लाभ और बचत

परिपक्वता पर आयु:
लाभ और बचत
भारत के LIC ने व्यक्तिगत जीवन बीमा बचत योजना ‘बचत प्लस’ शुरू की
भारतीय जीवन बीमा निगम ने LIC का बचत प्लस , एक गैर-लिंक्ड, प्रतिभागी, व्यक्तिगत, बचत लाभ और बचत योजना पेश की है जो सुरक्षा और बचत का संयोजन प्रदान करता है। यह योजना परिपक्वता से पहले किसी भी समय मृतक पॉलिसीधारक के परिवार के लाभ और बचत लाभ और बचत लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
- न्यूनतम बेसिक सम एश्योर्ड 1,00,000 / – है जिसमें कोई ऊपरी सीमा नहीं है।
- योजना की परिपक्वता अवधि लगभग पांच वर्ष है।
- उपयुक्त न्यूनतम पॉलिसी अवधि 10 वर्ष और अधिकतम 25 वर्ष है।
मुख्य लाभ जीवन सुरक्षा का भुगतान प्रीमियम से 10 गुना तक है, जो बिना बीमित राशि के पूरे पॉलिसी अवधि के लिए समान रहता है।
सिर्फ 7 रुपए की बचत दिलाएगी चिंता से मुक्ति, प्रतिमाह मिलेंगे 5000 रुपए
Government Scheme: अगर आपको भी बुढ़ापे की चिंता सता रही है तो ये खबर आपको बहुक सकून देगी. क्योंकि केन्द्र सरकार (central government) की ये स्कीम आपको सिर्फ 7 रुपए की बचत में 5000 रुपए प्रतिमाह (लाभ और बचत 5000 rupees per month) पाने का अधिकारी बना देगी. यानि सालाना आपको 60,000 रुपए पेंशन मिलेगी. सरकार लाभ और बचत ने खासकर रिटायरमेंट के बाद (retirement) के बाद की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana) की शुरूआत की थी. जिसका फायदा आज भी ढाई करोड़ से ज्यादा लोग उठा रहे हैं. लेकिन 50 फीसदी लोग आज भी जानकारी के अभाव स्कीम का लाभ नहीं ले पा रहे हैं.
दरअसल, सरकार ने सन 2015 में अटल पेंशन योजना की शुरुआत की थी. लेकिन आज भी काफी लोग योजना के बारे में अनजान है. इसलिए चाहकर भी स्कीम का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं. सरकार ने कम आय वाले लोगों को ध्यान में रखते हुए स्कीम लॅान्च की थी. पेंशन फंड नियामक पीएफआरडीए अटल पेंशन योजना को लेकर सर्कुलर भी जारी किया है. जिसके तहत आपको पात्रता जांचने का अवसर भी मिल जाएगा. आपको बता दें कि स्कीम से जुड़ने के लिए आपको 7 रुपए रोज यानि 210 रुपए प्रतिमाह निवेश करना है. जिसके बाद आपकी उम्र 60 साल होते ही आप 5000 रुपए हर माह पेंशन के रूप में पा सकते हैं.
RD आपके लिए कैसे फायदेमंद है?
मुख्यतः यह छोटी निवेश बचत योजना है जिसका फायदा कोई भी हर रोज होने वाले खर्चों में कटौती करके उठा सकता है. जैसा कि हम सभी जानते हैं हर कोई निवेश के लिए बड़ी रकम जुटा पाए उनके लिए Recurring Deposit (RD) एक बेहतर और सुरक्षित विकल्प है.
जो लोग नौकरी में हैं यदि वे बचत करना चाहें तो इस योजना के तहत मासिक आधार पर अपनी अतिरिक्त खर्चों से बचत करके पैसे जमा कर लाभ और बचत सकते हैं. इसका फायदा यही होगा कि आपके प्रत्येक महीने जमा की गयी रकम के साथ ब्याज भी मिलेगा. यदि आपके पास निवेश के लिए एकमुश्त राशि नहीं है तो Recurring Deposit (RD) आपके भविष्य के लक्ष्यों की पूर्ति हेतु मददगार है.
ज्ञात हो कि जहाँ RD आपको हर महीने निश्चित रकम जमा करने का मौका प्रदान करता है वहीँ अलग – अलग बैंकों के हिसाब से न्यूनतम जमा लाभ और बचत राशि और जमा अवधि में भिन्नता आ सकती है. इस निवेश में प्राप्त होने वाले ब्याज दर भी अलग – अलग बैंकों में अलग – अलग लाभ और बचत होते हैं. सामान्यतः मिलने वाले ब्याज दर 5.50% से लेकर 8% तक भी हो सकते हैं.
अंत में कुछ महत्वपूर्ण बातें
भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए बचत करना जरुरी है और लाभ और बचत RD पैसे बचाने की एक नियमित आदत विकसित करने के उद्देश्य से महत्वपूर्ण है. यदि आपके पास न्यूनतम बचत की क्षमता है फिर भी इस योजना से जुड़कर कोई भी इसका लाभ उठा सकता है.लाभ और बचत
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मैं इस हिंदी ब्लॉग का संस्थापक हूँ जहाँ मैं नियमित रूप से अपने पाठकों के लिए उपयोगी जानकारी प्रस्तुत करता हूँ. मैं अपनी शिक्षा की बात करूँ तो मैंने Accounts Hons. (B.Com) किया हुआ है और मैं पेशे से एक Accountant भी रहा हूँ.
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टैक्स सेविंग टिप्स: टैक्स सेविंग के लिए सेक्शन 80सी सबसे लोकप्रिय है। इसकी लिमिट 1.5 लाख रुपये है। इसके अलावा इनकम टैक्स एक्ट की अलग-अलग धाराओं पर लाखों रुपए का टैक्स बचाया जा सकता है। आइए जानते हैं लाभ और बचत इसके बारे में सबकुछ एक्सपर्ट्स से।
इनकम टैक्स सेविंग टिप्स 2022-23: टैक्स प्लानिंग समय रहते अच्छी तरह से कर लेनी चाहिए। अगर आप समय पर टैक्स प्लानिंग नहीं करते हैं तो आपको इसका खामियाजा लाभ और बचत भुगतना पड़ेगा। इनकम टैक्स एक्ट के तहत डिडक्शन का बेनिफिट अलग-अलग सेक्शन के तहत मिलता है। हर सेक्शन की लिमिट भी अलग-अलग होती है। सेक्शन 80सी टैक्स सेविंग का सबसे लोकप्रिय सेक्शन है। इस सेक्शन के तहत एक वित्त वर्ष में 1.5 लाख रुपये पर टैक्स बचाया जा सकता है। इसके अलावा टैक्स बचाने के लिए दर्जनों धाराएं बनाई गई हैं, जिनका फायदा ज्यादातर करदाता नहीं उठा पा रहे हैं। सेक्शन 80C के अलावा ऐसे 5 सेक्शन के बारे में जहां टैक्स सेविंग की जा सकती है।