कॉमर्स का इतिहास

वैश्विक ई-कॉमर्स से होने वाली कमाई में इतिहास में पहली बार 95 अरब डॉलर की कमी का अनुमान, रिपोर्ट में खुलासा
Global E-commerce Revenue: इतिहास में पहली बार दुनिया भर में ई-कॉमर्स राजस्व के इस साल काफी कम होने का अनुमान है। ऐसा आपूर्ति श्रृंखला में बाधा पैदा होने और बढ़ती मुद्रास्फीति (Inflation) के कारण है।
Edited By: India TV Business Desk
Published on: September 08, 2022 18:08 IST
Photo:IANS वैश्विक ई-कॉमर्स से होने वाली कमाई में इतिहास में पहली बार 95 अरब डॉलर की कमी का अनुमान
Highlights
- केवल चार वर्षों में वैश्विक राजस्व में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई
- पहले की तुलना में 2022 में 481 बिलियन डॉलर अधिक राजस्व का अनुमान लगाया था
- पिछले साल 3.8 बिलियन लोगों ने की थी ऑनलाइन खरीददारी
Global E-commerce Revenue: इतिहास में पहली बार दुनिया भर में ई-कॉमर्स राजस्व के इस साल काफी कम होने का अनुमान है। ऐसा आपूर्ति श्रृंखला में बाधा पैदा होने और बढ़ती मुद्रास्फीति (Inflation) के कारण है। उद्योग को इस साल 3.74 ट्रिलियन डॉलर की बिक्री की उम्मीद है, जो 2021 की तुलना में 95 बिलियन डॉलर कम है। एक रिपोर्ट में गुरुवार को ये बात कही गई है। अगस्ता फ्री प्रेस डॉट कॉम (augustafreepress.com) के आंकड़ों के अनुसार, अपेक्षित ई-कॉमर्स राजस्व में गिरावट 2022 में वैश्विक चुनौतियों के बीच आ रही है।
क्या है रिपोर्ट में?
महामारी के दौरान, कई उपभोक्ताओं ने खरीददारी के अपने व्यवहार को बदल दिया है और ब्रांड वैल्यू, उपलब्धता और सुविधा की तलाश में नए ब्रांडों की ओर रुख किया है। रिपोर्ट में कहा गया है, पारंपरिक ई-कॉमर्स तकनीक भी अपनी सीमा तक पहुंच गई है, और कई ब्रांड अपने ई-कॉमर्स तकनीक को ग्राहकों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं देख रहे हैं। इसके अलावा, डिजिटल विज्ञापनों की लागत बढ़ रही है। हालांकि, आपूर्ति श्रृंखला में बाधा और मुद्रास्फीति कमजोर कारक बनी हुई है।
आंकड़ों से समझिए
स्टेटिस्टा डिजिटल मार्केट आउटलुक के अनुसार, केवल चार वर्षों में वैश्विक राजस्व में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2021 में 3.84 ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो गई। इलेक्ट्रॉनिक्स और फैशन में बिक्री इनमें से कुल मूल्य का लगभग आधा हिस्सा है। आंकड़े बताते हैं कि 2017 और 2021 के बीच, वैश्विक ई-कॉमर्स फैशन उद्योग का राजस्व 67 प्रतिशत बढ़कर 890 बिलियन डॉलर हो गया। इस अवधि में इलेक्ट्रॉनिक्स बिक्री 46 प्रतिशत बढ़कर 920 बिलियन डॉलर हो गई। स्टेटिस्टा डिजिटल मार्केट आउटलुक के नवीनतम पूवार्नुमान से पता चलता कॉमर्स का इतिहास है कि वैश्विक मैक्रो-इकोनॉमिक कारकों ने ई-कॉमर्स उद्योग में पहली बार साल-दर-साल राजस्व में गिरावट दर्ज की है।
रिपोर्ट में कहा गया है, पिछले पूवार्नुमान ने एक साल पहले की तुलना में 2022 में 481 बिलियन डॉलर अधिक राजस्व का अनुमान लगाया था। हालांकि, जुलाई तक, वैश्विक ई-कॉमर्स राजस्व प्रक्षेपण 4.22 ट्रिलियन डॉलर से 3.74 ट्रिलियन डॉलर तक फिसल गया।
पिछले साल 3.8 बिलियन लोगों ने की थी ऑनलाइन खरीददारी
हालांकि इस समय एक परिस्थितियां विपरीत हैं, लेकिन स्टेटिस्टा को उम्मीद है कि राजस्व वृद्धि अंतत: पटरी पर आ जाएगी। पिछले साल, वैश्विक ई-कॉमर्स बाजार में लगभग 3.8 बिलियन लोगों ने ऑनलाइन खरीददारी की थी। आंकड़े बताते हैं कि 2022 में ऑनलाइन खरीददारों के 31.5 करोड़ सालाना बढ़कर 4.1 अरब होने की उम्मीद है। साथ ही, इस साल बाजार की पहुंच दर 54.1 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है।
ई-कॉमर्स का इतिहास काफी पुराना : डॉ. मित्रा
ज्ञानचंद जैन कॉमर्स कॉलेज चाईबासा में सोमवार को ई-कॉमर्स एंड उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया.
ज्ञानचंद जैन कॉमर्स कॉलेज चाईबासा में सोमवार को ई-कॉमर्स एंड उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मुख्य वक्ता सह मुख्य अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के कॉमर्स के पूर्व हेड डॉ. दीपक कुमार मित्रा उपस्थित हुए। उन्होंने सेमिनार में अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि ई कॉमर्स का इतिहास काफी पुराना है। अभी केवल इसका विस्तार हो रहा है।
उन्होंने कहा कि आज भारत की पूरी अर्थव्यवस्था में लगभग 20 प्रतिशत का योगदान ई-कॉमर्स से है। उन्होंने कहा कि ई कॉमर्स कंपनियों की मनमानी रोकने के लिए सरकार ने उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम में बहुत ही आवश्यक फेरबदल किये हैं। सरकार हमेशा से चाहती है कि उपभोक्ताओं का शोषण न हो इसलिए ई कॉमर्स कम्पनियों को सख्त हिदायत दी गई कि वो अपने प्रोडक्ट की पूरी डिटेल लिखें। किसने बनाया, कहां बना है, कब एक्सपायर होगा, साथ ही पेमेंट पॉलिसी, रिटर्न पॉलिसी आदि सभी बातें बतानी होगी। नये उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम सभी उपभोक्ता के हितों को ध्यान में रख कर बनाया गया है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ विजय मिश्रा ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि इस तरह के एक दिवसीय सेमिनार के आयोजन से छात्र छात्राओं की बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं के बीच ई-कॉमर्स और उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम पर एक भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें प्रथम पुरस्कार राहुल कुमार अग्रवाल, द्वितीय नंदी जोंकों, और तृतीय दिविया तिवारी। कार्यक्रम में मंच संचालन डॉ. मुरारी लाल बैध ने किया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विजय प्रकाश ने दिया। कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय प्रोफेसर बसंती कलुण्डिया, प्रोफेसर असीम अनुपम डीन, प्रोफेसर जी वी आर आर शास्त्री, प्रोफेसर पूजा साहू, प्रोफेसर स्वाति राजा,युवराज कलन्दी आदि उपस्थित थे।
वैश्विक ई-कॉमर्स से होने वाली कमाई में इतिहास में पहली बार 95 अरब डॉलर की कमी का अनुमान, रिपोर्ट में खुलासा
Global E-commerce Revenue: इतिहास में पहली बार दुनिया भर में ई-कॉमर्स राजस्व के इस साल काफी कम होने का अनुमान है। ऐसा आपूर्ति श्रृंखला में बाधा पैदा होने और बढ़ती मुद्रास्फीति (Inflation) के कॉमर्स का इतिहास कॉमर्स का इतिहास कारण है।
Edited By: India TV Business Desk
Published on: September 08, 2022 18:08 IST
Photo:IANS वैश्विक ई-कॉमर्स से होने वाली कमाई में इतिहास में पहली बार 95 अरब डॉलर की कमी का अनुमान
Highlights
- केवल चार वर्षों में वैश्विक राजस्व में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई
- पहले की तुलना में 2022 में 481 बिलियन डॉलर अधिक राजस्व का अनुमान लगाया था
- पिछले साल 3.8 बिलियन लोगों ने की थी ऑनलाइन खरीददारी
Global E-commerce Revenue: इतिहास में पहली बार दुनिया भर में ई-कॉमर्स राजस्व के इस साल काफी कम होने का अनुमान है। ऐसा आपूर्ति श्रृंखला में बाधा पैदा होने और बढ़ती मुद्रास्फीति (Inflation) के कारण है। उद्योग को इस साल 3.74 ट्रिलियन डॉलर की बिक्री की उम्मीद है, जो 2021 की तुलना में 95 बिलियन डॉलर कम है। एक रिपोर्ट में गुरुवार को ये बात कही गई है। अगस्ता फ्री प्रेस डॉट कॉम (augustafreepress.com) के आंकड़ों के अनुसार, अपेक्षित ई-कॉमर्स राजस्व में गिरावट 2022 में वैश्विक चुनौतियों के बीच आ रही है।
क्या है रिपोर्ट में?
महामारी के दौरान, कई उपभोक्ताओं ने खरीददारी के अपने व्यवहार को बदल दिया है और ब्रांड वैल्यू, उपलब्धता और सुविधा की तलाश में नए ब्रांडों की ओर रुख किया है। रिपोर्ट में कहा गया है, पारंपरिक ई-कॉमर्स तकनीक भी अपनी सीमा तक पहुंच गई है, और कई ब्रांड अपने ई-कॉमर्स तकनीक को ग्राहकों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं देख रहे हैं। इसके अलावा, डिजिटल विज्ञापनों की लागत बढ़ रही है। हालांकि, आपूर्ति श्रृंखला में बाधा और मुद्रास्फीति कमजोर कारक बनी हुई है।
आंकड़ों से समझिए
स्टेटिस्टा डिजिटल मार्केट आउटलुक के अनुसार, केवल चार वर्षों में वैश्विक राजस्व में 70 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो 2021 में 3.84 ट्रिलियन डॉलर से अधिक हो गई। इलेक्ट्रॉनिक्स और फैशन में बिक्री इनमें से कुल मूल्य का लगभग आधा हिस्सा है। आंकड़े बताते हैं कि 2017 और 2021 के बीच, वैश्विक ई-कॉमर्स फैशन उद्योग का राजस्व 67 प्रतिशत बढ़कर 890 बिलियन डॉलर हो गया। इस अवधि में इलेक्ट्रॉनिक्स बिक्री 46 प्रतिशत बढ़कर 920 बिलियन डॉलर हो गई। स्टेटिस्टा डिजिटल मार्केट आउटलुक के नवीनतम पूवार्नुमान से पता चलता है कि वैश्विक मैक्रो-इकोनॉमिक कारकों ने ई-कॉमर्स उद्योग में पहली बार साल-दर-साल राजस्व में गिरावट दर्ज की है।
रिपोर्ट में कहा गया है, पिछले पूवार्नुमान ने एक साल पहले की तुलना में 2022 में 481 बिलियन डॉलर अधिक राजस्व का अनुमान लगाया था। हालांकि, जुलाई तक, वैश्विक ई-कॉमर्स राजस्व प्रक्षेपण 4.22 ट्रिलियन डॉलर से 3.74 ट्रिलियन डॉलर तक फिसल गया।
पिछले साल 3.8 बिलियन लोगों ने की थी ऑनलाइन खरीददारी
हालांकि इस समय एक परिस्थितियां विपरीत हैं, लेकिन स्टेटिस्टा को उम्मीद है कि राजस्व वृद्धि अंतत: पटरी पर आ जाएगी। पिछले साल, वैश्विक ई-कॉमर्स बाजार में लगभग 3.8 बिलियन लोगों ने ऑनलाइन खरीददारी की थी। आंकड़े बताते हैं कि 2022 में ऑनलाइन खरीददारों के 31.5 करोड़ सालाना बढ़कर 4.1 अरब होने की उम्मीद है। साथ ही, इस साल बाजार की पहुंच दर 54.1 फीसदी तक पहुंचने की उम्मीद है।
इ कॉमर्स क्या होता है, इसके लाभ, सीमाएं तथा चुनौतियों को बताये
वस्तुओं और सेवाओं को इंटरनेट पर खरीदना – बेचना या विज्ञापन द्वारा उत्पादकों की सूचनाएं ग्राहकों तक पहुँचाना ई कॉमर्स है| हम इस लेख में इ कॉमर्स क्या होता है के साथ इसके लाभ, सीमाएं तथा चुनौतियाँ के बारे में बता रहे है| What is e commerce in hindi.
What is e commerce in hindi – e commerce kya hai
e commerce से तात्पर्य व्यापारिक गतिविधियों को इन्टरनेट के माध्यम से किया जाना है. इन व्यापारिक गतिविधियों में वस्तु एवं सेवा दोनों सम्मिलित है.
व्यापारिक गतिविधियों को ई-वाणिज्य के अंतर्गत सुचना प्रौद्योगिकी एवं उन्नत कंप्यूटर नेटवर्क के उपयोग से कार्यकुशल बनाया जा सकता है. यह न केवल कागजों को विस्थापित कर इलेक्ट्रॉनिक स्वरूप देता है बल्कि बहुत सारी गतिविधियों को हटाकर व्यापार को इलेक्ट्रॉनिक वातावरण प्रदान करता है.
कंप्यूटर नेटवर्क, इंटरनेट वर्ल्ड वाइड वेब से लेकर इलेक्ट्रॉनिक डाटा एक्सचेंजर, ईमेल, इलेक्ट्रॉनिक बुलेटिन बोर्ड, इलेक्ट्रॉनिक फण्ड ट्रांसफर आदि उपयोगी तकनीकों को समाविष्ट कर व्यापारिक कार्यकलापों को सम्पादित करने में ई-कॉमर्स एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है.
व्यापार को संचालित करने की नए साधनों और उपायों की तलाश किया जाना और इसे रूप प्रदान करना कोई नई घटना नहीं है. प्रारम्भ से ही इसके लिए प्रयास किया जाता रहा है. पारम्परिक व्यापार की गतिविधियों को संचालित करने के लिए विभिन्न पारम्परिक तरीके अपनाएं जाते रहे है. और इसी के कड़ी के रूप में ई-कॉमर्स को अपनाया गया और इससे बहुत हद तक व्यापार करने के तरीकों में क्रांतिकारी परिवर्तन आ गया.
ई कॉमर्स के लाभ
इसने व्यापारियों तथा कंपनियों के साथ ही उपभोक्ताओं के सामने भी अनगिनत विकल्पों के द्वार खोल दिए है. इससे कंपनियों विक्रेताओं एवं ग्राहकों को निम्न मुख्य लाभ प्राप्त होते है:
- पसंद के वस्तुओं के चयन में सुविधा
- उत्पादों की विशेषताओं और मूल्यों का तुलनात्मक अध्ययन में सरलता होना
- वस्तुओं की खोजबीन हेतु बार-बार बाजार आने-जाने में लगने वाले समय की बचत
- बाजारों की समय सीमा और भौगोलिक सीमाओं का विस्तार
- किसी भी समय खरीदारी करने की सुविधा
- डिजिटल भुगतान की सुविधा
- उत्पादकों, वितरको एवं अन्य व्यापारिक सहयोगियों से व्यापारिक सूचनाओं का आदान-प्रदान एवं व्यापारिक खर्चो में कमी
- व्यापार चक्र की गतिविधियों में तीव्रता
- नए बाजारों व ग्राहकों तक पहुँचने में आसानी
- वस्तुओं, उत्पादों व सेवाओं की अधिक जानकारी प्रदान करने की क्षमता का विकास
- ग्राहकों से बेहतर संबंध का विकास
- कागज की बचत
- नए व्यापार की सम्भावनाएं
- अभिलेखन का माध्यम इलेक्ट्रॉनिक होने से समग्र गुणवत्ता मे सुधार
ई वाणिज्य की सीमाएं तथा चुनौतियाँ
जागरूकता और डिजिटलीकरण का आभाव: एक बहुत बड़ी आबादी अभी भी इन्टरनेट और डिजिटलीकरण से दूर है. और यह ई-कॉमर्स के लाभ को उठाने के मार्ग में सबसे बड़ी चुनौती है. हालाँकि डिजिटल भारत जैसे महत्वाकांक्षी कार्यक्रम से सभी लोगो को डिजिटली जोड़ने के दिशा में आशातीत बढ़त प्राप्त की जा सकी है. लेकिन जब तक पूर्ण डिजिटलीकरण न हो जाता तक तक ई-कॉमर्स क्षेत्र के सामने चुनौती डटी पड़ी है.
बहुत से लोगों के मन में यह शंका कुंडली मार कर बैठी है की ई-कॉमर्स के माध्यम से किये गये लेन-देन में वे धोखाधड़ी के शिकार हो सकते है. आधी उम्र पार कर चुके ज्यादातर लोगों में यह समस्या काफी अधिक है. ऐसे में उन्हें इन सुविधा से जोड़ पाना काफी दुष्कर है.
पर्याप्त सुरक्षा कानून का न होना और इसके क्रियान्वयन में कमी होना: यह पॉइंट भी ई-वाणिज्य के विकास के मार्ग में बाधक है. इस दिशा में जल्द सुधार किया जाना अपेक्षित है.
हैकिंग व धोखाधड़ी: यह ई-वाणिज्य के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. हैकिंग की समस्या से केवल यही क्षेत्र नहीं बल्कि पुरा डिजिटल क्षेत्र त्रस्त है. आये दिन एक के बाद एक हैकिंग की खबरें सामने आती रहती है.
हैकिंग के अतिरिक्त धोखाधड़ी की समस्या भी कुछ कम नहीं है. बहुत से ऐसे फ्रॉड कंपनियां और लोग है जो अशिक्षित और कम जानकार लोग को अपने शिकार में फंसा लेते है. इससे ई-कॉमर्स क्षेत्र की काफी बदनामी होती रही है.
स्पष्ट है की जहाँ एक ओर ई-कॉमर्स की काफी सारे लाभ है वहीं इसकी कुछ सीमाएं और चुनौतियाँ भी है. इन चुनौतियों को दूर करने के दिशा में प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है.
हम आशा करते है की इस लेख ने आपको इ कॉमर्स क्या होता है, इसके लाभ, सीमाएं तथा चुनौतियों कॉमर्स का इतिहास के बारे में जानने में सहायता की| आपको बैंकिंग व्यवस्था का इतिहास के बारे में भी पढना पसंद हो सकता है|
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What Is E-Commerce In Hindi | ई-वाणिज्य क्या है !
(eCommerce in Hindi) eCommerce ई कॉमर्स का Meaning है वाणिज्यक के सभी कामों को इलेक्ट्रॉनिक की मदद से करना या इन्टरनेट पर व्यापार करना ! इन्टरनेट के विकास ने कॉमर्स को आसान बना दिया है, इन्टरनेट के अन्तर्गत विभिन्न Web Sites के माध्यम से उपभोक्ता एवं सेवाओं की जानकारी दी जा सकती है , तथा इलेक्ट्रॉनिक की सहायता से ही सौदे किये जा सकते है !
What Is E- Commerce Learn In Hindi (ई कॉमर्स क्या है)
Credit Cards का E-Commerce के सौदों में काफी महत्वपूर्ण स्थान होता है, बैंक एवं अन्य संस्थाए इ-कॉमर्स सौदों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है ! Credit Card | क्रेडिट कार्ड का उपयोग होने से सुरक्षा इ-कॉमर्स एक महत्वपूर्ण पहलू होता है.
विभिन्न ऐसी संस्थाए है जो इ-कॉमर्स के अन्तर्गत संबधित कार्यो को संपन्न करती है | इ-कॉमर्स के निर्माता का उपभोक्ता से प्रत्यक्ष सम्पर्क स्थापित कर दिया है ! Edi ने E-Commerce के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, इससे विभिन्न व्यवसायीक संघठन सूचनाओं का आदान -प्रदान करने में सफल हुए.
- माल का विक्रय या लीज पर लेना
- Banking, तकनिकी आदि सुविधाएं देना
- मनोरंजन सुविधाएं देना
- लाइसेंस आदि के बारे में On-Line सुचना देना
- Software का विक्रय
- विज्ञापन की सुविधा
- पर्यटन का विकास
- विश्व स्तरीय व्यापार करना (Global Trading)
E-Commerce हेतु आवश्यक तत्त्व :-
- आधार भूत ढांचे की उपलब्धता
- Network की सुरक्षा
- पक्षकारों की पहचान
- सौदों की गोपनीयता
- शिकायत निवारण की व्यवस्था
- मुद्रा के विनियम की सुविधा
E-Commerce का उपयोग :- (Application of E-Commerce)
- E.D.I के माध्यम से काम रहित सूचनाओं का आदान-प्रदान
- Communication (E-mail) से
- Electronic Bulletin Booed एवं Conferencing
- Electronic fund transfer
Doing Business E-Commerce(E-Commerce के सौदे) :-
एक इसमें निम्न प्रकार के सौदे संपन्न होते है.
Business to Customer :- इसके अन्तर्गत E-Commerce के माध्यम से उपभोक्ताओं को Shopping मनोरंजन स्वास्थ्य वित्तीय आदि की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है.
Business तो Business :- इसमें व्यवसाय एवं आपूर्तीकर्ताओं बैंकों, माल का आदेश देना या लेना बिल बनाना आदि से संबधित सेवाए आदि है.
Inter Business :- इसमें कम्पनीया अपने कार्यशेत्र का विस्तार कर दुसरे व्यवसायिक संघटनो के साथ संबध स्थापित करते है ! एवं व्यवसायिक सौदे करते है.
Intra Business :- इसके अन्तर्गत (i) Video Conferencing, Bulatin Boand आदि सेवाओं का उपयोग व्यवसायिक संघटन अपने विभिन्न कार्यालयों हेतु करते है !
इ-कॉमर्स के लाभ :- Benefit Of ECommerce In Hindi
- बाजार का विस्तार
- मध्यस्थो की समाप्ति
- विपणन लागतो में कमी
- उपभोक्ता की शीघ्र सेवाए
- घरेलु एवं अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में वृद्धि
- Inventory की मात्रा में कमी
- जल्दी एवं सस्ती सूचनाओं का आदान प्रदान
- प्रतिस्पर्धात्मक एवं लाभधायकता में वृद्धि
Electronic माध्यमो ने Out-Saving को भी बढ़ावा दिया है | Out-Saving का मतलब संघटन करने से सेवाओं के उत्पादन के लिए बाहरी पक्षकारों का उपयोग करना है, एक संघटन अपनी सूचनाओ की भी Out-Saving संघटन के लिए निम्न कारणों से लाभकारी है-