ARP क्या है और यह कैसे काम करता है?

sudo ifconfig eth0 नेटमास्क 255.255.255.0
लिनक्स पर ifconfig कमांड
डिफ़ॉल्ट रूप से, ifconfig उपयोगिता सिस्टम पर उपलब्ध नहीं है और OS पर नेट-टूल्स पैकेज स्थापित नहीं है। आइए इसे टर्मिनल में एक कमांड के साथ इंस्टॉल करें:
sudo apt-net-tools इंस्टॉल करें
प्रक्रिया 2 मिनट तक चलती है, जिसके बाद उपयोगकर्ता के पास टर्मिनल के माध्यम से नेटवर्क कॉन्फ़िगरेशन तक पहुंच होती है।
उपयोगिता तब ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ सिस्टम प्रक्रिया के रूप में शुरू होती है। यह कॉन्फ़िगरेशन फ़ाइलों से जानकारी एकत्र करता है और इसे डाउनलोड करता है।
ifconfig कमांड में विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला है। उपलब्ध कुंजियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए, टर्मिनल में टाइप करें:
ifconfig -help
- कुंजी [-ए] का अर्थ है "ऑपरेटिंग सिस्टम के सभी नेटवर्क इंटरफेस पर एक अतिरिक्त कार्रवाई लागू करें"।
- विकल्प [-v] उपयोगकर्ता की स्क्रीन पर विवरण प्रदर्शित करता है।
- फ़ंक्शन [-s] [-v] कुंजी की क्रिया का विलोम है। उपयोगिता निर्दिष्ट आइटम के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रदर्शित करती है।
- "इंटरफ़ेस नाम"। उपयोगकर्ता उस नेटवर्क इंटरफ़ेस को निर्दिष्ट करता है जिस पर संचालन लागू किया ARP क्या है और यह कैसे काम करता है? जाना चाहिए। उदाहरण के लिए, eth0 का अर्थ ईथरनेट नेटवर्क इंटरफ़ेस है।
- "दिशा"। चयनित नेटवर्क इंटरफ़ेस का IP पता दर्ज करें।
जानिये मोबाइल नंबर स्पूफिंग (Caller id Spoofing) के बारे में?
मैं नंबर स्पूफिंग कोई नया नई टेक्नोलॉजी नहीं है इसका उपयोग जालसाज किसी भी नामी लोगों को बरगलाने या धोखा देने के लिए इस तकनीक का उपयोग करते हैं, मोबाइल नंबर स्पूफिंग या कॉल स्पूफिंग में कलर आईडी की जानकारी में हेरफेर करने की प्रक्रिया को कॉल नंबर स्पूफिंग कहते हैं I
स्पूफिंग के मामले में विक्टिम को यह भरोसा दिला दिया जाता है कि आया गया काल किसी नामी व्यक्ति की ओर से पिछले कई वर्षों में हमने देखा है कि इस तरीके का इस्तेमाल करके लोगों को यह भरोसा दिलाने के लिए किया जाता है, कि उन्हें किसी नामी व्यक्ति सेलिब्रिटी जैसे लोगों को फोन आया है कि नहीं कि वह सबसे ज्यादा पसंद करते हैं ।
मोबाइल नंबर स्पूफिंग कब से हो रही है?
मोबाइल नंबर स्पूफिंग कोई नई टेक्नोलॉजी नहीं है जब से मोबाइल का आविष्कार हुआ है जिसे के लोग बात करने के लिए इसका उपयोग करने लगे हैं, तब से जालसाजो (हैकर) के द्वारा इस तकनीक का खोज उसी समय निकाल लिया गया था अर्थात मोबाइल नंबर स्पूफिंग काफी पुरानी जालसाज की एक नई धोखाधड़ी तकनीकी इसका उपयोग सालों साल से होता आ रहा है ।
अब बात करते हैं कि स्कूपिंग कॉल कैसे काम करता है, तो हमको बता दे कि मोबाइल नंबर स्पूफिंग कॉलर आईडी स्पूफिंग उपयोग जालसाज VoIP बेस्ड सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके इस तक कॉल स्पूफिंग की जाती है I
जालसाज इस तरीके की मदद से कॉलर आईडी को मेनूप्लेट करके कर आपको किसी अन्य लोकेशन का नंबर दिखा सकते हैं जबकि वास्तव में काल की लोकेशन कई और की भी हो सकती है I
ये VoIP बेस्ड सॉफ्टवेयर एक ऐसी तकनीक है, जो आपको मोबाइल नेटवर्क की बजाय ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन का उपयोग कर वॉइस कॉल करने की अनुमति देते हैं I
मोबाइल नंबर स्पूफिंग कौन-कौन करता है?
मोबाइल नंबर स्पूफिंग का इस्तेमाल किसी भी व्यक्ति को धोखा देने हुआ उसे भूल गया ने हड़ताल उसे गलत खबर ARP क्या है और यह कैसे काम करता है? ARP क्या है और यह कैसे काम करता है? पहुंचाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है इसका इस्तेमाल कोई भी व्यक्ति कर सकता है बता इसका उपयोग हैकर जालसाज और धोखेबाज इसका उपयोग करते हैं ।
अगर आप भी मोबाइल नंबर स्पूफिंग से पूछना चाहते हो तो नीचे हमने आपको कुछ तरीके बताए हैं जिन्हें फॉलो करके आप इस फुकिंग काल की पहचान कर और इसे सुरक्षित रह सकते हो।
- मोबाइल नंबर स्पूफिंग से सुरक्षित रहने के लिए सबसे आसान तरीका पहला यह है, कि आप किसी भी अनजान व्यक्ति से ना जुड़े उन लोगों से काल ना लेना सबसे अच्छा उपाय है I
- जिन्हें आप नहीं जानते हो या बिना सेव किए गए नंबर अज्ञात नंबर को फोन को ना उठाना I
- कॉलर की जानकारी जानने के लिए आप कॉलर आईडी एप जैसे Truecallerका उपयोग कर सकते हो I
- ऐसे काल की पहचान करना आसान है यदि आप किसी भी समय कॉल करने वाला एक फेमस चेहरा या ARP क्या है और यह कैसे काम करता है? किसी भी नाम व्यक्ति की करीबी होने का दावा करते हैं तो इस बात की बहुत अधिक संभावना है कि यह मोबाइल नंबर स्पूफिंग का मामला है I
- अगर आपको कोई भी कॉल करने वाला संदिग्ध लग रहा है तो तुरंत ऐसे नम्बरों को ब्लॉक और उनका कॉल डिस्कनेक्ट कर दे I
- और सबसे मुख्य उपाय पब्लिक वाईफाई को जितना ARP क्या है और यह कैसे काम करता है? हो सके उतना कम इस्तेमाल करना चाहिए।
TCP/IP मॉडल की कितनी layers होती है? (How many layers in TCP/IP model)
TCP/IP मॉडल में निम्नलिखित 4 layers होती है जो निम्नलिखित हैं:
- Network layer
- Internet layer
- Transport layer
- Application layer
Application Layer
Application Layer TCP/IP मॉडल की सबसे उच्चतम (Highest) layer है। यह Layer users को कंमुनिकेशन उपलब्ध कराती है। Application layer, Transport layer को डेटा भेजती है तथा उससे डेटा receive करती है। Application layer का काम high level protocols को हैंडल करना होता है। यह Layer user को application के साथ सीधे interact करने की सुविधा देती हैं।
Application layer में प्रयोग होने वाले प्रोटोकॉल निम्नलिखित है:
- HTTP(Hypertext Transfer Protocol)AND HTTPS( HTTP-Secure)
- SNMP(Simple Network management protocol)
- SMTP( simple mail transfer protocol )
- DNS( डोमेन नेम सिस्टम )
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TCP/IP प्रोटोकॉल क्या होता है?
(TCP IP Model in Hindi)TCP/ IP मॉडल में सामान्यतः दो प्रोटोकॉल प्रयोग होती है यह दोनों प्रोटोकॉल आपस में एक साथ जुड़कर टीसीपी आईपी मॉडल का निर्माण करती है।
- TCP Protocol-Transmission control Protocol
- IP Protocol- Internet Protocol
TCP Protocol
TCP Protocol में सबसे पहले sender और receiver के बीच कनेक्शन स्थापित होता है जिसे अंत में रिलीज कर दिया जाता है। TCP प्रोटोकॉल एक कनेक्शन ओरिएंटेड ARP क्या है और यह कैसे काम करता है? तथा reliable ट्रांसपोर्ट Protocol है अर्थात यह डाटा ट्रांसफर से पहले कनेक्शन को वेरीफाई करता है जिसके बाद ही डाटा ट्रांसफर करता है टीसीपी प्रोटोकॉल डाटा डिलीवरी की पूरी गारंटी लेता है इसमें डाटा ट्रांसफर के समय डाटा का ऑर्डर (Sequence) चेंज नहीं होता है।
इंटरनेट तथा दूसरे नेटवर्क पर एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में डाटा को बदलने हेतु रूल्स का सेट इंटरनेट प्रोटोकॉल कहलाता है।
इंटरनेट पर ट्रांसफर होने वाले डेटा को छोटे छोटे टुकड़ों में विभाजित किया जाता है, जिसे पैकेट कहा जाता है।आईपी सूचना प्रत्येक पैकेट से जुड़ी होती है और यह जानकारी राउटर को पैकेट को गंतव्य (Destination) पर भेजने में मदद करती है।
अब आगे जानते है इन सभी Layer के Protocol के बारे |
DNS(Domain name system)- 53 | TELNET(Telecommunication Internet)-23 |
SMTP(Simple mail Transfer Protocol)-25 | SSH(Secure Shall Host)-22 |
DHCP (Dynamic Host Configration Protocol-67/68 | FTP(File Transfer Protocol)-20/21 |
POP(Post Office Protocol)-110 | RIP(Routing information Protocol)-520 |
HTTP(Hyper Text Transfer Protocol)-80 | RIPv2(Routing information Protocol Routing information Protocol Version2)-520 |
HTTPS(Hyper Text Transfer Protocol Secure)-443 | BGP(Border Gateway Protocol)-179 |
SSL(Secure Socket Layer)-443 | TLS(Transport Layer Secure)-443 |
Network Access Layer के Protocols-
Ethernet | ATM , Frame Relay & SMDS |
Fast Ethernet | ARP |
SLIP & PPP | Proxy ARP |
FDDI | RARP |
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TCP क्या होता है ?
TCP का फ़ुलफ़ॉर्म होता है Transmission Control Protocol जो की Connection-oriented, reliable और accurate Protocol है। जिसका उपयोग तब होता जब Sender Host PC – Receiver Host PC को data ट्रान्स्फ़र करता है तो Receiver PC इसका Acknowledgement देता है।
अगर Receiver PC को कोई packet नही मिलता है या पैकेट ड्रॉप हो जाता है उस condition में वह data को retransmission करता है। जिससे data Packet Drop नही होता और data Receiver PC को Receive हो जाता है
इसको non-real time के लिए यूज़ किया जाता है। जिससे इसकी transmission स्पीड slow हो जाती है।
जैसे किसी को मेल भेजना, file डाउनलोड करना, file transfer करने में इसका उपयोग होता है।
UDP क्या होता है ?
UDP काफ़ुलफ़ॉर्म होता है User Datagram Protocol यह non-reliable, Connection-less protocol है, लेकिन इसके बिना रियल-टाइम work possible नही है। इसमें data का retransmission नही होता है।यह बहुत काम का protocol है। ये ना तो आप YouTube, Netflix, Amazon और भी live streaming विडीओ नही देख पायेंगे।
इसका उपयोग विडीओ कॉलिंग, विडीओ देखना, डेटा को Fast Transfer ARP क्या है और यह कैसे काम करता है? करने में किया जाता है।
Internet layer (Network Layer) :-
Internet layer को Network layer भी कहा जाता है। इस layer पर IP (Internet Protocol) काम करता है और यह sender or Receiver की IP Address को बताता है और Routing को बताता है की data कैसे जाएगा network में । यह OSI model के Network Layer के जैसे ही काम करता है। यह Connection-oriented होता है।
यह combination है Physical or Data link layer का इसका काम होता है डिवाइस के Mac Address पर काम करना, जो OSI की data link layer पर होता है।
और data कैसे frame में बनेगा और bit में transmit होगा। इस layer par जो Protocols काम करते है वो कुछ इस तरह है।
एक झलक
आज हमने TCP/IP Model से सम्बंधित सभी जानकारियों को बारीकी से जाना है, अगर हमारे किसी पाठक को लगता है की हमसे कोई जानकारी साझा करना रह गया है तो कृपया हमें कॉमेंट करके बताए। हम उसे अप्डेट करेंगे जिससे पाठकों को ज़्यादा से ज़्यादा जानकारी प्राप्त होगी ।