फंजिबल टोकन

JNU Times
नॉन फंजिबल टोकन (NFT) एक यूनिक टोकन होता है, जो डिजिटल वैल्यू को जनरेट करते है। यह किसी भी फॉर्म (मूवी, डीवीडी, टीवी सीरीज) में मिल सकते है इसका हर टोकन अपने आप में Unique होता है। जिसकी एक मात्र कॉपी आपके पास होती है और किसी के पास नही और उसे आप अपनी कीमत पर बेच सकते है।
मतलब ऐसा कोई आर्टवर्क या दूसरी चीज जिसकी एक कॉपी हो उसे NFT करके डिजिटल टोकन जारी किया जाता है जिससे लोग पैसे कमाते है।
NFT कैसे काम करता है?
- नॉन फंजिबल टोकन (NFT) एक कमाई और इन्वेस्टमेंट का अच्छा तरीका हो सकता है।
- एनएफटी उदाहरण (NFT Example):- जैसे आपने और आपके दोस्त ने 2 भाले खरीदे और दोनो की कीमत समान है। तो आप उन भालो को आपस में बदल सकते है लेकिन फंजिबल टोकन उनमें से एक भाला नीरज चौपड़ा का है। तो क्या आप उन भालो को बदल सकते है नही ना।
- तो अब समझते है फंजिबल टोकन एनएफटी को जैसे हनी सिंह का कोई गाना अभी रिलीज नहीं हुआ है और वो एक ही है उसे आप NFT के माध्यम फंजिबल टोकन से खरीदकर रख लें। और उसकी एक ही कॉपी है और वो है आपके पास तो भविष्य में आप उसे ज्यादा कीमत पर बेच सकते है। इस तरह आप अपने पैसे को NFT में Investment कर सकते है।
NFT का उपयोग
- एनएफटी का उपयोग डिजिटल दुनिया में एकदम अलग चीजों को खरीदने और बेचने के लिए किया जाता है।
- जैसे आप ऑडियो, वीडियो और पेंटिंग NFT के माध्यम से खरीद सकते है।
वैसे तो एनएफट और क्रिप्टो करेंसी दोनो ही बिलकुल अलग चीजे है लेकिन इनमे एक समानता है को लोगो को दोनो मे फंजिबल टोकन संबंध बताती है वो है blockchain Technology दोनो ही डिजिटल वैल्यू ब्लॉकचेन पर बनाई गई है।
नही भारत में अभी तक ऐसा कोई नियम नहीं है हां क्रिप्टो को बैन करने का प्रस्ताव भारत सरकार ला सकती है।
NFT kya hai? नॉन फंजिबल टोकन कैसे काम करता है
दोस्तों क्रिप्टोकरेंसी का चलन चल रहा है। ऐस में एक और बात सामने आई है, जिसका नाम NFT है। एनएफटी का उपयोग करके लोग सभी पैसे कमा रहे हैं।आपको भी NFT के बारे में पता होना चाहिए, और आपको पैसे की कामना करनी चाहिए? तो इस आर्टिकल में हम आपको NFT के बारे में बताएंगे। जिससे इसके बारे में अच्छी और पूरी जानकारी मिल सके।
Nft को काफी दिन हो गए हैं। यह एक गैर-फंजीबल टोकन (non-fungible token) है। इसे क्रिप्टोग्राफिक टोकन कहा जा सकता है। ऐसी कोई भी तकनीकी कला है जिसके बारे में दावा किया जाता है कि यह अद्वितीय है।
इन दिनों इंटरनेट पर एनएफटी की चर्चा हो रही है। खासकर लोग एनएफटी के बारे में भी बात कर रहे हैं। आप में से कई शायद एनएफटी के बारे में भी जानते होंगे। लेकिन कौन नहीं जानता उनके लिए हम सरल शब्दों में बताएंगे कि NFT kya hai? और आप इससे क्या लाभ उठा सकते हैं?
NFT क्या है? | What is NFT?
NFT का फुलफॉर्म – Non Fungible Token
Nft एक क्रिप्टोग्राफिक टोकन है जो किसी भी अद्वितीय चीज को दर्शाता है। इसे एक गैर-फंजिबल टोकन कहा जाता है। एक व्यक्ति के पास यह दिखाने के लिए एनएफटी है कि उसके पास एक अनोखा या प्राचीन डिजिटल कलाकृति है इस के जैसा दुनिया में कोई भी दूसरा नहीं है। Nft अनोखा टोकन है या यह कहा जाता है कि ये डिजिटल परिसंपत्तियां जो मूल्य उत्पन्न करती हैं।
NFT एक डिजिटल संपत्ति है जो कला, संगीत, इन-गेम आइटम और वीडियो जैसी वास्तविक दुनिया की वस्तुओं का प्रतिनिधित्व करती है। वे इसे अक्सर cryptocurrency के साथ ऑनलाइन खरीदे और बेचे जाते हैं, और वे आम तौर पर कई क्रिप्टो के समान अंतर्निहित सॉफ़्टवेयर के साथ एन्कोडेड होते हैं। एनएफटी ने पेंटिंग की दुनिया को एक नया रास्ता दिखाया है।
एनएफटी अब कुख्याति प्राप्त कर रहे हैं क्योंकि वे डिजिटल कलाकृति खरीदने और बेचने का एक तेजी से लोकप्रिय तरीका बन रहे हैं। नवंबर 2017 के बाद से एनएफटी पर $ 174 मिलियन खर्च किए गए हैं।
NFT एक ऐसा तरीका है जिसके माध्यम से आभासी चीजों की डिजिटल खरीद की जाती है। आपके पास कोई सामान नहीं है और वे वर्चुअल चीजें खरीदते हैं जिनके पास दुनिया में कोई अन्य विकल्प नहीं है। NFTs भी cryptosystems की लोकप्रियता के साथ आबाद हैं क्योंकि वे भी blockchain पर चलते हैं।
NFT कैसे काम करता है?
एनएफटी एक ही ब्लॉकचेन पर मौजूद है, जो एथेरियम ब्लॉकचेन है। एथेरियम एक क्रिप्टोक्यूरेंसी प्लेटफ़ॉर्म है जो स्मार्ट अनुबंधों का उपयोग करता है और इस प्रकार, प्रत्येक एनएफटी अविनाशी है और इसे दोहराया नहीं जा सकता है।
भारतीय कलाकारों और निर्माताओं को स्वदेशी cryptocurrency प्लेटफ़ॉर्म coinSwitch या Wazirx से लाभ हो सकता है, यह ऑडियो फ़ाइलें, आर्ट मूज़ बना सकता है, जो ऐप्स / प्लेटफ़ॉर्म NFT उपयोगकर्ताओं, या उनके बौद्धिक गुणों के लिए देश का पहला मार्केटप्लेस वीडियो बना सकता है, Tweets एक सूची बनाएं और उन्हें नीलामी के लिए बाजार में सूचीबद्ध कर सकते हैं।
गैर-फंजिबल टोकन का उपयोग डिजिटल परिसंपत्तियों या सामान के लिए किया जा सकता है जो एक दूसरे से अलग हैं। फंजिबल टोकन यह उनकी कीमत और विशिष्टता को साबित करता है। इन आभासी खेलों कलाकृति से सब कुछ के लिए अनुमोदित किया जा सकता है. NFT को Standard और Traditional Exchanges में ट्रेड नहीं किया जा सकता है। उन्हें डिजिटल मार्केटप्लेस में खरीदा या बेचा जा सकता है।
NFT कैसे बनाता है?
NFT ब्लॉकचेन पर काम करता है और इससे संबंधित लेनदेन भी क्रिप्टो में किए जाते हैं। ब्लॉकचेन एक प्रकार का डिजिटल लेजर है जैसे बैंक, लेकिन यह बैंक से अलग है क्योंकि यह एक डिग्रेसिव है।
एनएफटी एक तरह से कला और डिजिटल दुनिया का मिश्रण है। जब आपकी कला को डिजिटल दुनिया में स्थापित किया जाता है, तो लोग इसमें कुछ अजीब दिखते हैं, यह एनएफटी के रूप में घोषित हो जाता है। बिटकॉइन की तुलना में, यह एक ही क्रिप्टो की तरह एक टोकन के रूप में है। लेकिन यह टोकन नहीं दिखता है। बिना देखे इसे खरीद और बेच सकते हैं, भारी मुनाफा कमा सकते हैं।
यह डिजिटल टोकन स्वामित्व के मान्य प्रमाण पत्र प्राप्त करता है. इस श्रेणी में आने वाले व्यक्ति को उनका प्रमाण पत्र मिलता है। इससे उस कला से जुड़े सारे अधिकार उनके मालिक को मिल जाते हैं। डिजिटल प्रमाणपत्र यह तय करता है कि इसका डुप्लिकेट नहीं बनाया जा सकता है। एक तरह से यह कॉपीराइट का अधिकार देता है।
NFT का भविष्य क्या है?
NFT रिपोर्ट 2020 के अनुसार, एनएफटी की बिक्री वर्ष 2020 में महामारी के दौरान 100 मिलियन अमेरिकी डॉलर को पार कर गई। भारत में, सरकार और RBI क्रायोटोकरेंसी के लिए एक रूपरेखा तैयार करने पर विचार कर रहे हैं। NFT के उत्साही लोगों को इस पर ध्यान देना चाहिए, एनएफटी पारिस्थितिकी तंत्र क्रायोटोकरेंसी का एक अनियमित बाजार है क्योंकि यह भारत में एक नई अवधारणा है। बाजार के प्रति उत्साही लोगों के अनुसार, एनएफटी अगली बड़ी चीज हो सकती है जो पैसे, संपत्ति या किसी भी आभासी संपत्ति से संबंधित लेनदेन को संचालित करने के तरीके में एक दिन में क्रांति ला सकती है।
फ्री में तैयार कर सकते हैं अपना नॉन-फंजिबल टोकन, नहीं लगेगी कोई गैस फीस
नॉन-फंजिबल टोकन्स (NFTs) का ट्रेंड लगातार बरकरार है और ढेरों आर्टिस्ट्स अपनी आर्ट्स और इमेजेस NFT के तौर पर शोकेस करते हैं। NFT बनाने और उसे किसी मार्केटप्लेस पर बेचने के लिए पहले एक कीमत या गैस फीस देनी होती है, जिसकी रेंज 10 डॉलर से लेकर 1000 डॉलर तक हो सकती है। यह बात अलग-अलग ब्लॉकचेन और इस्तेमाल किए जाने वाले प्लेटफॉर्म्स पर आधारित होती है। हालांकि, बिना कोई गैस फीस खर्च किए भी NFT बनाए जा सकते हैं।
क्या होता है नॉन-फंजिबल टोकन्स का मतलब?
NFT या नॉन-फंजिबल टोकन्स यूनीक डिजिटल असेट्स होते हैं, जिन्हें बिना ओरिजनल इन्फॉर्मेशन को नुकसान पहुंचाए इनमें बदलाव किए जा सकते हैं। किसी भी दूसरी क्रिप्टोकरेंसी की तरह NFTs को भी बेचा और खरीदा जा सकता है। अगर आप अपनी डिजिटल आर्ट की यूनीक कॉपी इंटरनेट पर बेचना चाहते हैं और इसे NFT में बदलना चाहते हैं तो आसान स्टेप्स फॉलो कर ऐसा किया जा सकता है। आप अपने कलेक्शन को आसानी से NFT मार्केटप्लेस पर लिस्ट कर सकते हैं।
गैस फीस भरने की अनिवार्यता हो सकती है खत्म
अपनी NFT मिंट (या तैयार) करते वक्त गैस फीस देने की अनिवार्यता के चलते कई आर्टिस्ट्स और क्रिएटर्स अपने आर्टवर्क को टोकन में नहीं बदल पाते। NFT तैयार करने के बाद उसकी बिक्री के लिए भी क्रिएटर्स को फीस भरनी पड़ती है। हालांकि, ओपेनसी प्लेटफॉर्म की मदद से यूजर्स को दो तरीकों से बिना कोई फीस दिए NFTs तैयार कर सकते हैं। आइए जानते हैं फंजिबल टोकन फंजिबल टोकन कि इसके दो तरीके क्या हो सकते हैं।
कर सकते हैं पॉलिगन ब्लॉकचेन का इस्तेमाल
पॉलिगन ब्लॉकचेन का इस्तेमाल कर NFT तैयार करने के लिए आपको ओपेनसी प्लेटफॉर्म पर जाकर अकाउंट बनाना होगा। ध्यान रहे कि आपके पास पहले ही मेटामास्क या कॉइनबेस वॉलेट होना चाहिए। ऐसा ना हो तो पहले अपना क्रिप्टो वॉलेट सेटअप कर लें। अब ओपेनसी डैशबोर्ड पर जाकर 'माय कलेक्शन' में जाने के बाद 'क्रिएट न्यू कलेक्शन' पर क्लिक करें। अपना NFT आर्टवर्क सेटअप करने के लिए फाइल, लोगो, बैनर, नाम और डिस्क्रिप्शन लिखने होंगे।
मिटिंग के वक्त चुनें पॉलिगन ब्लॉकचेन
आखिर में NFT मिंट करते वक्त आपको पॉलिगन ब्लॉकचेन चुननी होगी। अब 'ऐड आइटम' पर क्लिक कर आप शुरुआत कर पाएंगे और गैस फीस नहीं देनी होगी। हालांकि, ओपेनसी के लिए मिनिमम प्राइस वैल्यू दो डॉलर होनी जरूरी है।
लेजी मिंटिंग के जरिए भी हो सकती है बचत
बिना गैस फीस दिए नॉन-फंजिबल टोकन्स तैयार करने का दूसरा तरीका लेजी मिंटिंग से जुड़ा है। लेजी मिंटिंग NFT तैयार करने और बेचने दोनों के लिए गैस फीस से बचने का एक तरीका है। हालांकि, इस तरीके के साथ NFT कलेक्शन खरीदने वाले ग्राहक को भुगतान करना होता है। सबसे पहले ओपेनसी पर जाकर लिस्टिंग क्रिएट करें और फिर पॉलिगन ब्लॉकचेन का चुनाव करें। इसके बाद आपको 'क्रिएट NFT' पर क्लिक करना होगा।
आखिर में फॉलो करने होंगे ये स्टेप्स
अपने NFT कलेक्शन की कीमत लिखने और 'कंप्लीट लिस्टिंग' बटन पर टैप करने के बाद NFT ओपेनसी मार्केटप्लेस पर लिस्ट हो जाएंगे। इसके बाद आप प्राइवेट की इस्तेमाल करते हुए NFT सिग्नेचर फाइनल कर आप टोकन बेच पाएंगे और इनकी सेलिंग फीस कलेक्ट कर सकेंगे। हालांकि, ध्यान रखना होगा कि पॉलिगन ब्लॉकचेन पर NFTs लिस्ट होने की स्थिति में उसके खरीददार कम होंगे, इसके मुकाबले ईथेरम ब्लॉकचेन पर ज्यादा ग्राहक NFTs खरीदने जाते हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
सबसे महंगे नॉन-फंजिबल टोकन की बात करें तो यह 10 सेकेंड का एक वीडियो है। इस वीडियो को मीपल नाम के आर्टिस्ट ने बनाया है, जिसका असली नाम माइक विंकलमैन है। इनके लिए 69 फंजिबल टोकन मिलियन डॉलर (करीब 505 करोड़ रुपये) की बोली लगाई गई है।
क्या होता है NFT? इसे लेकर सरकार क्यों है परेशान? पढ़ें पूरी डिटेल
अब एक रिपोर्ट आई है कि NFT की खरीद-फरोख्त के जरिए भी मनी लॉन्ड्रिंग होने लगी है. और इसमें तेजी से इजाफा हो रहा है.
क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) पर ऐसा रायता फैला है कि किसी के समेटे नहीं समिट रहा है. इन सबके पीछे की जड़ यानी ब्लॉकचेन (Blockchain) टेक्नोलॉजी को सरकार मन ही मन खूब कोसती होगी. क्रिप्टोकरेंसी और NFT को बैन करना है या नहीं, ये तय नहीं हो पा रहा है. क्रिप्टोकरेंसी पर कानून बन नहीं पा रहा है. माने ये डिजिटल दुनिया की कोडिंग न हुई गले की हड्डी हो गई है. अब इससे जुड़ा एक नया मसला सरकार का सिरदर्द बढ़ाने वाला है. तो, बात ये है कि फंजिबल टोकन क्रिप्टोकरेंसी के मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) और हवाला सौदों में इस्तेमाल को लेकर सरकार पहले ही टेंशन में थी. अब एक रिपोर्ट आई है कि NFT की खरीद-फरोख्त के जरिए भी मनी लॉन्ड्रिंग होने लगी है. और इसमें तेजी से इजाफा हो रहा है.
ब्लॉकचेन डेटा प्लेटफॉर्म चेनएनालिसिस ने कहा है कि उन्होंने NFT मार्केटप्लेस पर संदिग्ध गतिविधियों की पहचान की है. रिपोर्ट के मुताबिक, भले ही अभी ये छोटे लेवल पर दिख रहा है, लेकिन इसमें तेजी से इजाफा हो रहा है.
क्या है पूरा मामला?
अब इस रिपोर्ट से सरकार के कान खड़े हो गए हैं. क्योंकि ये मसला देश की सुरक्षा के लिए भी खतरे खड़े कर सकता है. ऐसे में आने वाले वक्त में सरकार इस पर लगाम लगाने की पूरी कोशिश करेगी. हाल में ही सीबीडीटी चेयरमैन ने कहा था कि वे क्रिप्टो में ट्रेडिंग करने वालों के आंकड़ों को ट्रैक कर रहे हैं. और जो लोग टैक्स नहीं चुका रहे हैं उन पर नजर है. बजट में भी सरकार ने सभी डिजिटल एसेट्स में होने वाले मुनाफे पर 30% टैक्स ठोक दिया है.
इतना ही नहीं, ऐसे हर लेनदेन पर 1% TDS भी देना होगा. यानी सरकार क्रिप्टो और NFT से जुड़े सभी ट्रांजैक्शंस को अपनी निगरानी में होते देखना चाहती है. लेकिन, मसला इतना भी आसान नहीं है और कई एक्सपर्ट इन टैक्स रूल्स में तस्वीर साफ नहीं होने की बात कह चुके हैं. तो, जाहिर है पूरी बात सरकार के क्रिप्टो पर कानून लाने पर टिक गई है. जब तक इसका विस्तृत खाका नहीं आता. मनी लाउंडरिंग और अवैध गतिविधियों में क्रिप्टो या NFT के इस्तेमाल को रोकना सरकारी मशीनरी के लिए आसान नहीं होगा.
क्या है NFT (Non-Fungible Tokens)?
NFTs यानी की नॉन फंजिबल टोकन (Non-Fungible Tokens) एक तरह का डिजिटल एसेट या डेटा होता है, और इसे ब्लॉकचेन पर रिकॉर्ड किया जाता है. NFT एक तरह का डिजिटल टोकन होता है. इसमें आप इमेज, गेम, वीडियो, ट्वीट किसी को भी NFT में बदलकर मॉनेटाइज कर सकते हैं. इसमें खास यह है कि, इन डिजिटल एसेट को क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ही खरीदा और बेचा जाता है. नॉन फंजिबल टोकन काफी यूनिक है, क्योंकि इसका एक यूनिक आईडी कोड होता है इसलिए दो NFT कभी भी आपस में मैच नहीं कर सकते हैं. इसके साथ ही उनको डुप्लीकेट भी नहीं बनाया जा सकता है.
बता दें, ज्यादातर NFT Ethereums पर क्रिएट किए गए हैं, और इन्हें भी किसी दूसरे एसेट की तरह ही बेचा और खरीदा जा सकता है. आप भी चाहे तो NFT को खुद बनाकर और खुद ही बेच सकते हैं. इसके साथ ही आप इसकी रॉयल्टी कमा सकते हैं. इसमें किसी बिचौलियों की जरूरत नहीं है.