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फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट

फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट
हिन्दुस्तान 6 दिन पहले लाइव मिंट

Post Office की इस स्कीम में करें निवेश, बैंक एफडी से जल्दी डबल हो जाएगा पैसा

Post Office की इस स्कीम में करें निवेश, बैंक एफडी से जल्दी डबल हो जाएगा पैसा

यदि आप डाकघर की बचत योजनाओं में निवेश करते हैं तो यह खबर आपके काम की है। बीते दो साल 2020 और 2021 कोरोना महामारी की भेंट चढ़ गए। इस दौरान काफी जान-माल का नुकसान हुआ है। अब इस साल 2022 में बाजार आर्थिक नुकसान से उबर रहा है। कोरोना महामारी के बीच निवेश करना बेहद सोचा समझा फैसला हो गया है। ऐसे में अपने निवेश पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न हासिल करने की सोच रहे हैं तो पोस्ट ऑफिस (Post Office) की छोटी बचत योजनाएं (Small Saving Schemes) एक बेहतर विकल्प हो सकती हैं।

बैकों में एफडी (Fixed Deposite) पर मिलने वाले ब्याज में लगातार कमी आ रही है। ऐसे में पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स स्कीम कई बार बैकों की एफडी से बेहतर रिटर्न दे देती हैं। इसमें पूरा पैसा सुरक्षित रहता है और जमा राशि पर सॉवरेन गारंटी भी होती है। पोस्ट ऑफिस में टाइम डिपॉजिट अकाउंट (Time Deposite Account) में 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल के लिए राशि जमा कर सकते हैं।

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इसमें फायदा यह है कि यहां बैंक की तुलना में एफडी (FD) पर ब्याज दर 1.40 फीसदी ज्यादा है। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में फिलहाल जहां 5 साल की एफडी पर 5.3 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है, वहीं पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट के तहत 5 साल की जमा राशि पर 6.7 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है।

ये हैं टाइम डिपॉजिट अकाउंट की ब्याज दरें

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट की 1 साल, 2 साल और 3 साल की एफडी पर एक समान 5.5 फीसदी की दर से ब्याज मिलता है। वहीं, 5 साल की एफडी कराने पर यह ब्याज दर 6.7 प्रतिशत हो जाती है। बता दें कि 6.7 फीसदी सालाना ब्याज दर के हिसाब से पोस्ट ऑफिस में जमा रकम दोगुना होने में लगभग 10.74 साल यानी करीब 129 महीने लगेंगे।

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योजना की ये हैं खास बातें

- पोस्ट ऑफिस में एफडी अकाउंट कैश या चेक के माध्यम से कोई भी खुलवा सकता है।

- चेक देने पर खाते में रकम आने की तारीख से ही अकाउंट खुला माना जाएगा।

- इस अकाउंट को नाबालिग के नापर और दो वयस्कों के नाम पर संयुक्त खाता खोला जा सकता है।

- एफडी खाता खुलवाने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट न्यूनतम 1000 रुपए जमा कराना अनिवार्य है।

- 10 साल से कम उम्र के बच्चे के नाम पर पालक अकाउंट खोल सकते हैं।

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- टाइम डिपॉजिट में जमा फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट पर आयकर एक्ट 1961 के सेक्शन 80C के तहत टैक्स में छूट मिलती है।

SBI vs टाइम डिपॉजिट अकाउंट: जाने कहां मिलेगा कितना ब्याज.

SBI vs टाइम डिपॉजिट अकाउंट: जाने कहां मिलेगा कितना ब्याज.

देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया (SBI) ने हाल ही में फिक्स्ड डिपॉजिट यानी FD की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है . ऐसे में यदि आप भारतीय स्टेट बैंक में FD कराने का प्लान बना रहे हैं तो आपको इससे पहले पोस्ट ऑफिस के नेशनल सेविंग्स टाइम डिपॉजिट एकाउंट की ब्याज दरों के बारे में जरूर जानना चाहिए . हम आपको भारतीय स्टेट बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज रेट और टाइम डिपॉजिट एकाउंट के बारे में बता रहे हैं . ताकि आप अपने हिसाब से ठीक स्थान निवेश कर सकें .

नेशनल सेविंग्स टाइम डिपॉजिट एकाउंट में मिल रहा 6.7% तक का ब्याज

  • यह एक तरह की FD ही है . इसमें एक तय अवधि के लिए निवेश करके आप निश्चित रिटर्न पा सकते हैं .
  • टाइम डिपॉजिट एकाउंट 1 से 5 वर्ष तक की अवधि के लिए 5.5 से 6.7% तक ब्याज रेट की पेशकश करता .
  • इसमें 1000 रुपए का मिनिमम निवेश करना होता है . वहीं अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है .

SBI vs टाइम डिपॉजिट अकाउंट: कहां मिलेगा कितना ब्याज

डिपॉजिट अवधि टाइम डिपॉजिट एकाउंट में कितना ब्याज SBI में कितना ब्याज
1 साल 5.5% 6.10%
2 साल 5.7% 6.25%
3 साल 5.8% 6.10%
5 साल 6.7% 6.10%

कहां कितने समय में पैसा होगा डबल?

नेशनल सेविंग्स टाइम डिपॉजिट अकाउंट: इसमें अधिकतम ब्याज 6.7% मिल रहा है ऐसे में रूल 72 के मुताबिक यदि आप इस स्कीम में पैसा लगाते हैं तो पैसे को डबल होने में 10 वर्ष 7 महीने का समय लगेगा .

SBI की FD: इसमें अधिकतम ब्याज 6.25% मिल रहा है ऐसे में रूल 72 के मुताबिक यदि आप इस फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट स्कीम में पैसा लगाते हैं तो पैसे को डबल होने में 11 वर्ष 6 महीने का समय लगेगा .

कहां निवेश करना रहेगा सही?
अगर आप फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट कम समय यानी 1, 2 या 3 वर्ष के लिए FD कराने का प्लान बना रहे हैं तो भारतीय स्टेट बैंक में कराना ठीक रहेगा . क्योंकि इसमें इस अवधि की FD पर टाइम डिपॉजिट से अधिक ब्याज मिल रहा है . वहीं यदि आप 5 वर्ष के लिए FD कराना चाहते हैं तो टाइम डिपॉजिट स्कीम ठीक रहेगी .

क्या है रूल ऑफ 72?
फाइनेंस का यह खास नियम है रूल ऑफ 72 . एक्सपर्ट्स इसे सबसे परफेक्ट रूल मानते हैं, जिससे यह तय किया जाता है कि आपका निवेश कितने समय में डबल हो जाएगा . इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि यदि आपने बैंक के एक खास स्कीम का चयन किया है, जहां आपको सालाना 8% ब्याज मिलता है . ऐसे में आपको रूल ऑफ 72 के अनुसार 72 में 8 का भाग देना होगा . 72/8= 9 साल, यानी इस स्कीम के अनुसार आपके पैसे 9 वर्ष में दोगुने हो जाएंगे .

बैंक FD या सेविंग अकाउंट में से आपके लिए कौनसा ज्यादा बेहतर, जानिए दोनो की खासियत

आपको बता दें कि सेविंग अकाउंट में पैसे जमा करने की लिमिट नहीं होती, एफडी में अधिकतम पैसे का नियम बैंक अपने हिसाब से तय करते हैं। सेविंग अकाउंट की कोई निश्चित अवधि नहीं होती, जबकि FD दिन से 10 साल के लिए हो सकती है। समझिए FD और सेविंग अकाउंट की सभी बारीकी।

Updated: October 18, 2021 02:25:50 pm

नई दिल्ली. पैसा कमाने के साथ साथ उसकी बचत भी जरूरी है, आज के दौर में महंगाई को देखा जाए तो सेविंग्स ही है जिसके सहारे जीवन स्थिर बना हुआ है। सेविंग्स इसके लिए बाजार में कई तरह के वित्तीय विकल्प मौजूद हैं। इनमें सेविंग खाते से लेकर रेकरिंग डिपॉजिट और फिक्स्ड डिपॉजिट से लेकर इक्विटी और शेयर मार्केट में निवेश के साधन शामिल हैं। हालांकि ये सभी निवेश के अलग-अलग विकल्प हैं।

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लेकिन सबमें एक बात समान है, वो यह कि जमा पूंजी पर रिटर्न तभी सफल मानेंगे जब बाजार के उतार-चढ़ाव के जोखिम से बचते हुए हाथ में अच्छा रिटर्न मिले। अन्यथा उस निवेश का क्या अर्थ कि हमेशा सांस अटकी हो कि कहीं पैसा बट्टे खाते में न चला जाए। इस भय से उबरते हुए अच्छी कमाई के लिए दो विकल्प हमेशा से अच्छे माने जाते रहे हैं। ये हैं फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग अकाउंट।

फिक्स्ड डिपॉजिट या FD और सेविंक बैंक अकाउंट या SBI सुरक्षित निवेश की श्रेणी में आते हैं। इन दोनों साधनों में जमाकर्ता को निश्चित कमाई के साथ सुरक्षित प्रतिफल यानी कि रिटर्न मिलते हैं। अन्य निवेश की तुलना में माथापच्ची भी बेहद कम है। एक निवेशक के रूप में, ये दोनों साधन बैंक में बचत करने के लिए बेहतर हो सकता हैं। हालांकि, इसे सबसे कमाई वाला विकल्प नहीं मान सकते क्योंकि ये स्थिर निवेश के तौर पर माने जाते हैं जिनमें पैसा डालकर इंसान चैन से बैठ जाता है। लेकिन ऐसे निवेश आमतौर पर प्रभावशाली रिटर्न नहीं देते हैं। बचत खाते की ब्याज दरें 2.5% से 5.5% के बीच होती हैं। फायदा यह है कि जो थोड़ा-बहुत पैसा जोड़ते हैं, उस पर लगातार ब्याज जुड़ता रहता है।

अपनी कमाई में से बचत करना बहुत ही महत्वपूर्ण है। जैसे सभी दिन समान नहीं होते हैं, जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं और इसलिए आपको इमरजेंसी के लिए कुछ पैसे जरूर जुटाने चाहिए। हालांकि, केवल बचत ही पर्याप्त नहीं है बल्कि अच्छे रिटर्न वाले साधनों में समझदारी से निवेश करना महत्वपूर्ण है। समझदारी से निवेश करने से बचाए गए पैसे को बढ़ने में मदद मिलती है, प्रभावी रूप से पैसा आपके लिए काम करता है या लंबे समय में पूंजी देता है. यह आर्थिक रूप से सुरक्षित होता है। इस प्रकार, यदि आप एक सेविंग बैंक अकाउंट में बहुत अधिक पैसा रखते हैं, तो यह एक समझदारी का तरीका नहीं हो सकता है।

सेविंग अकाउंट में पैसे जमा करने की लिमिट नहीं होती, एफडी में अधिकतम पैसे का नियम बैंक अपने हिसाब से तय करते हैं। सेविंग अकाउंट की कोई निश्चित अवधि नहीं होती, जबकि FD दिन से फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट 10 साल के लिए हो सकती है। सेविंग खाते पर ब्याज की दर निश्चित नहीं होती और बाजार पर निर्भर होती है, एफडी में निवेश की अवधि और जमाकर्ता की उम्र पर ब्याज दर तय होती है। एफडी में सीनियर सिटीजन को ज्यादा ब्याज मिलता है।

सेविंग अकाउंट में हर दिन ब्याज की गणना होती है, एफडी में तिमाही ब्याज की गणना होती है। सेविंग अकाउंट में विड्रॉल लिमिट मिनिमम बैलेंस पर निर्भर करता है, एफडी में मैच्योरिटी पर पैसे निकाल सकते हैं। उससे पहले पैसे निकालने पर जुर्माने का प्रावधान है। सेविंग अकाउंट पर लोन नहीं ले सकते, जबकि एफडी पर लोन मिलता फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट है और एफडी की जमा राशि को ही बैंक सिक्योरिटी मानते हैं। सेविंग अकाउंट पर टैक्स छूट नहीं मिलती, जबकि एफडी में सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है।

महंगाई आपकी गाढ़ी कमाई से कुछ खरीदने की शक्ति को नष्ट कर देती है। यानी पैसे का मोल कम और सामान के भाव ज्यादा लगते हैं। ऐसे में कमाई ऐसी होनी चाहिए जो महंगाई दर का मुकाबला कर सके। इस कारण से पैसे को निष्क्रिय रखने या सिर्फ एक बचत बैंक खाते में रखने से आपको ज्यादा लाभ नहीं हो सकता है। एफडी इस लाभ को बढ़ाती है। एक बैंक FD आपको उच्च ब्याज दर कमाने में सक्षम बनाती है जो आपको महंगाई के खिलाफ बेहतर रिटर्न प्राप्त करने में मदद कर सकती है।

बैंक FD पर रिटर्न निश्चित होता फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट है – बाजार से जुड़े उतार-चढ़ाव और अन्य तरह का कोई जोखिम नहीं होता है। बिजनेस या स्वरोजगरा वाले लोगों के लिए एफडी ज्यादी सही होती है क्योंकि हाथ में एकमुश्त पैसे आए तो उसे जमा कर बेफिक्र हो सकते हैं. नौकरी वाले सेविंग अकाउंट में अच्छी कमाई कर सकते हैं। अगर आप बाजार के जोखिम से बचना चाहते हैं या रिस्क लेकर झटके में कमाई करने वालों में से नहीं हैं तो आपके लिए एफडी बेहतर साधन है। इसमें पैसे की सुरक्षा और रिटर्न की पूरी गारंटी मिलती है।

एफडी पर लोन की सुविधा बहुत अहम होती है। चूंकि आपको गिरवी रखने के लिए अलग से कुछ नहीं देना होता और आपकी एफडी की जमा राशि ही गिरवी के तौर पर काम करती है, इसलिए आसानी से लोन मिल जाता है। इसके लिए आपके क्रेडिट हिस्ट्री दिखाने की जरूरत नहीं पड़ती, यहां तक कि बैंक एफडी पर क्रेडिट कार्ड भी ले सकते हैं।

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट, NSC या KVP, किस स्कीम में कितना मिलता है टैक्स लाभ?

डिंपल अलावाधी

Post office small savings schemes: पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट, नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट किसान विकास पत्र जैसी पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम आपके लिए निवेश का बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं।

Post office small savings schemes tax benefit

  • पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग स्कीम में आपको निश्चित रिटर्न मिलता है।
  • पोस्ट ऑफिस हर नागरिक को ध्यान में रखते हुई कई योजनाएं पेश करता है।
  • इन योजनाओं में निवेश कर आप मोटा मुनाफा कमा सकते हैं।

Post office small savings schemes: जो निवेशक पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम, जैसे पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट (POTD), नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) या किसान विकास पत्र (KVP) में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, उनको पहले यह जान लेना चाहिए कि कौन सी स्कीम में उन्हें टैक्स का कितना लाभ मिलेगा। निवेशकों को अपने फंड को फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करने से पहले इन योजनाओं में मिलने वाले टैक्स बेनिफिट के बारे में जरूर विचार करना चाहिए। आइए जानते हैं कौन से स्कीम में निवेशकों को कितना टैक्स बेनिफिट मिलता है।

नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (National Savings Certificate)
हर सरकारी योजना के तहत साल अर्जित ब्याज को फिर से निवेश किया जा सकता है, जिससे यह धारा 80 सी के तहत टैक्स ब्रेक के लिए योग्य हो जाती है। हालांकि एनएससी में निवेश के लिए कोई ऊपरी सीमा नहीं है, लेकिन धारा 80 सी के तहत एक साल में 1.फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट 5 लाख रुपये तक का कर लाभ मिलता है।

किसान विकास पत्र (Kisan Vikas Patra)
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम के तहत प्राप्त ब्याज पर टैक्स ब्रैकेट के अनुसार कर लगाया जाता है। निवेश की अवधि के दौरान कोई ब्याज डिस्ट्रिब्यूशन नहीं होता है। केवीपी में निवेशकों को टैक्स का कोई लाभ नहीं मिलता है।

पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट (Post Office Time Deposit)
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट अकाउंट के तहत 5 साल की फिक्स्ड डिपॉजिट आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80C के तहत कर कटौती के योग्य है। अगर एफडी अकाउंट पर अर्जित ब्याज नियमित ग्राहकों के लिए एक वित्तीय वर्ष में 40,000 रुपये से ज्यादा है, तो पोस्ट ऑफिस द्वारा स्रोत पर कर काटा जा सकता है।

(Disclaimer: यहां टाइम्स नाउ नवभारत द्वारा किसी भी योजना में निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है। यह सिर्फ जानकारी देने के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी योजना में निवेश करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)

इस बैंक ने बढ़ाईं सेविंग और फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरें, ग्राहकों को मिलेगा 8.50% का तगड़ा रिटर्न

हिन्दुस्तान लोगो

हिन्दुस्तान 6 दिन पहले लाइव मिंट

अपनी जमा पूंजी पर कम जोखिम के साथ मुनाफा कमाने के दो अच्छे विकल्प फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) करना और सेविंग अकाउंट (फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट Saving account) में पैसे जमा करना माना जाता है। सोचिए, अगर आपका बैंक इन दोनों डिपॉजिट्स पर एक-साथ इंटरेस्ट रेट में इजाफा करे तो क्या होगा। कुछ ऐसा ही किया है जना स्मॉल फाइनेंस बैंक (Jana samll finance Bank) ने। इस स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 15 नवंबर से अपने एफडी रेट्स और सेविंग अकाउंट्स के ब्याज दरों को एक साथ बढ़ा दिया है। अब ग्राहकों को एफडी पर 8.50 पर्सेंट तक रिटर्न मिलेगा तो दूसरी ओर सेविंग अकाउंट्स में पैसे जमा करने पर 7 पर्सेंट तक ब्याज मिलेगा। आइए जानते हैं इस स्मॉल फाइनेंस बैंक ने अलग-अलग टाइम पीरियड के लिए इंटरेस्ट रेट्स में कितना इजाफा किया है।

इस टाइम पीरियड के लिए मिलेगा 8.50% का रिटर्न

इंटरेस्ट रेट में इजाफे के बाद बैंक 7 से 14 दिन की एफडी पर 3 पर्सेंट, 15 से 60 दिन की अवधि पर 6.60 पर्सेंट, 61 से 90 दिन की एफडी पर 6.60 पर्सेंट, 91 से 180 दिन की एफडी पर 7.05 पर्सेंट, 181 से 364 दिन की एफडी पर 7.20 पर्सेंट, 1 साल से 2 साल की एफडी पर 8.35 पर्सेंट, 2 साल से अधिक और 3 साल तक की एफडी पर 7.35 पर्सेंट, 3 साल से अधिक और 5 साल से कम की एफडी पर 7.45 पर्सेंट, 5 साल की एफडी पर 7.35 पर्सेंट और 5 साल से ऊपर और 10 साल की एफडी पर 6.10 पर्सेंट का ब्याज दे रहा है। इसके अलावा, बैंक 2 साल से 3 साल के नॉन–कॉलेबल डिपॉजिट्स पर अपने सीनियर सिटीजन को 8.50 पर्सेंट का ब्याज देगा।

जना स्मॉल फाइनेंस बैंक के सेविंग अकाउंट्स रेट

सेविंग अकाउंट्स रेट में इजाफे के बाद बैंक अब 1 लाख रुपये तक के सेविंग बैंक बैलेंस फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट पर 4.50 पर्सेंट, 1 लाख रुपये से ऊपर और 50 लाख रुपये तक के सेविंग बैंक बैलेंस पर 7 पर्सेंट, 50 लाख रुपये से ऊपर फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट या टाइम डिपॉजिट अकाउंट और 50 करोड़ रुपये तक के सेविंग बैंक बैलेंस पर 7 पर्सेंट और 50 करोड़ रुपये से ऊपर के सभी सेविंग बैंक बैलेंस पर 6.50 पर्सेंट का ब्याज मिल रहा है। वहीं सेविंग बैंक अकाउंट का इंटरेस्ट रेट डेली एंड बायलेंस के आधार पर कैलकुलेट होगा। जबकि ब्याज का कैलकुलेशन तिमाही होगा।

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