प्लेटफार्म

अहमदाबाद स्टेशन के प्लेटफार्म 10-11 पर लगी लिफ्ट
अहमदाबाद. अहमदाबाद रेलवे स्टेशन से प्लेटफार्म नंबर 10-11 पर लिफ्ट लगाई गई है, जिससे अब बुजुर्ग और दिव्यांग यात्रियों को पहुंचने में आसानी होगी। शनिवार को अहमदाबाद पश्चिम से सांसद किरीट सोलंकी ने इस लिफ्ट का लोकार्पण किया। साथ ही स्टेशन के नौ प्लेटफार्म पर नए ट्रेन इंडीकेटर और कोच गाइडेन्स प्रणाली का भी प्रारंभ किया गया है। प्लेटफार्म नंबर एक, ग्यारह व बारह को छोड़कर सभी प्लेटफार्म पर 1.80 करोड़ रुपए की लागत से कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए गए हैं। जहां प्लेटफार्म नंबर एक को विकास कार्य के चलते प्लेटफार्म पचास दिनों के लिए बंद किया गया है। वहीं प्लेटफार्म नंबर 11-12 पर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट और अन्य विकास कार्य के चलते कोच गाइडेंस नहीं लगाए गए। प्लेटफार्म नंबर एक, ग्यारह व बारह को छोड़कर सभी प्लेटफार्म पर 1.80 करोड़ रुपए की लागत से कोच गाइडेंस सिस्टम लगाए गए हैं।
सोलंकी ने अहमदाबाद स्टेशन परिसर में स्मारक के तौर पर राष्ट्रध्वज भी शुभारंभ किया, जो 100 फीट ऊंचा है। इस मौके पर सोलंकी ने कहा कि अहमदाबाद मंडल पर यात्रियों सुविधाओं से संबंधित कई कार्य किए जा रहे हैं। मंडल रेल प्रबंधक दिनेश कुमार ने बताया कि अहमदाबाद स्टेशन को हेरिटेज लुक देने का कार्य तेजी से चल रहा है। साथ ही प्लेटफार्म नंबर एक को और बेहतर बनाया जा रहा है। मणीनगर की ओर फुटओवरब्रिज को हटाकर नया बनाया जा रहा है, जिससे यात्री आसानी से अन्य प्लेटफार्म पर भी जा सकेंगे। मौजूदा समय में अहमदाबाद स्टेशन पर प्लेटफार्म नंबर 8-9 को छोड़कर सभी प्लेटफार्म पर लिफ्ट लगाई जा चुकी हैं। इन प्लेटफार्म पर लिफ्ट लगाने का कार्य प्रगति पर है। इस मौके पर महापौर बिजल पटेल भी मौजूद थी।
ब्लॉक के चलते तीन मेमू ट्रेनें आंशिक रद्द
वडोदरा. गोधरा-रतलाम सेक्शन में लीमखेडा व मंडल महुडी के बीच ब्रिज नं. 5 पर गर्डर रिप्लेसमेंट के कार्य के चलते शनिवार को ब्लॉक लिया गया है। 5 जनवरी को वडोदरा मंडल में 3 मेमू ट्रेनें आंशिक से रद्द रहेगी।
ट्रेन नंबर 69117 वडोदरा- दाहोद मेमू गोधरा व दाहोद के बीच रद्द रहेगी। ट्रेन नंबर 69118 दाहोद- वडोदरा मेमू दाहोद व गोधरा के बीच रद्द रहेगी। ट्रेन नंबर 69189 आणंद- दाहोद मेमू गोधरा व दाहोद के बीच रद्द रहेगी।
प्लेटफार्म क्या है? हिंदी में [What is Platform? in Hindi]
कंप्यूटर की दुनिया में, एक "प्लेटफ़ॉर्म" आमतौर पर कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम को संदर्भित करता है। उदाहरण के लिए, विंडोज एक्सपी पर चलने वाले डेल कंप्यूटर को विंडोज प्लेटफॉर्म पर चलने वाला माना जाएगा। दूसरी ओर एक iMac, Macintosh प्लेटफॉर्म पर चलता है। यह निर्दिष्ट(Specified) करने के लिए कंप्यूटर के ऑपरेटिंग सिस्टम को संदर्भित करने का एक अधिक सामान्य तरीका है, उदाहरण के लिए, विंडोज एक्सपी प्रोफेशनल एसपी 2, या मैक ओएस एक्स 10.3.5। प्लेटफ़ॉर्म शब्द का उपयोग अक्सर किया जाता है, जब यह उल्लेख किया जाता है कि एक निश्चित सॉफ्टवेयर प्रोग्राम किस तरह के कंप्यूटर सिस्टम पर चलेगा।
एक Platform technology का एक समूह है जिसका उपयोग आधार के रूप में किया जाता है, जिस पर अन्य अनुप्रयोगों(Applications), प्रक्रियाओं या प्रौद्योगिकियों(Processes or technologies) को विकसित(develop) किया जाता है।
व्यक्तिगत कंप्यूटिंग में, एक प्लेटफ़ॉर्म बेसिक हार्डवेयर (कंप्यूटर) और सॉफ्टवेयर (ऑपरेटिंग सिस्टम) है, जिस पर सॉफ़्टवेयर एप्लिकेशन चलाए जा सकते हैं। यह वातावरण(Environment) उस मूल आधार का गठन करता है जिस पर कोई भी एप्लिकेशन या सॉफ्टवेयर समर्थित(Supported) और / या विकसित(Develop) होता है।
कंप्यूटर Specific central processing units (सीपीयू) का उपयोग करते हैं जो विशिष्ट मशीन भाषा कोड(Machine Language code) चलाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। सॉफ़्टवेयर अनुप्रयोगों(Software Applications) को चलाने के लिए कंप्यूटर के लिए, एप्लिकेशन को CPU के बाइनरी-कोडेड मशीन की भाषा में होना चाहिए।
इस प्रकार, ऐतिहासिक रूप से, एक प्लेटफ़ॉर्म के लिए लिखे गए एप्लिकेशन प्रोग्राम एक अलग प्लेटफ़ॉर्म पर काम नहीं करेंगे।
क्या फेसबुक एक प्लेटफॉर्म है?[Is Facebook a Platform? in Hindi]
फेसबुक प्लेटफ़ॉर्म, सोशल नेटवर्किंग सेवा फ़ेसबुक द्वारा तृतीय-पक्ष डेवलपर्स(Third party developers) के लिए प्रदान किए गए सेवाओं, उपकरणों और उत्पादों का सेट है, जो फेसबुक में डेटा का उपयोग करने वाले अपने स्वयं के अनुप्रयोगों(Applications) और सेवाओं(Services) का निर्माण करते हैं। वर्तमान फेसबुक प्लेटफ़ॉर्म को 2010 में लॉन्च किया गया था।
भारत के 7 सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म कौन से हैं?
भारतीय रेलवे देश की जीवन रेखा है, देश के हर कोने को कवर करती है और लगभग हर शहर को रेल के सबसे बड़े नेटवर्क के माध्यम से जोड़ती है. इसे दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक के रूप में जाना जाता है. आइये जानते हैं भारत के 7 सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म के बारे में.
भारत का रेलवे, दुनिया के सबसे बड़े रेलवे नेटवर्क में से एक के रूप में प्रसिद्ध और देश के प्रमुख नियोक्ता के रूप में जाना जाता है. भारतीय उपमहाद्वीप पर पहली ट्रेन बॉम्बे से ठाणे तक 21 मील की दूरी पर चली थी. 16 अप्रैल 1853 को इसका औपचारिक उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया था, जब लगभग 400 अतिथियों को लेकर 14 सवारी डिब्बों वाली रेलगाड़ी दोपहर 3.30 बजे बोरीबंदर से रवाना हुई थी. भारत के रेलवे को कई जोनों में बांटा गया है.
1. हुबली जंक्शन रेलवे स्टेशन, कर्नाटक
हुबली जंक्शन, आधिकारिक तौर पर श्री सिद्धरूधा स्वामीजी (Siddharoodha Swamiji) रेलवे स्टेशन, कर्नाटक, भारत में स्थित भारतीय रेलवे के दक्षिण पश्चिम रेलवे जोन के हुबली रेलवे डिवीजन के तहत एक रेलवे जंक्शन स्टेशन है. इसके प्लेटफॉर्म नंबर 1 की लंबाई लगभग 1,505 मीटर है.
2. गोरखपुर रेलवे स्टेशन, उत्तर प्रदेश
गोरखपुर रेलवे स्टेशन भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश में गोरखपुर शहर के केंद्र में स्थित है. यह उत्तर पूर्व रेलवे के मुख्यालय के रूप में कार्य करता है. स्टेशन क्लास A1 रेलवे स्टेशन की सुविधा प्रदान करता है. गोरखपुर यार्ड के उद्घाटन के बाद इस स्टेशन की लंबाई लगभग 1,355.40 मीटर है. गोरखपुर रेलवे स्टेशन उत्तर भारतीय रेलवे का बहुत महत्वपूर्ण जंक्शन है. इस स्टेशन पर 10 प्लेटफॉर्म हैं.
3. कोल्लम जंक्शन, केरल
कोल्लम जंक्शन रेलवे स्टेशन केरल के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है और इस जंक्शन की लंबाई लगभग 1,180.5 मीटर है. यह शोरानूर जंक्शन (Shoranur Junction) के बाद क्षेत्रफल की दृष्टि से केरल का दूसरा सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन भी है और राज्य के सबसे पुराने रेलवे स्टेशनों में से एक है. इस स्टेशन पर 6 प्लेटफॉर्म हैं.
4. खड़गपुर जंक्शन, पश्चिम बंगाल
खड़गपुर पश्चिम बंगाल में पश्चिम मेदिनीपुर जिले के खड़गपुर उपखंड में एक रेलवे स्टेशन है और इसकी लंबाई लगभग 1,072.5 मीटर है. इस स्टेशन पर 12प्लेटफॉर्म हैं.
5. पीलीभीत प्लेटफार्म जंक्शन रेलवे स्टेशन, उत्तर प्रदेश
पीलीभीत जंक्शन इज्जतनगर रेलवे मंडल का महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है. प्लेटफार्म की लंबाई लगभग 900 मीटर है. इस स्टेशन पर 4 प्लेटफॉर्म हैं. यह स्टेशन उत्तर पूर्वी रेलवे के प्रशासनिक नियंत्रण में है.
6. बिलासपुर रेलवे स्टेशन, छत्तीसगढ़
बिलासपुर छत्तीसगढ़ राज्य के बिलासपुर जिले का एक शहर है. प्लेटफार्म की लंबाई लगभग 802 मीटर है. यह छत्तीसगढ़ का सबसे व्यस्त स्टेशन भी है. इस स्टेशन पर 8 प्लेटफॉर्म हैं.
7. झांसी जंक्शन, उत्तर प्रदेश
झांसी जंक्शन रेलवे स्टेशन उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के झांसी शहर में एक प्रमुख रेलवे जंक्शन है. यह भारत के सबसे व्यस्त और सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है. इसकी लंबाई लगभग 770 मीटर है. इसमें 7 प्लेटफॉर्म हैं. भारत की पहली शताब्दी एक्सप्रेस नई दिल्ली और झांसी के बीच शुरू हुई थी.
Vastu प्लेटफार्म Tips: रसोईघर में कैसा होना चाहिए किचन स्टैंड या प्लेटफार्म?
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर के हिस्से को इसके अनुसार बनाना चाहिए। इतना ही नहीं बल्कि कहा जाता है घर में रखे जाने वाला सामान तथा उसकी दिशा-दशा भी इसके अनुरूप होना चाहिए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं रसोई से जुड़े कुछ टिप्स। बताया जाता है कि घर के किचन को सबसे महत्वपूर्व स्थान माना जाता है। मान्यता है को रसोई घर का वास्तु के अनुरूप होना अधिक आवश्यक होता हैै। वरना घर में रहने वालों लोगों को रोग, शोक तथा धन आदि की परेशानियां होती हैं। जिस कारण व्यक्ति कभी कभी बर्बादी की कगार तक पहुंच जाता है। इसलिए प्रत्येक जातक के लिए जरूरी है कि उसे पता होना चाहिए कि रसोई घर में किचन स्टैंड या प्लेटफार्म कैसा होना चाहिए। अगर आप इसके बारे में नहीं जानते तो आइए जानते हैं-
वास्तु शास्त्री बताते हैं प्लेटफार्म प्लेटफार्म कि घर की रसोई में किचन स्टैंड या प्लेटफार्म हमेशा पूर्व व दक्षिण को घेरता हुआ होना चाहिए। इसके साथ ही चूल्हा आग्नेय में और वॉश बेसिन उत्तर में होना चाहिए।
घर में रसोई का निर्माण करवाते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सिंक और चूल्हा एक ही प्लेटफार्म पर न हो और न ही खिड़की के नीचे चूल्हा हो। चूल्हे के ऊपर किसी तरह का शेल्फ न हों। वास्तु विद्वानों के अनुसार रसोईघर में एग्जॉस्ट फैन भी ज़रूर होना चाहिए।
इसके अलावा डाईनिंग टेबल को ऐसे रखना चाहिए कि भोजन खाने वाले व्यक्ति का मुख पूर्व की ओर हो। ध्यान रहे खाना बनाने वाले का मुख भी इस दिशा में हो। खास ख्याल रखें कि ऐसे में उत्तर व दक्षिण में मुख कतई नहीं होना चाहिए।
वास्तु शास्त्री बताते हैं प्लेटफार्म का रंग भी वास्तु के अनुसार होना चाहिए। बताया जाता है कि इसमें हरा, पीला, गुलाबी, मेहरून या फिर सफेद रंग के पत्थरों का इस्तेमाल किया जा सकता है। ध्यान रहे किचन स्टैंड प्लेटफार्म या फर्श के लिए काले रंग का उपयोग बिल्कुल न करें।
घर में अन्न की कभी प्लेटफार्म कमी न हो इसके लिए, किचन स्टैंड के ऊपर की दीवार पर सुंदर फलों और सब्जियों के चित्र लगाएं। अन्नपूर्णा माता का चित्र भी लगा सकते हैं। इससे घर में बरकत बनी रहती है।
इसके अतिरिक्त हर गृहणी को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि रात का भोजन निपटने के बाद किचन स्टैंड को अच्छे से साफ करके ही सोएं और स्टैंड पर चाकू, छुरी, कांटे या नुकीली वस्तुएं न पड़ी हो। इन्हें इनके उपयुक्त स्थान पर ही रखें।
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पुणे जंक्शन पर प्लेटफार्म टिकट का मूल्य 50 रुपये, रेलवे ने बताई इसकी वजह
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस के राज में प्लेटफॉर्म टिकट 3 रुपये का था. जबकि भाजपा राज में यह 50 रुपये का हो गया है.
प्लेटफॉर्म टिकट से आप दो घंटे तक प्लेटफॉर्म पर रह सकते हैं. (Representational)
Indian Railways: कोरोना महामारी के बीच भले ही रेगुलर ट्रेनें नहीं चल रही है. विशेष रेलगाड़ियों के जरिए ही यात्रा संभव है. बावजूद इसके भारतीय रेलवे के पुणे रेलवे डिविजन में प्लेटफार्म टिकट की कीमतों में अप्रत्याशित इजाफा देखने को मिला है. जब यह खबर सोशल मीडिया पर उछलने लगी तो रेलवे की प्रवक्ता की तरफ से इस पर सफाई भी आई. दरअसल, कोरोना काल में पुणे जंक्शन पर प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत को बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है. ट्वीटर पर एक टिकट की फोटो शेयर होने के बाद रेलवे प्रवक्ता ने कहा कि पुणे जंक्शन द्वारा प्लेटफार्म टिकट का मूल्य 50 रुपये रखने का उद्देश्य अनावश्यक रूप से स्टेशन पर आने वालों पर रोक लगाना है. जिससे सोशल डिसटेनसिंग का पालन किया जा सके.
रेलवे का कहना है कि रेलवे प्लेटफार्म टिकट की दरों को कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों से ही इसी प्रकार नियंत्रित करता आया है. बता दें, 2015 में रेलवे ने विशिष्ट हालातों में प्लेटफॉर्म्स पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट की दर बढ़ाने के लिए मंडल रेल प्रबंधकों (DRM) को अधिकार दिए थे. इसके अलावा, नवीनतम मूल्य वृद्धि रेलवे बोर्ड की ओर से दिए गए अधिकार के तहत ही की जाती है.
रेलवे का ट्वीट
दिग्विजय सिंह का ट्वीट- कांग्रेस राज में 3 रु था दाम
इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट कर कहा है कि कांग्रेस के राज में प्लेटफॉर्म टिकट 3 रुपये का था. जबकि भाजपा राज में यह 50 रुपये का हो गया है. दिग्विजय सिंह ने इसके साथ प्लेटफॉर्म्स टिकट की फोटो भी शेयर की है.
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कॉंग्रेस राज में रेलवे प्लेटफ़ॉर्म टिकिट ₹३ का भाजपा राज ₹५० हुआ। जय सियाराम। pic.twitter.com/xjUEPoCv5H
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 18, 2020
पश्चिम रेलवे के सभी डिजिवन में प्लेटफॉर्म्स टिकट महंगे
बता दें, पश्चिम रेलवे के सभी छह डिविजन- मुंबई, वडोदरा, अहमदाबाद, राजकोट, रतलाम और भावनगर में प्लेटफॉर्म टिकट की दर बढ़ाई गई है. प्लेटफॉर्म टिकट से आप दो घंटे तक प्लेटफॉर्म पर रह सकते हैं अर्थात आपको दो घंटे तक अपने परिजनों को प्लेटफॉर्म तक छोड़ने या उन्हें वहां से लेने की अनुमति मिलती है. इसे आप ऑनलाइन UTS प्लेटफार्म ऐप के जरिए ही खरीद सकते हैं. हालांकि इसके इस्तेमाल के लिए आपको गार्ड सर्टिफिकेट की भी जरूरत होगी, जो आपको गार्ड द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा.
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