शुरुआती लोगों की मुख्य गलतियाँ

कौन सा ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रोकर सबसे अच्छा है

कौन सा ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रोकर सबसे अच्छा है

13 Best Trading App in india 2022| भारत का सबसे अच्छा ट्रेडिंग ऐप

लेकिन अगर आप trading start करने या Trading app पर switch करने की योजना बना रहे हैं, तो आपको apps के बारे में basic बातों की जांच करनी चाहिए और best app for stock market तथा Best Trading App in India (भारत का सबसे अच्छा ट्रेडिंग ऐप) के साथ निवेश करना चाहिए।

Table of Contents

What is Share market in hindi | what is Stock Market in hindi

Share Market तथा Stock Market एक ऐसा market है जहाँ काफी सारे companies के stocks या shares खरीदते और बेचते हैं. ये एक ऐसा स्थान है जहाँ कई लोग या तो बहुत पैसे कमा लिया करते हैं या तो अपने सारे पैसे गवा दिया करते हैं, किसी भी कंपनी का shares या stocks खरीदने का अर्थ है आप उस company में हिस्सेदार या partner बन जाना।

आप जितना भी पैसे लगाते हैं, तो आप लगाए हुए पैसे के हिसाब से कुछ percent के मालिक उस कंपनी के बन जाते हैं। जिसका अर्थ ये है की अगर उस कंपनी को future में मुनाफा हुआ तो आपके लगाए हुए पैसे से दुगना पैसा आपको मिलता है और यदि घाटा होता है तो आपका भी नुकसान होगा।

जिस तरह Share market in Hindi में पैसे कमाना या बनाना कौन सा ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रोकर सबसे अच्छा है easy है ठीक उसी तरह यहाँ पैसे गवाना भी उतना ही easy है क्यूंकि stock market में उतार चढ़ाव होते रहते हैं.

What is a trading app?| ट्रेडिंग ऐप क्या है?

Trading app एक mobile app है जो Share Market में Trading की सुविधा प्रदान करता है। अलावा, यह आपको Market news, research reports, विभिन्न Shares prices आदि प्रदान करता है ताकि आप Share Market में trade करते समय एक Inform decision ले सकें। इसके अतिरिक्त, Trading apps आमतौर पर आपको IPO, Mutual Fund, Commodity, Gold आदि में Investment करने की सुविधा प्रदान करते हैं।

Trading app आपके Trading की Real-time processing offer करते हैं और आपके Shares के performance monitor करने में आपकी मदद करते हैं। आप किसी भी समय, कहीं भी एक Trusted app के साथ shares buy और sell कर सकते हैं।

List of best trading apps in India to earn money में जाने से पहले, आइए उन Factors पर एक नज़र डालें, जिन पर आपको शुरुआती लोगों के लिए Best trading app in india 2022 चुनते समय विचार करना चाहिए।

Points to keep in mind while choosing the best trading app

आप Broker को app से बदल रहे हैं और जानना चाहते हैं कि Which app is the best for trading in India? इसलिए, आपको Best trading app चुनते समय बहुत सावधान रहना चाहिए क्योंकि यह आपके सभी Investments को संभालेगा। निम्नलिखित parameters के साथ उनका assessment करके Best Trading App in India चुनें।

1. Reliability

App की Reliability और credibility की जांच करना आवश्यक है। आपको app की Security के बारे में अच्छी तरह से research करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, आप अन्य Users के Experience को जानने के लिए Online reviews देख सकते हैं।

2. User-friendly Interface

एक Complex interfaces के साथ Trading app आपके लिए Trading को एक difficult task बना सकता है। Trading को easy बनाने के लिए हमेशा simple लेकिन Clear interface वाले Trading apps की तलाश करें।

3. Fees and charges

Trading app आपके investment Manage करने के लिए अलग-अलग fee लेता है। इसलिए, app का उपयोग करने से पहले fee and charges की जांच करना महत्वपूर्ण है ताकि आपके Benefit app fees कि वजह से दूर न हों।

4. Features

आपको app features पर करीब से नज़र डालनी चाहिए। अपने Investment option की सहायता के लिए आवश्यक सुविधाओं के अनुसार app की list को brief करें।

कौन से फ़ोरेक्ष व्हाइट लेबल उत्पादन सबसे व्यापक हैं?

जब एक नवागंतुक ब्रोकर फ़ोरेक्ष बाजार में प्रवेश करता है, तो एक व्यापार मंच की खोज का सामना करने वाले मुख्य कार्यों में से एक है। दो तरीके संभव हैं - या तो विकास कंपनी से सॉफ्टवेयर खरीदना और प्लेटफॉर्म को तैनात करना, इसे व्यक्तिगत जरूरतों के लिए समायोजित करना, या व्हाइट लेबल समाधानों को प्राथमिकता देना। आंकड़ों के अनुसार, शुरुआती दलालों में से 85% दूसरा मार्ग प्रशस्त करते हैं।

WL समाधानों के मुख्य लाभ क्या हैं?

ये उत्पाद नवागंतुक ब्रोकर को विस्तृत रूप में लाभ प्रदान करते हैं:

WL प्लेटफॉर्म आपके पैसे बचाते हैं, जबकि सॉफ्टवेयर खरीदने पर व्यवसाय के मालिक को 5-10 गुना अधिक खर्च करना पड़ सकता है।

व्हाइट लेबल उत्पादों को लागू करने में मदद करने वाली कंपनियां ब्रोकर को बनाए रखती हैं और उन्हें निरंतर समर्थन प्रदान करती हैं।

कंपनियां आपकी व्यक्तिगत मांगों के अनुरूप ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म स्थापित करती हैं। इसका मतलब, व्यापारियों को एक उच्च-गुणवत्ता और कार्यात्मक इंटरफ़ेस प्रदान करने के लिए एक ब्रोकर को कुछ प्लगइन्स, अतिरिक्त उपकरण और बहुत कुछ मिल सकता है।

WL समाधान सेवाओं के पूर्ण परिसर का तात्पर्य है, जबकि ब्रोकर को विशिष्टताओं में गोता लगाने की आवश्यकता नहीं है।

फ़ोरेक्ष ब्रोकर के लिए कौन से व्हाइट लेबल समाधान सबसे व्यापक हैं?

मेटा ट्रेडर 4. टाइमलेस क्लासिक्स

MetaQuotes Software ने 2005 में MT4 को पेश किया, और तब से यह ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अभी भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की रैंकिंग में शीर्ष पर है। इस बीच, MT4 की लागत लगभग $100 000 है - ब्रोकर को शुरुआत में बहुत अधिक खर्चों का सामना करना पड़ता है।

मेटाट्रेडर 4 समाधान सबसे अधिक मांग वाला प्लेटफॉर्म है, जिसका लाभ 30% से अधिक ब्रोकर और वैश्विक स्तर पर 50% से अधिक व्यापारियों द्वारा लिया जाता है। व्यापारिक उपकरणों की एक विस्तृत श्रृंखला, चार्ट मोड, अतिरिक्त तत्व व्यापारियों को गहन बाजार विश्लेषण करने के लिए सशक्त बनाते हैं। विश्लेषकों के अनुसार, यह समाधान नवागंतुकों और पेशेवर व्यापारियों के लिए समान रूप से कौन सा ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रोकर सबसे अच्छा है उपयोगी है।

जैसे, शुरुआती ब्रोकर का विशाल बहुमत इस मेटाट्रेडर व्हाइट लेबल समाधान को प्लगइन्स और व्यक्तिगत सेटअप के सेट के साथ प्राप्त करना पसंद करता है।

मेटा ट्रेडर 5. ट्रेडिंग की अगली पीढ़ी

आंकड़े बताते हैं कि MT5 दूसरा लोकप्रिय वैश्विक व्यापार मंच है। मेटा ट्रेडर के पांचवें संस्करण में पिछले वाले की तुलना में कुछ नई सुविधाएं और उन्नत कार्यक्षमता है। इसके अलावा, यह समाधान कई बाजारों के साथ संगत है (MT 4 को फ़ोरेक्ष बाजार के लिए असाधारण रूप से डिज़ाइन किया गया है)।

रखरखाव और सेटअप के लिए अतिरिक्त खर्चों कौन सा ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रोकर सबसे अच्छा है का उल्लेख करने के लिए इस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की कुल कीमत लगभग $200 000 है। विकल्पों के लिए, यह फ़ोरेक्ष व्हाइट लेबल लागत किसी भी तरह 10 गुना सस्ता है।

ब्रोकर को न्यूनतम कीमतों पर सबसे कार्यात्मक और प्रभावी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म को लागू करने का मौका मिलता है।

DX ट्रेड प्लेटफॉर्म।

यह प्लेटफॉर्म DX ट्रेड कंपनी द्वारा विकसित किया गया है, और ब्रोकर को एक सीधा समाधान मिलता है, जो अपने व्यापारियों को एक बेहतर इंटरफेस, अंतर्निहित आर्थिक कैलेंडर और बाजार का विश्लेषण करने के लिए बुनियादी उपकरणों के एक सेट के साथ सशक्त बनाता है। यह ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म FX और CFD बाजारों के अनुकूल है।

फ़ोरेक्ष ब्रोकर के लिए WL समाधान कहाँ से प्राप्त करें?

बाजार में प्रवेश करने के लिए, आपको सहयोग करने के लिए एक भरोसेमंद कंपनी की आवश्यकता है। B2Broker एक उद्योग नेता है जो हर विवरण में पूर्णता के लिए प्रयास करता है। कंपनी का सुझाव है कि ब्रोकर हाई-एंड टर्नकी कौन सा ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रोकर सबसे अच्छा है ग्लोबल फॉरेक्स सॉल्यूशंस को लागू करते हैं और शुरू से ही उद्योग को जीतते हैं। व्हाइट लेबल ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के अलावा, ब्रोकर को B2Broker विशेषज्ञों (उदाहरण के लिए B2Trader या B2Margin कोर उत्पाद) द्वारा विकसित नवीन उत्पादों तक पहुंच प्राप्त होती है।

5 Best Mobile Trading App in India 2020 (मोबाइल ट्रेडिंग ऐप)

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80 के दशक में, व्यापारियों को शेयरों की कीमत जानने के लिए अगले दिन के समाचार पत्र की प्रतीक्षा करनी थी। 90 के दशक के अंत में जब ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की शुरुआत हुई, तब चीजों में क्रांति हुई। ऑन-द-गो सुविधा की बढ़ती मांग के कारण एक और क्रांति और मोबाइल ट्रेडिंग ऐप पेश किए गए।

मोबाइल और टैबलेट के लिए ट्रेडिंग ऐप अब स्टॉक ब्रोकर की तलाश करने वाले व्यापारियों के लिए एक महत्वपूर्ण निर्णय ड्राइविंग कारक हैं। अगर आप भी ऐसे ही किसी ब्रोकर की तलाश में हैं, तो हमने आपकी मदद करने के लिए 5 बेस्ट मोबाइल ट्रेडिंग ऐप की सूची बनाई है।

5. Angel Broking Mobile App

एंजेल ब्रोकिंग देश के सबसे पुराने और सबसे बड़े स्टॉक ब्रोकरों में से एक है। अपने ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर के अलावा, ब्रोकर अब मोबाइल ट्रेडिंग ऐप भी पेश करता है, जो कई सुविधाओं के साथ आता है। एंजेल ब्रोकिंग मोबाइल ऐप की कुछ विशेषताओं में शामिल हैं-

  • कस्टम वॉचलिस्टबनाना
  • वास्तविक समय मेंट्रैकिंग इंडेक्स और स्टॉक
  • लाइव मार्केट समाचार और अन्य अपडेट
  • सभी सेगमेंट में अत्यंत सहजता के साथ व्यापार करना

4. RKSV Upstox

यदि आप एक डिस्काउंट ब्रोकर की तलाश कर रहे हैं, RKSV एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है। ब्रोकर ट्रेडों को बेहतर ट्रेडिंग सुविधा प्रदान करने के लिए आरकेएसवी अपस्टॉक्स के रूप में जाना जाने वाला एक मोबाइल ट्रेडिंग ऐप भी प्रदान करता है। इसकी कुछ विशेषताएं हैं-

  • लाइन और कैंडलस्टिक चार्ट
  • स्टॉक, एफएंडओ, मुद्रा, कमोडिटीज और इंडेक्सकी लाइव कीमतें
  • मार्केट, स्टॉप-लॉस और लिमिट ऑर्डर
  • एडवांस्ड ऑर्डर, जैसे कवर ऑर्डर

3. Motilal Oswal Mobile कौन सा ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रोकर सबसे अच्छा है App

मोतीलाल ओसवाल भी एक प्रतिष्ठित स्टॉक ब्रोकर हैं भारत में। 520 से अधिक शहरों और 1,700+ स्थानों पर इसके कार्यालय हैं। ऑन-द-गो ट्रेडिंग सुविधा प्रदान करने के लिए, दलाल एक उत्कृष्ट मोबाइल ट्रेडिंग ऐप भी प्रदान करता है। इसकी विशेषताओं में शामिल हैं-

  • इक्विटी, कमोडिटीज, डेरिवेटिव्स, मुद्राएं, म्यूचुअल फंड्स और यहां तक ​​कि आईपीओ जैसे सभी सेगमेंट में ट्रेडिंग
  • । रियल टाइम में पोर्टफोलियो को ट्रैक करने के लिए कई टूल्स
  • बढ़ी हुई सुविधा के लिए वन-टाइम लॉगिन

2. ShareMobile

ShareMobile ShareKhan से है देश के सबसे लोकप्रिय शेयर दलालों में से एक है। अपने उत्कृष्ट ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर के अलावा, शेयरखान द्वारा पेश किया गया मोबाइल ऐप कई उपयोगी सुविधाओं से भी भरा हुआ है, जैसे-

  • लाइव मार्केट स्ट्रीमिंग
  • बीएसई, एनएसई, एनसीडीईएक्स और एमसीएक्सजैसे सभी क्षेत्रों मेंट्रेडिंग, इंट्री का
  • लाइव ट्रेडिंग रिपोर्ट
  • आसान स्थानांतरण आपके बैंक खाते से आपके ट्रेडिंग खाते के लिए धन

1. Zerodha Kite

हमारी सूची में# 1से पतंग मोबाइल ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर है। डिस्काउंट ब्रोकर जल्दी से सबसे लोकप्रिय दलालों में से एक में बदल गया है और अपने ग्राहकों को नवीन सेवाएं और सुविधाएँ प्रदान करता है। इसके मोबाइल ट्रेडिंग ऐप की कुछ विशेषताएं हैं-

  • लाइव डेटा स्ट्रीमिंग
  • लाइव मार्केट अपडेट इन-इन-रिपोर्ट गहराई
  • से चार्ट के लिए 100 से अधिक संकेतक
  • स्वच्छ और सरल उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस
  • आसान खरीदना और बेचना
  • कई अलग-अलग प्रकार के ऑर्डर, जैसे नियमित, ब्रैकेट ऑर्डर, कवर ऑर्डर, एएमओ आदि को रखा जा सकता है।

ये भारत के सबसे अच्छे मोबाइल ट्रेडिंग ऐप में से 5 हैं। यदि आप ऑन-द-गो सुविधा के साथ एक विश्वसनीय ब्रोकर की तलाश कर रहे हैं, तो ऊपर उल्लिखित आपके लिए एक उत्कृष्ट विकल्प हो सकता है।

पेपर ट्रेडिंग कैसे करें | बेस्ट प्लेटफॉर्म 2022

जब कोई व्यक्ति स्टॉक मार्केट में नया आता है तो वह अपनी ट्रेडिंग की शुरुआत पेपर ट्रेडिंग करके करता है क्योंकि यहां पर जो आपको पैसे मिलते हैं वह कौन सा ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रोकर सबसे अच्छा है वर्चुअल पैसे होते हैं जिनका इस्तेमाल आप ट्रेडिंग करने के लिए कर सकते हैं जब आपको अच्छे से अपने ऊपर विश्वास हो जाए तब आप रियल मनी के साथ में कैद कर सकते हैं तो चलिए आज के इस लेख में आप जानने वाले हैं की पेपर ट्रेडिंग कैसे करें और पेपर ट्रेडिंग करने के लिए बेस्ट प्लेटफार्म कौन सा है

पेपर ट्रेडिंग कैसे करें

पेपर ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक ऐसा वर्चुअल सॉफ्टवेयर होना जरूरी होता है जो आपको एक वर्चुअल पैसा दे सके जिसके माध्यम से आप मार्केट में ट्रेडिंग कर सकते हैं पेपर ट्रेडिंग के लिए कौन सा प्लेटफार्म सही है इसके बारे में मैंने आपको नीचे और ज्यादा विस्तार से बता रखा है अब इसके साथ ही पेपर ट्रेडिंग के फायदे और पेपर ट्रेडिंग के नुकसान के बारे में भी बता रखा है

Paper Trading Software क्या है

पेपर ट्रेडिंग जिसे वर्चुअल ट्रेडिंग भी कहा जाता है एक नए ट्रेडर को बाजार में अनुभव करने के लिए पेपर ट्रेडिंग करने की सलाह दी जाती है क्योंकि पेपर ट्रेडिंग के अंदर आपके पास Real money से ट्रेडिग नहीं होती है

जिसके कारण आपको अगर नुकसान भी होता है तो उससे आपको कोई नुकसान नहीं होता है पेपर ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर एक प्रकार का ऐसा प्लेटफार्म होता है जहां पर कोई भी व्यक्ति अपना खाता बनाकर वर्चुअल पैसों के साथ में ट्रेडिग करना शुरू कर सकता है

Paper Trading App

Trading View – आपको यह प्ले स्टोर पर मिल जाएगा इसके माध्यम से आप विश्व के किसी भी मार्केट में आसानी से पेपर ट्रेडिंग कर सकते हैं ट्रेडिंगव्यू ऐप के अंदर आपको $100000 का वर्चुअल करेंसी मिलता है जिससे आप आसानी से अपने शेयर मार्केट के अनुभव को बढ़ा सकते हैं

Neostox – यह एक वेबसाइट है जहां पर जाकर आपको अपना एक खाता बनाने की आवश्यकता पढ़ती है यहां पर आप भारतीय शेयर मार्केट के अंदर लाइव ट्रेडिंग कर सकते हैं इसके साथ ही आप यहां पर ऑप्शन ट्रेडिंग और स्विंग ट्रेडिंग भी कर सकते हैं शेयर मार्केट में आने वाले नए लोगों के लिए यह वेबसाइट सबसे अच्छा पेपर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है

Paper Trading protfolio क्या है

यदि आप का स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग ना करके निवेश करना चाहते हैं तो भी आप पेपर ट्रेडिंग के माध्यम से निवेश कर सकते हैं इसमें आपका पैसा नहीं लगेगा और अगर कभी घाटा हुआ तो मैं भी आपकी जेब से नहीं जाएगा पेपर ट्रेडिंग का इस्तेमाल करके आप निवेश करना सीख सकते हैं

paper trading क्या है

पेपर ट्रेडिंग एक प्रकार की सॉफ्टवेयर ट्रेडिंग होती है जो शेयर मार्केट में नए लोगों को खुद के पैसे लगाए बिना ट्रेडिंग और इन्वेस्टिंग सीखने समझने में मदद करता है ऑनलाइन पेपर ट्रेडिंग करवाने वाली वेबसाइट और सॉफ्टवेयर आपको बिल्कुल वैसा ही अनुभव देते हैं जैसा कि आप किसी प्रकार के साथ में ट्रेडिंग करते हैं

पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान

जब आप पेपर ट्रेडिंग करते हैं तो आपको पैसा खोने का डर नहीं रहता है क्योंकि वहां पर आपके जेब से पैसे नहीं लगे हुए रहते हैं जिसके कारण आप वहां पर कोई भी फैसला लेने से पहले बिल्कुल भी नहीं सोचते हैं

वहीं अगर आप रियल मार्केट में कैद करते हैं तो वहां पर आपको हमेशा अपने पैसे खोने का डर बना रहता है साथ ही आप वहां पर डर और लालच के हिसाब से अपने फैसले लेते हैं

कोई भी व्यक्ति पेपर ट्रेडिंग करके अपने आपको एक अच्छा ट्रेडर नहीं मान सकता है क्योंकि पेपर ट्रेडिंग में और रियल ट्रेडिंग में बहुत बड़ा फर्क होता है ट्रेडिंग का असली अनुभव आपको खुद के पैसे लगाकर ट्रेनिंग करने पर ही आता है

निष्कर्ष – Conclusion

आज के इस लेख में आपने सीखा की पेपर ट्रेडिंग कैसे करें पेपर ट्रेडिंग के फायदे और नुकसान और साथ ही पेपर ट्रेडिंग करने के लिए सबसे अच्छा प्लेटफार्म कौन सा है यदि आपको इसलिए संबंधित कोई भी सवाल या सुझाव देना है तो आप वह कमेंट बॉक्स में दे सकते हैं इस लेख पेपर ट्रेडिंग कैसे करें को अंतत पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद

अब ‘अल्गो ट्रेडिंग’ को रेगुलेट करने की तैयारी, SEBI लाया नए नियम, जानिए इससे जुड़ी सभी काम की बातें

भारत में अल्गो ट्रेडिंग का दौर 2008 में ही शुरू हो गया था, लेकिन इसका फायदा वे ही लोग उठाते रहे हैं जो कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग में दक्ष हों. रिटेल में स्टॉक खरीदने-बेचने का काम लोगों ने कुछ ही साल पहले शुरू किया है.

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TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh

Updated on: Dec 14, 2021 | 1:52 PM

अल्गो ट्रेडिंग का नाम भले नया हो, लेकिन ट्रेडिंग के कद्रदान इसका फायदा बहुत पहले से उठा रहे हैं. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया या SEBI अब इसे रेगुलेट करने की तैयारी में है. एक आंकड़ा बताता है कि भारत में होने वाली ट्रेडिंग का तकरीबन 50 फीसदी हिस्सा अल्गो ट्रेडिंग से ही संपन्न हो रहा है. ऐसे में सेबी की निगाह पड़ना लाजिमी है. दरअसल, अल्गो ट्रेडिंग का मतलब अल्गोरिदम से जुड़ा है जो पूरी तरह से कंप्यूटर से जरिये पूरा किया जाता है. अल्गो ट्रेडिंग में भी यही काम होता है. इसमें कंप्यूटर के जरिये ही स्टॉक की खरीद-बेच की जाती है. इसका दूसरा नाम ऑटोमेटेड या प्रोग्राम्ड ट्रेडिंग भी है. आइए इस नए प्रकार की ट्रेडिंग के बारे में जानते हैं.

अल्गो ट्रेडिंग कंप्यूटर प्रोग्राम के माध्यम से की जाती है. कंप्यूटर में पहले से पैरामीटर्स, स्टॉक खरीद-बिक्री के निर्देश, मार्केट का पैटर्न और शर्तें फीड की गई रहती हैं. बस आपको स्टॉक खरीदने या बेचने के लिए कंप्यूटर का बटन दबाना होता है और काम पूरा हो जाता है. भारत में अल्गो ट्रेडिंग का दौर 2008 में ही शुरू हो गया था, लेकिन इसका फायदा वे ही लोग उठाते रहे हैं जो कंप्यूटर और प्रोग्रामिंग में दक्ष हों. रिटेल में स्टॉक खरीदने-बेचने का काम लोगों ने कुछ ही साल पहले शुरू किया है.

कैसे होती है अल्गो ट्रेडिंग

अल्गो ट्रेडिंग शुरू करने के पीछे मकसद ये था कि ट्रेडिंग में समय बचे और अधिक तेजी से बिजनेस हो. अगर आप खुद किसी स्टॉक को सेलेक्ट करें और खरीदें या बेचें तो उसमें अधिक समय लगेगा जबकि कंप्यूटर यह काम कुछ ही सेकंड में पूरा कर देता है. अल्गो ट्रेडिंग में कौन सा ट्रेडिंग सॉफ्टवेयर और ब्रोकर सबसे अच्छा है कोई ब्रोकर कंप्यूटर प्रोग्राम के जरिये शेयर पहले ही सेलेक्ट कर लेता है और बाजार खुलते ही ट्रेडिंग शुरू हो जाती है. अल्गो ट्रेडिंग का लिंक स्टॉक एक्सचेंज के सर्वर से जुड़ा होता है. इसलिए ट्रेडिंग की हर जानकारी स्टॉक एक्सचेंज के साथ अपडेट होती रहती है.

अल्गो से ट्रेडिंग पूरी होने के पहले रिटेल ट्रेडर का या तो अपने ब्रोकर को फोन करना होता है या ब्रोकर के ऑफिस में जाना होता है. अल्गो ट्रेडिंग में ही मोबाइल ट्रेडिंग का प्रोसेस भी आता है जिसमें मोबाइल के जरिये स्टॉक खरीदे या बेचे जाते हैं. इसमें मोबाइल ऐप के द्वारा ऑर्डर दिए जाते हैं. अल्गो ट्रेडिंग का एक एडवांस्ड वर्जन भी है जिसमें बिना किसी इंसानी दखलंदाजी के काम होता है.

सेबी की क्यों लगी निगाह

सेबी ही स्टॉक एक्सचेंज का रेगुलेटर है और यही सभी ब्रोकर टर्मिनल को मॉनिटर करता है. लेकिन ट्रेडर्स के अल्गो प्रोग्राम के लिए एक्सचेंज की कोई मंजूरी नहीं चाहिए होती है. अल्गो की मॉनिटरिंग के लिए कोई रूल भी नहीं है. लेकिन सेबी को अब यह लगता है कि बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट या स्टॉक एक्सचेंज को खतरा हो सकता है.

बिना रेगुलेशन वाले अल्गो से मार्केट में छेड़छाड़ की भी आशंका है. यह भी हो सकता है कि जिन अल्गो की मॉनिटरिंग नहीं होती, वे ग्राहकों को भारी मुनाफा या रिटर्न का झांसा देकर फंसा दें. ट्रेडिंग फेल होने पर ग्राहकों का भारी नुकसान हो सकता है. 2015 में ऐसा एक विवाद हो चुका है जिसमें पता चला कि एनएसई ने कुछ चुनिंदा अल्गो ट्रेडर्स को बिजनेस में तरजीह दी थी. इन वजहों को देखते हुए सेबी अल्गो ट्रेडिंग को रेगुलेट करने की तैयारी में है.

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