता है.
यदि आप बाज़ार में उतर गये हैं तो किसी को दोष ना दें. यह आपका चुनाव है, बस सीखते रहें, अनुभव लेते रहें, शेयर बाज़ार में टिके रहने का यही एक बेस्ट formula है. बाज़ार का क्षेत्र बहुत बड़ा है यहाँ कब बाज़ी पलटेगी आपको शत प्रतिशत कोई नहीं बता सकता है.
अंत में मेरी राय
यदि हो सके तो लम्बे समय के लिए invest करें. इसमें return कम मिलता है लेकिन जोखिम भी कम होता है. वास्तव में share market उनके लिए है जिन्हें इस field में अच्छी जानकारी है और intraday trading के लिए तो यह बहुत जरुरी है.
मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.
Intraday Trading in Hindi (संपूर्ण ज्ञान)
Intraday Trading in Hindi : इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है , इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करते है, इंट्राडे में बड़े नुकसान से कैसे बचे,डे ट्रेडिंग में पैसा लगाने से पहले क्या करना चाहिए? intraday trading से जुड़ी सारे जानकारी एक ही आर्टिकल मे।
आज शेयर मार्केट के नाम से हर कोई ज्ञात है। शेयर मार्केट पर कंपनी के शेयर खरीदे बेची जाती है। इन कंपनी के शेयर को लोग अलग-अलग समय के लिए खरीदते है। जैसे कि कोई व्यक्ति शेयर को खरीदकर 2-3 साल बाद बेचते है। यानी कि वो long term के लिए शेयर को होल्ड करते है। जिसे positional trading या long term इन्वेस्टर कह सकते है। ठीक उसी प्रकार कोई व्यक्ति शेयर को खरीदकर 1-2 हप्ते तक होल्ड कर फिर बेचते है। इसे स्विंग ट्रेडिंग भी कहाँ जा सकता है।
ठीक उसी प्रकार इंट्राडे ट्रेडिंग भी बहुत सारे लोग करते है। जिसमे शेयर buy-sell same डे में करना होता है। यानी अगर आप आज किसी शेयर को खरीदते हो तो आपको आज ही उस शेयर को बेचना होता है। इसे इंट्राडे ट्रेडिंग या same डे ट्रेडिंग कहाँ जाता है। आजके यह आर्टिकल पूरे इंट्राडे ट्रेडिंग के ऊपर बनाया गया है। अगर आपको इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है या इंट्राडे ट्रेडिंग सीखना है तो आर्टिकल को ध्यान से पढ़ते रहिए। तो चलिए intraday trading in hindi के बारे सम्पूर्ण ज्ञान जानते है।
Intraday Trading In Hindi
दरअसल हमारे इंडियन शेयर मार्केट सुबह के 9:15 को ओपन होते है और शाम 3:30 तक चलता है। आपको इसी टाइम के अंदर ही आर्डर लगाना होता है।
इस टाइम के अंदर खरीदे हुए शेयर को आप 3 टाइम फ्रेम तक होल्ड कर पाते हो।
अगर आप किसी शेयर को same day में buy करके, sell करते हो तो उसे intraday ट्रेडिंग कहाँ जाता है।
Intraday trading में आपको किसी भी शेयर को सुबह 9:15 के बाद खरीदना होता है और उसे 3:30 से पहले बेचना पड़ता है। अगर किसी कारण बसत आप शेयर को नही बेच पाते हो तो आप ब्रॉकर खुद ब खुद उसे सेल कर देते है।
आज बहुत सारे लोग इंट्राडे ट्रेडिंग करते है। लेकिन एक बात बता देता हूँ कि इंट्राडे ट्रेडिंग बहुत risky होते है। अगर आप जोखिम लेने में सक्षम हो तो तभी आप intraday trading में आए।
इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें?
ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? करने के लिए सबसे पहले आपको डेमेंट एकाउंट के जरूरत पढ़ते है। डेमेंट एकाउंट बनाने के लिए सबसे पहले नीचे दिए दस्तावेज के होना अनिवार्य होता है।
आगर आपके पास यह तीन दस्तावेज है तो आप डेमेंट एकाउंट बनाने के लिए eligible हो।
तो सबसे पहले आपको किसी भी ब्रॉकर के एप्प को डाऊनलोड करना पड़ेगा । जैसे
App को डाऊनलोड करने के बाद आप मांगी गई इनफार्मेशन को फील करके डेमेंट एकाउंट को बना सकते हो।
आपके डेमेंट कम्पलीट होते के बाद आप शेयर के buy , sell कर सकते हो।
जब आप कंपनी के शेयर खरीदने जाओगे तो इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? वहाँ आपको प्रोडक्ट टाइप के ऑप्शन मिलेगा जहाँ से आप intraday को सेलेक्ट करके इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हो।
और इंट्राडे ट्रेडिंग में खरीदे हुए शेयर को position पर जाकर बेच भी सकते हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग में बड़ा लॉस से बचने के उपाय?
- Trends : ट्रेडिंग में मुनाफा कमाने के जड़िया मान सकते हो ट्रेंड्स। इंट्राडे ट्रेडिंग में भी आपको ट्रेंड्स को पडख़ाना जरूरी है। मार्किट के दिशा क्या है, पिछले कुछ समय मे क्या मूवमेंट किया है इन चीज़ों पर ध्यान देना जरूरी है।
- Stop Loss/Target : ऐसा कोई बार देखा गया है कि इंट्राडे में भी मार्किट काफी ज्यादा volatile होते है और जिससे काफी ज्यादा लोस्स झेलना पड़ता है। और इससे बचने के उपाय है stop loss. आपको शेयर खरीदने के पहले से इसका स्टोप loss यानी कितना नीचे जाने में बेचना है यह decide रहना चाहिए और कितना ऊपर उठने बेचना है यह भी पहले से लिख कर रखना चाहिए।
- Risk Management : बड़ा लोस्स से बचने के लिए आपको risk management भी करना जरूरी है। आप किसी भी शेयर को खरीदने से पहले आपको कितना नुकसान झेलना है उस हिसाब से quantity को सेलेक्ट करके रिस्क फ्री ट्रेडिंग कर सकते हो।
- Revenge Trading : Revenge Trading एक बहुत बड़ा step होते है जो लोगो को बड़ा लोस्स बनने के कारण होते है। लोगो के mind psychology कुछ इस प्रकार के होते है – “मान लो आज आपके हज़ार रुपए के लोस्स हो गया और तभी आपके mind में loss रिकवर के सुझाब आएगा और जिसके लिए आप ओर शेयर को ख़रीदने लगोगे“। यानी कि आप revenge trading करके loss को recover करना चाहोगे जो कि loss के बड़ा बजह होते है। अगर आपको back to back losses आ रहा है तो उस दिन आपको मार्किट पर exit मार लेना चाहिए और इससे बड़ा लोसेस से भी बच सकते हो।
- ज्यादा ट्रेडिंग करना : इंट्राडे ट्रेडिंग में लोग एक ऐसा भी गलती करता है कि वे बहुत ज्यादा शेयर खरीदते है और यह भी एक loss के बजह है। इंट्राडे आप maximum 5 शेयर ही खरीदे। इससे ज्यादा शेयर खरीदना expert ने हानिकारक बताया है।
इंट्राडे के लिए शेयर को कब ढूंढना चाहिए?
बहुत लोगो के देखा है कि जब मार्केट ओपन होते है तब शेयर ढूंढते रहते है। लेकिन यह गलती मत करे।
आप पिछले दिन ही शेयर को ढूंढ के रखे, उसके आर्डर प्राइस, stop loss , टारगेट को डिसाइड करके रखे।
यह मैं नही बता रहा हूँ। वल्कि हर मार्किट experts के यही राय होते है।
इंट्राडे ट्रेडिंग के फ़ायदे
भले ही इंट्राडे ट्रेडिंग काफी रिस्की होते है लेकिन इसके कोई सारे फायदे इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? भी होते है।
Daily Passive Income : इंट्राडे ट्रेडिंग आपको डेली पैसिव इनकम के सुविधा देते है।
Margin : इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयर के ख़रीदत्तरी में कुछ हद तक मार्जिन भी दिया जाता है।
No loss after market close : मार्किट क्लोस होने के बाद आपके लोस होने के कोई चान्सेस नही होते है। जिससे आप टेंशन फ्री नींद ले सकते हो।
Short selling : इंट्राडे में आप शार्ट सेल्लिंग कर सकते हो। यानी कि शेयर को पहले बेचकर फिर उसे खरीदकर प्रॉफिट ले सकते हो।
इंट्राडे ट्रेडिंग के नुकसान
- Intraday में आपको बहुत जोल्दी डिसिशन बनाना होता है और आपके गलत इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे काम करता है? डिसिशन लॉस करबा सकते है।
- इंट्राडे में बहुत कमाने के लालसा आते है और ज्यादा कमाने के चक्कर मे ज्यादा गबा भी देते है।
- इंट्राडे में मार्जिन मिलने के कारण लोग आपने portfolio से ज्यादा शेयर खरीदते है और जिससे उसके कैपिटल को खोना पड़ता है।
- इंट्राडे बहुत ज्यादा रिस्की होते है। क्योंकि मार्किट में बहुत बड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिलते है।
इंट्राडे में मार्जिन क्या होता है?
आपने बैंक से कभी न कभी लोन जरूर लिया होगा जो आपको अपने जरूरत को पूरा करने के मदत करते है। इंट्राडे ट्रेडिंग में आपको मार्जिन के नाम प्रोवाइड किया जाता है।
मान लो आपके पास ट्रेडिंग के प्रयाप्त धन नही है तो आप इंट्राडे में मार्जिन के साथ ट्रेड कर सकते हो। Sebi के नए रूल के अनुसार आप 5X तक मार्जिन ले सकते हो।
यानी अगर आपके पास 10,000 है तो आप उसके 5x यानी 50,000 से ट्रेड कर सकते हो।
Intraday ट्रेडिंग के लिए टाइम फ्रेम
अगर आप ट्रेडिंग chat को ओपन करते हो आपको कोई सारे टाइम फ्रेम देखने को मिल जाते है। जैसे 1M, 1D, 1H , 5M
Intraday के लिए आप 1h से कम के टाइम फ्रेम को chose कर सकते हो। ज्यादातर लोगों का मानना है कि इंट्राडे के लिए 5मिनट, 15 मिनिट, 30 मिनिट ज्यादा अच्छा रहता है। बाकी आप अपने strategy के हिसाब से कोई सा भी टाइम फ्रेम ले सकते हो।
Conclusion
तो दोस्तो उम्मीद है, मैं आपको समझा पाए इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और कैसे करते है Intraday in Hindi? अगर आपको इस बारे में कोई भी डाउट रह गए है तो आप कमेंट करते पूछ सकते है।
Intraday trading in hindi यह पोस्ट आपको कैस लगा हमे कमेंट करके जरूर बताएं।
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Suraj Debnath
असम के निवासी सूरज देबनाथ इस ब्लॉग के संस्थापक है। इन्होने विज्ञान शाखा में स्नातक किया हुआ है। इन्हें शेयर मार्किट, टेक्नोलॉजी, ब्लोगिंग ,पैसे कमाए जैसे विषयों का काफी अनुभव है और इन विषयों पर आर्टिकल लिखते आये है। Join Him On Instagram- Click Here