कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट

Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है
चलिए जानते है Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है. इसका नाम तो आपने काफी बार सुना होगा जिसमे से बहुत से लोग इसके बारे में भलीभांति जानते भी है परन्तु कुछ लोग इस करेंसी को लेकर काफी कंफ्यूज है उनकों इसके बारे में यह समझ में नहीं आ रहा है की ये असल में है क्या तो आज आपको इससे रिलेटेड सारी जानकारी देंगे.
हर देश की एक अलग जिसे उस देश में खरीददारी के लिए इस्तेमाल किया जाता है लेकिन कुछ ऐसी भी मुद्रा है जिसके जरिये किसी भी देश में लेनदेन कर सकते है ठीक उसी प्रकार बिटकॉइन है लेकिन यह एक ऐसी मुद्रा है जिसे ना तो हम देख सकते है और ना ही उसे छू सकते है क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है. जो Peer to Peer सिक्योर नेटवर्क के जरिये लेनदेन किया जाता है.
इस मुद्रा को ऑनलाइन वॉलेट के माध्यम से ख़रीदा जा जाता है जिस तरह पेटीएम में मनी लोड करते है ठीक उसी तरह उसे भी डिजिटल वॉलेट के माध्यम से लोड किया जा सकता है यानि ख़रीदा जा सकता उसके बाद इसका यूज़ ऑनलाइन लेनदेन के लिए कर सकते है.
काफी लोग Bitcoin में इन्वेस्ट भी करते है क्योंकि इसका रेट हर दिन घटता बढ़ता रहते है इसलिए जब इसका रेट कम होता है तो बिटकॉइन को खरीद कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट लेते है और जब इसका रेट बढ़ता है तो इसे सेल कर देते है ये सारा काम ऑनलाइन प्लेटफार्म के जरिये किया जाता है. इसके लिए काफी सारे प्लेटफार्म है जिसमे सबसे पॉपुलर Zebpay है जिसके जरिये बिटकॉइन को ऑनलाइन ख़रीदा या बेचा जा सकता है.
Bitcoin का मालिक कौन है
बिटकॉइन का ऑथर Satoshi Nakamoto है. वैसे इसका कोई एक व्यक्ति मालिक नहीं है क्योंकि यह एक ओपन सोर्से डीसेण्ट्रलाइज डिजिटल करेंसी है इसे सातोशी का नाम दिया गया है. और यह एक इलेक्ट्रॉनिकली स्टोर रहने वाली मुद्रा है जिसे किसी डिजिटल वॉलेट के माध्यम से स्टोर करके रखा जा सकता है. लोग Bitcoin एक व्यवसाय के रूप में भी इस्तेमाल करते है शुरुआती दिनों में इसका रेट कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट काफी कम था उस समय बहुत से लोगों ने इसमें इन्वेस्ट किया और जब बिटकॉइन के मूल्य में बढ़ोतरी हुई तो लोगों ने इसे सेल करके काफी अच्छा मुनाफा कमाया था.
अब बिटकॉइन का रेट काफी बढ़ चूका है यदि इस समय Bitcoin के मूल्य की बात करे तो भारतीय रुपए में 1 बिटकॉइन का रेट 25,45,947 है. कुछ ऐसी वेबसाइट भी है जिसके जरिये माइनिंग करके बिटकॉइन बनाये जा सकते है ये साइटें कम्प्यूटर पॉवर के कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट जरिये एक ट्रांजैक्शन प्रोसेस करती है जिससे Bitcoin का निर्माण होता है. Bitcoin Mining करने के बाद वॉलेट में भी ले सकते है.
बिटकॉइन किस देश की करेंसी है
इसे बनाने वाले व्यक्ति जापान के नागरिक है परन्तु बिटकॉइन को आमतौर पर किसी एक देश की करेंसी नहीं कहा जा सकता है क्योंकि यह एक डिजिटल करेंसी है और इसे हर कोई व्यक्ति ऑनलाइन खरीद या बेच सकता है या ऑनलाइन इस्तेमाल कर सकता है. Bitcoin की शुरुआत 3 जनवरी 2009 में सातोशी नकामोतो नामक व्यक्ति द्वारा की गई थी. इनका जन्म 5 अप्रैल 1975 को जापान में हुआ था.
आशा करती हूँ की आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी और अब आपको पता चल गया होगा की Bitcoin का मालिक कौन है और बिटकॉइन किस देश की करेंसी है. इसका मुख्य Symbol – ₿ ये है और इसे BTC के नाम से भी जाना जाता है.
नोट: भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बिटकॉइन को अधिकारिक अनुमति नहीं दी है एक प्रेस के जरिये चेतावनी देते हुए कहा है की इसका लेनदेन जोखिम हो सकता है.
कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट
Bitcoin Kisne Banaya : आपने आज बिटकॉइन शब्द जरुर सुना होगा क्योकि यह अपने प्राइस को लेकर काफी पोपुलर है कुछ समय पहले एक बिटकॉइन का मूल्य 45 लाख से भी उपर गया था अभी तक बिटकॉइन का ही एक ऐसा क्रिप्टोकरेंसी है जिसका दिन प्रतिदिन वैल्यू और भी बढ़ते ही जा रहा है ऐसे में बहूत सारे लोगो के मैन में आता है की बिटकॉइन का मालिक कौन है और Bitcoin Kisne Banaya तो आज का यह लेख इसी टॉपिक पर है की बिटकॉइन को किसने बनाया है और क्यों बनाया है तो चलिए शुरु करते है इससे पहले आप सभी का स्वागत है हमारे वेबसाइट SarkariFayde.Com पर अगर आप क्रिप्टो और शेयर मार्केट से जुडी जानकारी सिखने और पढने में रूचि रखते है तो आप हमारे वेबसाइट को visit कर सकते है.
Table of Contents
बिटकॉइन क्या है? (What is Bitcoin in Hindi?)
एक ऐसी करेंसी जिसे हम ना देख सकते है ना ही छू सकते हैं आसान शब्दों में कहूं तो फिजिकल रूप से इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं इसका सबसे अच्छा उदाहरण है अमेजॉन पर फ्लिपकार्ट जिसे ऑनलाइन पेमेंट करके किसी के अकाउंट में पैसा भेजते हैं उसे ना तो हम छू सकते हैं और ना ही देख सकते हैं.
बिटकॉइन को किसने बनाया (Bitcoin Kisne Banaya)
बहुत सी न्यूज़ वेबसाइट के अनुसार क्रिप्टोकरंसी को 2008 में सतोशी नाकामोतो ने बनाया था 2009 में सतोशी नाकामोतो बिटकॉइन करेंसी को ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में पब्लिश करके गायब हो गए और 2011 में सतोशी नाकामोतो कहे गए या किसी को पता नहीं और कुछ लोगों के द्वारा बताया जा रहा
क्यों बनाया गया क्रिप्टो करेंसी
दुनिया की सबसे पुरानी और पॉपुलर क्रिप्टोकरंसी को इन्वेस्टमेंट के लिए नहीं बनाया गया था यह क्रिप्टोकरंसी बहुत से इन्वेस्टर की पहली च्वाइस होती है साल दर साल इसका मुख्य बढ़ोतरी देखी जा रही है परंतु क्या आप जानते हैं अभी तक किसी ने बिटकॉइन के creator को नहीं देखा वैसे इस करेंसी को 2008 में बनाया गया था जिसे 2009 में ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर के रूप में रिलीज कर दिया गया था
बिटकॉइन का नाम कैसे परा बिटकॉइन
बिटकॉइन बनाने वाले कोई व्यक्ति एक ग्रुप था जिसका नाम सतोशी नाकामोतो कहां जाता है सन 2008 में बिटकॉइन से जुड़े एक एकेडमिक व्हाइट पेपर को अपलोड किया गया था जिसका नाम बिटकॉइन Peer-to-Peer इलेक्ट्रॉनिक कैश रखा गया था जिस वजह से आज हम बिटकॉइन को बिटकॉइन बोल रहे हैं.
जिसके बारे में कहा जाता है कि डिजिटल करेंसी है इस पर किसी भी सरकार या या आम इंसान का कंट्रोल नहीं होगा नहीं सरकार इसमें दखल दे सकती है साल 2009 में इसे रिलीज किया गया था
बिटकॉइन कैसे काम करता है
Bitcoin तीन स्टेज में काम करता है डिमांड, सप्लाई क्रिप्टोग्राफी और डिसेंट्रलाइज नेटवर्क पर काम करता है साल 2008 में फाइनेंशियल क्राइसिस के आने के बाद ही बिटकॉइन को मार्केट में लाया गया था बिटकॉइन क्रिप्टोकरंसी ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करता है इससे ना सिर्फ कंप्यूटर सिस्टम के द्वारा माइनिंग और प्रोड्यूस किया जा कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट सकता है हालांकि इसमें काफी ज्यादा इंटरनेट और बिजली की आवश्यकता होती है.
बिटकॉइन का मूल्य इतना ज्यादा क्यों
इसके ज्यादा वैल्यू होने का एक कारण यह है कि बिटकॉइन लिमिटेड करेंसी है और बहुत से बड़े-बड़े कंपनी बिटकॉइन के माध्यम से पेआउट में एक्सेप्ट करने लगी है 2022 के बजट के अनुसार भारत में भी बहुत जल्द एक नए क्रिप्टोकरंसी आएगी जिसमें सरकार के द्वारा कंट्रोल किया जाएगा
बिटकॉइन कैसे होते हैं लेनदेन
इसमें जब भी लेनदेन किया जाता है इसकी जानकारी ब्लॉकचेन में दर्ज की जाती है यानी उसे एक ब्लॉक में रखा जाता है जिसमें वह जानकारी सिक्योर और इंक्रिप्टेड होता है इन डिप्रेशिएशन पका का माइनिंग का होता है इसके लिए cryptography पहेली को हल कर उचित एक कोड को लिखा जाता है
क्रिप्टो करेंसी पर भरोसा कैसे करें
लोगों के द्वारा बोला जाता है कि क्रिप्टोकरंसी हमारा भविष्य है यहां तक कि एलोन मस्क ने भी कुछ समय पहले बोले थे कि बिटकॉइन भविष्य को करेंसी होने वाली है बिटकॉइन $118 से $200 के आसपास वर्तमान समय में है पिछले कुछ समय पहले बिटकॉइन का मूल्य 45 लाख के पार था
भारतीय मार्केट प्लेयर कौन-कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट
भारत में अभी कुछ ही पॉपुलर बिटकॉइन वॉलेट है जिसे आप डाउनलोड करके बिटकॉइन जैसे क्रिप्टोकरंसी में इन्वेस्ट करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं जैसे एक कॉइनस्विच कुबेर WazirX, CoinDCX इत्यादि
क्रिप्टो कैसे खरीदे और भेजें
क्रिप्टो खरीदने और बेचने के लिए पहले आपको क्रिप्टो वॉलेट डाउनलोड करना होगा नीचे दिए गए क्रिप्टो वॉलेट में से आप एक क्रिप्टो वॉलेट को डाउनलोड करके किसी भी क्रिप्टो में निवेश कर सकते है.
WazirX | Download |
Coin Switch Kuber | Download |
CoinDCX | Download |
इसे ब्लॉकचेन क्यों कहा जाता है?
क्रिप्टोकरंसी में एक ब्लॉक की साइज लगभग एक एमबी होती है यह बात तो आप जानते ही हैं कि एक एमबी से आज क्या हो सकता है जब एक ब्लॉक फुल हो जाता है तो फिर उसे एक नया ब्लॉक बन जाता है और वह एक दूसरे से जुड़े हुए रहते हैं इसी तरह एक ब्लॉक दूसरे ब्लॉक से जुड़े हुए रहते हैं इसलिए ब्लॉक ब्लॉक को मिलाकर ब्लॉकचेन बन जाता है जिस लिए से ब्लॉकचेन बोला जाता है
माइनिंग क्या है? (What is Mining in Hindi)
आपने क्रिप्टोकरंसी और बिटकॉइन के बारे में तो बात करते सुना ही होगा उसी बीच आपने माइनिंग शब्द का इस्तेमाल जरूर सुना होगा क्रिप्टोकरंसी और बिटकॉइन के लेनदेन को मानने करने और उन्हें ब्लॉक जेल में शामिल करने के लिए भेजा जाता है जिसे माइनिंग कहा जाता है माइनिंग करने के लिए बड़े-बड़े कंप्यूटर के चिप की आवश्यकता होती है इसमें बिजली की खपत बहुत ज्यादा होती है इसमें माइनिंग करने वाले वर्कर को – कहा जाता है जो बिटकॉइन या अन्य क्रिप्टो करेंसी को माइनिंग करते हैं उनके बदले – को माइनिंग किए गए क्रिप्टोकरंसी के कुछ प्रतिशत क्रिप्टोकरंसी दी जाती है – ई ब्लॉक चीन के पहलुओं को कंप्यूटर cord की मदद से माइन करते हैं
वह स्थान जहां क्रिप्टो को खरीदा और बेचा जाता है उसे क्रिप्टो करेंसी मार्केट कहा जाता है और जिसके द्वारा खरीदा और बेचा जाता है उस पर फोन को क्रिप्टो एक्सचेंज वॉलेट कहा जाता है.
मुख्य तीन टेक्नोलॉजी
Private Key Cryptography
p2p network
Program
अंतिम विचार :
आज आपको यह पोस्ट कैसा लगा कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरुर बताए वैसे इस पोस्ट में हमने बताया है की बिटकॉइन का मालिक कौन है और Bitcoin Kisne Banaya, बिटकॉइन क्यों बनाया गया
अब भारत में बिटकॉइन से खरीद सकेंगे पिज्जा, आईसक्रीम और कॉफी, इस कंपनी ने शुरू की नई सर्विस
यूनोकॉइन unocoin भारत में कोई पहली कंपनी नहीं है जिसने यह काम शुरू किया है. इसी तरह की सेवा भारत का क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज जेबपे भी देता है. जेबपे ने 2015 में क्रिप्टो वॉलेट की शुरुआत की थी
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Ravikant Singh
Updated on: Aug 10, 2021 | 6:01 PM
भारत का सबसे पुराना क्रिप्टो वॉलेट लोगों को बिटकॉइन से पिज्जा, आईसक्रीम और कॉफी खरीदने की सुविधा दे रहा है. बिटकॉइन को एक्सचेंज कर इन चीजों की खरीदारी कर सकेंगे. यह नई सर्विस क्रिप्टो वॉलेट यूनोकॉइन (unocoin) ने शुरू की है. इस सर्विस के तहत बिटकॉइन से वाउचर लेना होगा. इस वाउटर से अपने जरूरत के सामान खरीदे जा सकेंगे. लेकिन इसके लिए बिटकॉइन होल्डर को यूनोकॉइन के साथ वेरिफिकेशन प्रोसेस को पूरा करना होगा.
unocoin कंपनी भारत में साल 2013 में शुरू हुई थी जो क्रिप्टो वॉलेट से लेकर क्रिप्टो एक्सचेंज का काम करती है. क्रिप्टोकरंसी cryptocurrency से जुड़ी इस कंपनी ने 6 अगस्त को ऐलान किया कि 100 रुपये से 5000 रुपये तक तक के बिटकॉइन से खरीदारी करने की सुविधा देने जा रही है. यह सुविधा वाउचर के जरिये मिलेगी. कंपनी से बिटकॉइन के बदले वाउचर लेना होगा और उसी वाउचर से सामान की खरीद पर दुकानदारों को पेमेंट करना होगा.
कैसे होगी खरीदारी
इसके लिए यूनोकॉइन कंपनी का मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा. इस ऐप में shop बटन बना है जहां डोमिनोज, इंडियन कॉफी चेन कैफे कॉफी डे, आईसक्रीम चेन बस्किन एंड रॉबिन्स से खरीदारी की जा सकेगी. इस ऐप में एक ड्रॉपडाउन मेन्यू बना है जिसमें अलग-अलग रुपये के वाउचर बने हैं. जितने रुपये की खरीदारी करनी है, उतने रुपये के वाउचर को खर्च करना होगा. यह काम पूरी तरह से ऑनलाइन होगा.
‘बिजनेस इनसाइडर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही किसी स्टोर या फूड चेन कंपनी को वाउचर दिया जाएगा, उतने रुपये का बिटकॉइन यूजर के वॉलेट से कट जाएगा. दरअसल इस काम में दुकानदार को वाउचर नहीं देते बल्कि shop बटन दबाने पर वाउचर कोड जनरेट होता है, जिसे सामान की खरीदारी के बदले देना होगा. इस वाउचर कोड से बिटकॉइन की राशि रीडिम हो जाएगी. यह कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट सुविधा सबको नहीं मिलेगी क्योंकि जिन लोगों ने यूनोकॉइन के साथ केवाईसी वेरिफिकेशन का प्रोसेस पूरा किया है, उन्हें ही वाउचर से ट्रांजेक्शन की सुविधा मिलेगी.
क्रिप्टो वाउचर से खरीदारी
यूनोकॉइन unocoin भारत में कोई पहली कंपनी नहीं है जिसने कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट यह काम शुरू किया है. इसी तरह की सेवा भारत का क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज जेबपे भी देता है. जेबपे ने 2015 में क्रिप्टो वॉलेट की शुरुआत की थी. जेबपे के यूजर बिटकॉइन से वाउचर ले सकते हैं और उससे खरीदारी कर सकते हैं. जेबपे ने भारत की ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिरकार्ट के साथ साझेदारी की है जिसके प्लेटफॉर्म पर बिटकॉइन के वाउचर से शॉपिंग कर सकते हैं. यूनोकॉइन भारत का पहला क्रिप्टो वॉलेट है जिसकी शुरुआत 2013 में हुई थी. यह कंपनी क्रिप्टो एक्सचेंज का भी काम करती है.
भारत में बढ़ता Cryptocurrency का निवेश
भारत में क्रिप्टोकरंसी cryptocurrency के बढ़ते चलन को देखते हुए यूनोकॉइन और जेबपे ने वाउचर की सर्विस शुरू की है. इसी तरह coinDCX भी आजकल चर्चा में है जिसने 90 मिलिनय डॉलर का फंड जुटाने का ऐलान किया है. इसी के साथ coinDCX भारत में 1.1 अरब डॉलर की पहली यूनिकॉर्न कंपनी बन गई है. इस कंपनी में बड़े-बड़े निवेशकों ने पैसा लगाने का ऐलान किया है जिसमें फेसबुक के को-फाउंडर एडुअर्डो सेवरिन की कंपनी बी कैपिटल भी शामिल है. इन कंपनियों को भारत में क्रिप्टोकरंसी का भविष्य अच्छा दिख रहा है जिसके बाद निवेश बढ़ाने का फैसला किया है. chainalysis की एक रिपोर्ट कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट बताती है कि भारत में अप्रैल 2020 से मई 2021 तक क्रिप्टोकरंसी का निवेश छह गुना तक बढ़ गया है और यह 923 मिलियन डॉलर से 6.6 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है.
Bitcoin Account Kaise Banaye | Bitcoin Wallet India
आज चाहे facebook, Whatsapp हो या youtube सभी जगह Bitcoin की ही चर्चा हो रहा है। इस डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी के बारे में सभी जानना चाहते है। आखिर bitcoin क्या है। bitcoin कैसे खरीदे और बेचे जाते है। इसके लिए क्या करना पड़ेगा। अगर आप भी ये जानना चाहते है तो ये पोस्ट आपके लिए है। यहाँ bitcoin account कैसे बनाये और कहाँ बनाये इसकी पूरी जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही india के लिए best bitcoin wallet app के बारे में बताएँगे जो बेहतर सर्विस प्रदान कर रहा है।
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अब आपके मोबाइल नंबर पर एक verification code आएगा। इसे निर्धारित बॉक्स में भरकर verify पर Tap करें। स्क्रीनशॉट की तरह।
Next आपके इस bitcoin wallet की सिक्योरिटी के लिए पिन सेटअप आएगा। यहाँ कोई भी 4 digit का पिन सेलेक्ट करें।
अगले स्टेप में आपको अपना नाम और ईमेल एड्रेस भरना है। ध्यान रहे आपका नाम जैसे पैन कार्ड में है वैसा ही लिखें, क्योंकि आगे आपको वेरीफाई भी करना है।
अब अपने ईमेल इनबॉक्स में जाइये। वहां आपको Zebpay की तरफ से एक वेरिफिकेशन मेल आया होगा। उसे ओपन कीजिये और verify your email पर Tap कीजिये।
जेबपे पर अकाउंट बनाने के बाद bitcoin खरीदने & बेचने के लिए account verification process में जाना है। इसके बाद ही आप bitcoin buy कर सकेंगे। वेरिफिकेशन प्रोसेस में क्या-क्या लगेगा और कैसे करना है , इसकी पूरी जानकारी हमने इस पोस्ट में दिया है –
तो इस तरह zebpay पर आपका bitcoin account create हो जायेगा। आपका अकाउंट वेरीफाई होने के बाद आप बहुत आसानी से bitcoin खरीद सकते है। zebpay से bitcoin कैसे खरीदे इसकी पूरी जानकारी स्टेप by स्टेप इस पोस्ट में बताया गया है –
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Buy, Sell, Send & Receive करने के लिए Bitcoin Account कैसे बनाये ये जानकारी आपको पसंद आया हो तो इस पोस्ट को शेयर कर सकते है, इसके लिए नीचे शेयर बटन की सुविधा उपलब्ध है। ये साइट आपको अच्छा लगा हो तो गूगल पर myandroidcity सर्च करके भी यहाँ आ सकते है। Thank You.
क्या होता है बिटकॉइन? इसकी शरुआत कैसे हुई? पूरे बैंकिंग सिस्टम को हिला कर रख देने वाले बिटकॉइन के बारे में सब कुछ जानिए
आज इंटरनेट पर कई वेबसाइट्स, काई सारे ऐसे एप्स मौजूद हैं जो बिटकॉइन खरीदते और बेचते हैं. साधारण भाषा में कहें, तो कई ऑनलाइन मार्केट प्लेस से बिटकॉइन खरीदे या बेचे जा सकते हैं.
जब से बिटकॉइन का जन्म हुआ है तब से ही बिटकॉइन की खूब चर्चा हो रही है. शुरुआत में तो ये हालात थे कि चारों तरफ हर किसी के मुंह से बिटकॉइन ही बिटकॉइन सुनाई देता था. कई देशों की सरकारों के विरोध के बाद इसकी बातें बहुत कम हो गई थीं लेकिन अब एक बार फिर से बिटकॉइन की चर्चा ज़ोरों पर है और इसके पीछे का कारण है बिटकॉइन की कीमत। दरअसल, बिटकॉइन की कीमत बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. जानकारी हो कि मौजूदा वक्त में एक बिटकॉइन की कीमत करीब 26 लाख रुपए हो चुकी है लगातार बढ़ती ही जा रही है यही वजह है कि निवेशक इन दिनों बिटकॉइन में भर-भर के निवेश कर रहे हैं.
बिटकॉइन क्या होता है?
Bitcoin एक वर्चुअल करेंसी है, Virtual का हिंदी अर्थ होता है- वास्तविक या आभासी. साधारण शब्दों में कहें तो आपके पास पैसा तो होता है आप इसका जब मर्ज़ी उपयोग भी कर सकते हैं लेकिन इसे हाथ में लेकर गिन नहीं सकते. इसिलए इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है. बिटकॉइन का जन्म साल 2009 में हुआ था, सातोशी नाकामोतो नामक व्यक्ति ने इसे बनाया गया था. आज मात्र 11 सालों में जिस बिटकॉइन की कीमत 26 लाख रूपए हो चुकी है उस वक्त यानी 2009 में इसकी कीमत 5-6 रुपए प्रति बिटकॉइन थी. जैसा कि हम बता चुके हैं आम करेंसी की तरह बिटकॉइन को देखा या छुआ नहीं जा सकता लेकिन इससे ऑनलाइन खरीद-फरोख्त हो सकती है. इससे कोई भी सामान खरीदा जा सकता है, उधारी चुकाई जा सकती है. बिटकॉइन की सबसे बड़ी खासियत तो ये है कि इंटरनेशनल लेवल पर इससे पेमेंट करना फायदेमंद है क्योंकि अभी तक बिटकॉइन पर किसी भी देश या किसी संस्था का रेगुलेशन नहीं है. बिटकॉइन की बढ़ती कीमत के चलते इन दिनों लोग बिटकॉइन में खूब निवेश कर रहे हैं. कह लें, कि इन दिनों बिटकॉइन वर्ल्ड टूर पर निकला है तो कुछ गलत नहीं होगा.
बिटकॉइन को खरीदा या बेचा कैसे जा सकता है?
कई तरह के एप्स, वेबसाइट्स मौजूद हैं जहां पर बिटकॉइन खरीदे या बेचे जा कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट सकते हैं. कई ऑनलाइन मार्किट प्लेस पर बिटकॉइन की खरीद व बिक्री होती है. साधारण भाषा में समझें तो जैसे आप डिजिटल तरीके से, इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करके किसी को पैसे भेजते हैं ठीक उसी तरह बिटकॉइन का भी लेन-देन किया जा सकता है. इन वेबसाइट्स, एप्स या कह लें ऑनलाइन मार्केट प्लेस पर यूजर को ट्रेडिंग के लिए अपना अकाउंट बनाना होता है. इसी अकाउंट के ज़रिए बिटकॉइन की ट्रेडिंग आसानी से की जा सकती है.
'बिटकॉइन माइनिंग' आपने बहुत सुना होगा, क्या होता है?
दरअसल, बिटकॉइन को कंप्यूटर पर ही गणित के जटिल सवाल हल करके भी हासिल किया जा सकता है. मतलब यूजर को अपने पैसे इन्वेस्ट करने की ज़रुरत नहीं है. गणित के जटिल सवाल हल कर बिटकॉइन पाने के तरीके को बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin mining) कहा जाता है. बिटकॉइन शुरुआत में भी इसी तर्ज पर बनाया गया था. अभी भी दुनियाभर में बहुत से लोग बिटकॉइन माइनिंग कर इस क्रिप्टोकरेंसी को प्राप्त कर रहे हैं और अमीर बन रहे हैं.
बिटकॉइन वॉलेट भी होता है!
Bitcoin एक डिजिटल वॉलेट में स्टोर रहते हैं. यूजर का जो ट्रेडिंग अकॉउंट होता है उसी के भीतर दिखाई हैं. इस डिजिटल वॉलेट को ही बिटकॉइन वॉलेट कहा जाता है. यह डिजिटल या बिटकॉइन वॉलेट यूजर के कंप्यूटर पर या फिर ऑनलाइन क्लाउड पर हो सकता है. यह एक तरह का वर्चुअल बैंक अकाउंट हैं. जिसे एक खास पासवर्ड से ही खोला जा सकता है. अगर किसी यूजर ने इस डिजिटल वॉलेट का पासवर्ड खो दिया या भूल गया तो फिर उसके बिटकॉइन भी खो जाएंगे और फिर कभी वापस नहीं आएंगे.
हाल ही एक ऐसा ही मामला सामने आया है, कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट जहां एक व्यक्ति के बिटकॉइन वॉलेट में 7000 बिटकॉइन हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है. लेकिन वह अपने बिटकॉइन वॉलेट का पासवर्ड भूल गया है. तो अब वह व्यक्ति करोड़पति होते हुए भी ना के बराबर है. एक अध्ययन के मुताबिक कुल बिटकॉइन के 25 फीसदी तो इन्हीं सब कारणों के चलते उपयोगहीन हैं.
बिटकॉइन के खतरों से भी रूबरू हो लीजिए-
Bitcoin की खासियत ही इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है. इसकी खासियत ये है कि इसके ऑनलाइन लेनदेन का कोई रिकॉर्ड नहीं होता है. जिसके चलते बिटकॉइन खरीदने या बेचने वाले व्यक्ति को ढूंढ पाना लगभग नामुमकिन है. यही वजह है कि कई देशों में गैरकानूनी कामों जैसे ड्रग्स आदि खरीदने के लिए बिटकॉइन का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है. आशंका है कि बिटकॉइन सुरक्षा के लिए भी खतरा हो सकता है. यही वजह है कि दुनिया के अधिकतर देशों की सरकारें इससे खौफज़द हैं.
पूरा बैंकिंग सिस्टम क्यों है परेशान?
इंटरनेट और तकनीक के बढ़ते कौन भारतीय बिटकॉइन वॉलेट प्रचलन के चलते बिटकॉइन के इस्तेमाल में भी खासी बढ़ोत्तरी हुई है. दुनियाभर के निवेशक क्रिप्टोकरेंसी में दबा कर निवेश कर रहे हैं. हालांकि मौजूदा वक्त में बिटकॉइन की तर्ज पर कई अन्य तरह की वर्चुअल करेंसी भी अस्तित्व में आ चुकी हैं. लेकिन बिटकॉइन इन सभी का शहंशाह है. दुनियाभर की कुल क्रिप्टो क्रिप्टोकरेंसी में 69 फीसदी हिस्सेदारी अकेले बिटकॉइन की ही है.
इस करेंसी का नियमन (रेगुलेशन) ना होने के कारण दुनियाभर के बैंक इसे लेकर चिंतित हैं. क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन में किसी भी थर्ड पार्टी जैसे बैंक आदि की जरूरत बिलकुल भी नहीं होती. ऐसे में कर चोरी की आशंका भयंकर रूप से है. दुनिया का कोई भी देश बिटकॉइन को करेंसी के तौर पर मान्यता नहीं दे पा रहा है, ऐसे में बिटकॉइन से किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो सकता है. अब आप समझ लीजिए काले धन का सबसे बड़ा केंद्र स्विस बैंक तक बिटकॉइन से परेशान है.