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निवेश के अवसर

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कम निवेश के साथ भारत में सर्वश्रेष्ठ व्यावसायिक अवसर

कम निवेश के साथ भारत में सर्वश्रेष्ठ व्यावसायिक अवसर

हम सभी इस बात से सहमत हो सकते निवेश के अवसर हैं कि भारत के जॉब मार्केट को नवीनतम आंकड़ों के अनुसार निराश्रित गिरावट का सामना करना पड़ा है। इसके कारण बेरोजगारी दर में निवेश के अवसर वृद्धि हुई और पारंपरिक व्यवसायों में सफलता के लिए एक लक्ष्य का पीछा किया गया।

जबकि स्टार्टअप फंडिंग का बाजार अभी भी मंदा नजर आ रहा है, इस ब्लॉग पोस्ट में हमने भारत में कम निवेश और न्यूनतम योग्यता के साथ 5 सर्वश्रेष्ठ व्यावसायिक अवसरों की रूपरेखा तैयार की है। इससे पहले कि हम सूची के साथ शुरू करें, व्यवसाय पूरी तरह से आपके हितों और समर्पण पर निर्भर करता है, ये केवल ऐसे सुझाव हैं, जिन्होंने सर्वेक्षण की गई आबादी के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है।

यात्रा संस्था

हमें यकीन है कि हैशटैग ‘वंडरलस्ट’ के तहत आपके इंस्टाग्राम फीड पर आपके आस-पास के लोगों की बाढ़ आ गई है। हाँ, हमें लगता है कि! आप भी अपने जुनून से पैसे कमाकर दस्ते में शामिल हो सकते हैं।

कैसे? अपनी खुद की ट्रैवल एजेंसी शुरू करके अपनी यात्रा को सुगम बनाएं। आप भारत के भीतर स्थानीय पर्यटन की व्यवस्था के साथ शुरू कर सकते हैं और फिर अंतरराष्ट्रीय यात्रा में विस्तार कर सकते हैं।

लोग सुविधा के लिए भुगतान करते हैं जिसमें बुकिंग टिकट, होटल, पर्यटन और गाइड शामिल होंगे। लागत प्रभावी ढंग से कार्य करने के लिए, आप एक मेजबान एजेंसी के साथ गठजोड़ कर सकते हैं जो आपको गति का लाभ प्रदान करेगी। आप अपना सीएलआईए, एआरसी या आईएटीए नंबर तेजी से प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा, जब आप एक मेजबान-एजेंसी के साथ व्यवस्था करते हैं तो वे उच्च आयोगों को देख सकते हैं क्योंकि वे आपके लिए बैक-एंड में काम करते हैं।

कुछ ऐसा जो आपको रुचिकर लगा, ठीक है, अभी तय न करें, चार और आ रहे हैं।

जलपान संयुक्त

अरे, थोड़ा रसोइया! क्या आपको तारीफ मिली, किसी भी समय, उस जादू के लिए जिसे आप अपनी सुबह के नास्ते में लाते हैं?

ठीक है, निवेश के अवसर यदि हाँ, तो यह आपके लिए है। खाद्य पदार्थ के रूप में हमारे जैसे खाद्य देश में सबसे तेज़ कारोबार और कड़ी प्रतिस्पर्धा है। उचित दृश्यता और निकटता वाले प्रत्येक कोने में एक नाश्ता संयुक्त(breakfast joint) है जहा भीड़ है और वे इसे मुफ्त में बेच रहे हैं।

अगर भोजन आपकी चीज है और आप सोचते हैं कि आप इसमें भिन्नता कर सकते हैं, एक संयुक्त नाश्ता शुरू करें।

सुनिश्चित करें कि यह वाणिज्यिक स्थानों की निकटता में हो। यह लोगों के लिए आम बात है की कार्यालय जाने से पहले कुछ खा कर जाते है। भीड़ का समय और चाय के ब्रेक के अवसर का लाभ उठाएं जब लोग पास के भोजनालय चुनना पसंद करते है।

घर पर ट्यूशन

क्या आपके पास निवेश करने के लिए कोई फंड नहीं है? निराश न हों, इस विकल्प के लिए शून्य स्टार्टअप लागत की आवश्यकता है। आपको बस एक अच्छा रेपो और थोड़ा सा विज्ञापन चाहिए। सोशल मीडिया पर इस बात को फैलाएं कि अब आप होम ट्यूशन ले रहे हैं।

यह व्यवसाय एक निश्चित शॉट है क्योंकि यह भारतीयों की एक सामान्य प्रवृत्ति है कि बच्चे के समग्र विकास के लिए स्कूल पर्याप्त नहीं हैं। इसके अलावा, व्यस्त जीवन शैली में, जो घड़ी के समय से चलते है, भारतीय माता-पिता को बच्चों की शिक्षा के लिए अकेले समय बिताना मुश्किल होता है।

एक बार जब आप कुछ अच्छे छात्रों को लाने के लिए, वर्ड-ऑफ-माउथ सिफारिशें आपको लंबा रास्ता तय कराएंगी। हो सकता है कि एक साल में आप अपने खुद के कोचिंग सेंटर को देख सकें।

कार्यक्रम का आयोजन

क्या आपने ‘बैंड, बाजा, बारात देखी है? पार्टी के योजनाकारों को यह एक दिलचस्प लगेगा। यह न्यूनतम स्टार्टअप लागत के साथ एक ऑन-डिमांड उद्योग है। शादी, जन्मदिन की पार्टी, सगाई समारोह, गोद भराई, किटी पार्टी, आप इसे नाम देते हैं। यदि आप साधन संपन्न और रचनात्मक हैं, तो इवेंट ऑर्गेनाइजिंग एक शानदार अवसर है।

एक अच्छे इवेंट मैनेजर को प्रबंधन, संकट प्रबंधन, नेटवर्किंग और यात्रा में सर्वश्रेष्ठ होना चाहिए। ग्राहक की आवश्यकताओं से मेल खाने और चुने गए गंतव्य पर व्यवस्था करने के लिए आपको 100 स्थानों पर जाना होगा। बड़ा प्लस पोइन्ट आप पार्टी पोशाक में हर समय तैयार रहेंगे। यह एक बड़ी याय है!

जीएसटी सुविधा केंद्र

यदि आप स्थिर आय और दीर्घकालिक चीज़ के बारे में सोचते हैं, जीएसटी सुविधा केंद्र आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है।

जीएसटी सुविधा केंद्र (जीएसके) के साथ, आप व्यवसायों को उनकी जीएसटी रिटर्न फाइलिंग आवश्यकताओं के अनुपालन में सहायता कर सकते हैं। जीएसके सुविधा केंद्र हैं जिन्हें जीएसपी द्वारा अनुमोदित लागत प्रभावी तरीके से जीएसटी रिटर्न फाइलिंग प्रक्रिया को सुचारू करने के लिए मंजूरी दी गई है।

आप अपना पंजीकरण केवल रु. 15000 में प्राप्त कर सकते हैं और काम करना शुरू कर सकते हैं। कोई भी भारतीय नागरिक जीएसटी सुविधा केंद्र शुरू कर सकता है और किसी भी आकार के व्यवसायों की सेवा कर सकता है। आपका लक्षित ग्राहक आधार एसएमई छोटे और मध्यम उद्यमी, दुकानदार, 20 लाख से ऊपर टर्नओवर वाले व्यक्ति होंगे।

यह व्यवसाय फ्रैंचाइज़ी मॉडल के तहत तीव्र गति से बाजार में कारोबार कर रहा है।

यहां जानिए कैसे शुरू करें अपना जीएसटी सुविधा केंद्र।

क्या आपको यह पोस्ट पसंद आया या आपको लगा कि इसमें सुधार करने की निवेश के अवसर गुंजाइश है? यहां अपनी प्रतिक्रियाएं छोड़ें और हम अधिकतम डिलिवरेबल्स प्राप्त करने के लिए पोस्ट को सुधारेंगे।

₹1.68 लाख करोड़ के आए निवेश प्रस्ताव, ₹1.25 लाख करोड़ के एमओयू हुए फाइनल

लखनऊ, 2 दिसंबर। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फरवरी में होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 (जीआईएस-23) में ₹10 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है। अभी जीआईएस-23 को दो माह से ज्यादा का वक्त बचा है और सरकार द्वारा शुरू किए गए पोर्टल निवेश सारथी के माध्यम से उसे 30 नवंबर तक ₹1.68 लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश निवेश के अवसर प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। महत्वपूर्ण बात ये है कि इसमें से ₹1.25 लाख करोड़ के एमओयू हो चुके हैं। इन एमओयू के जरिए 5.5 लाख से ज्यादा रोजगार के अवसर पैदा होने की संभावना है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देश को 5 ट्रिलियन डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बनाने की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य तय किया है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए 10 से 12 फरवरी के मध्य राजधानी लखनऊ में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है।

बड़ी संख्या में सृजित होंगी नौकरियां
निवेश सारथी डैशबोर्ड के अनुसार, पोटर्ल के जरिए निवेशकों के साथ कुल 148 एमओयू अब तक साइन किए जा चुके हैं। इन 148 एमओयू के जरिए सरकार को कुल ₹125,885 लाख करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन एमओयू के जरिए होने वाले निवेश से उत्तर प्रदेश में 5,63,496 नौकरियों के सृजन की संभावना है। इन एमओयू से इतर, पोर्टल के जरिए अब भी 315 निवेश के प्रस्ताव ऐसे हैं जो अभी एमओयू की प्रक्रिया में आगे बढ़ रहे हैं। अगर इनके साथ भी एमओयू होता है तो उत्तर प्रदेश में भारी संख्या में युवाओं के लिए नौकरी के अवसर सामने आएंगे।

प्राप्त हुए कुल 472 इंटेंट
जानकारी के अनुसार, पोर्टल पर 30 नवंबर तक निवेशकों की ओर से कुल 472 इंटेंट प्राप्त किए गए हैं। इन इंटेंट का प्रस्तावित निवेश ₹1,68,759 लाख से भी ज्यादा का है। यदि ये सभी इंटेंट एमओयू और निवेश में तब्दील हो जाएं तो इनसे 6,79,338 नौकरियों का सृजन संभव है। जानकारी के मुताबिक, करीब 6 इंटेंट ऐसे रहे जिनकी प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो सकी। ₹30,395 लाख के इंटेंट रिजेक्ट कर दिए गए, जबकि निवेशकों की ₹3,920 लाख के 4 इंटेंट की क्वेरीज फिलहाल पेंडिंग है।

महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा निवेश सारथी
इस बार की ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पहले आयोजित हुईं इन्वेस्टर्स समिट से हटकर होने जा रही है। हर बार निवेशक खुद ही सरकार को एप्रोच करता है, लेकिन इस बार सरकार स्वयं निवेशकों को एप्रोच कर रही है और उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश लायक परिस्थितियों से रूबरू करा रही है। इसके लिए सरकार की ओर से निवेश सारथी के नाम से एक पोर्टल की शुरुआत की गई है। इस पोर्टल के जरिए ही निवेशक प्रदेश में निवेश का अपना इंटेंट दाखिल कर रहे हैं और यहां संबंधित विभाग से जुड़े नोडल अधिकारी उन्हें व्यापार और निवेश से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्ध करा रहे हैं। नोडल अधिकारी इंटेंट फाइल करने वाले निवेशकों का फॉलो-अप भी कर रहे हैं। उन्हें एमओयू तक ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार की इस बदली हुई एप्रोच का ही नतीजा है कि आधिकारिक रूप से लांच होने से पहले ही इस पोर्टल पर सरकार को सवा लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिल गए थे। उम्मीद की जा रही है कि सरकार ने जो लक्ष्य तय किए हैं, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 की शुरुआत तक सरकार उसके काफी करीब पहुंच जाएगी।

सभी इंसेटिव्स मिलेंगे ऑनलाइन
निवेश सारथी के साथ ही एक अन्य पोर्टल निवेश मित्र भी महत्वपूर्ण भूमिका में होगा। यह पोर्टल निवेशकों के इंसेटिव्स को इंसेंटिव्स ऑनलाइन ही प्रोसेस कर देगा। निवेशकों को इंसेटिव्स के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इसके लिए सरकार ने पोर्टल पर ऑनलाइन इंसेंटिव्स मैनेजमेंट सिस्टम (ओआईएमएस) की शुरुआत की है। इसके जरिए इंसेंटिव्स की प्रक्रिया, स्वीकृति एवं भुगतान किया जाएगा। पोर्टल को इस तरह विकसित किया गया है कि यह स्वतः व्यापार की प्रवृत्ति को समझकर संबंधित विभाग की नीति के तहत मिलने वाले इंसेंटिव्स को अप्लाई करने का अवसर देगा। पोर्टल यह भी सुनिश्चित करेगा कि संबंधित विभाग में इंसेंटिव की प्रक्रिया का ऑनलाइन निस्तारण हो और प्रत्येक स्तर पर निवेशक इसके स्टेटस को ट्रैक कर सके।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 : 10 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य, मिले 1.68 लाख करोड़ के प्रस्ताव

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 : 10 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य, मिले 1.68 लाख करोड़ के प्रस्ताव

निवेश सारथी डैशबोर्ड के अनुसार, पोटर्ल के जरिए निवेशकों के साथ कुल 148 एमओयू अब तक साइन किए जा चुके हैं। इन 148 एमओयू के जरिए सरकार को कुल ₹125,885 लाख करोड़ के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इन एमओयू के जरिए होने वाले निवेश से उत्तर प्रदेश में 5,63,496 नौकरियों के सृजन की संभावना है। इन एमओयू से इतर, पोर्टल के जरिए अब भी 315 निवेश के प्रस्ताव ऐसे हैं जो अभी एमओयू की प्रक्रिया में आगे बढ़ रहे हैं। अगर इनके साथ भी एमओयू होता है तो उत्तर प्रदेश में भारी संख्या में युवाओं के लिए नौकरी के अवसर सामने आएंगे।

प्राप्त हुए कुल 472 इंटेंट :

जानकारी के अनुसार, पोर्टल पर 30 नवंबर तक निवेशकों की ओर से कुल 472 इंटेंट प्राप्त किए गए हैं। इन इंटेंट का प्रस्तावित निवेश ₹1,68,759 लाख से भी ज्यादा का है। यदि ये सभी इंटेंट एमओयू और निवेश में तब्दील हो जाएं तो इनसे 6,79,338 नौकरियों का सृजन संभव है। जानकारी के मुताबिक, करीब 6 इंटेंट ऐसे रहे जिनकी प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो सकी। ₹30,395 लाख के इंटेंट रिजेक्ट कर दिए गए, जबकि निवेशकों की ₹3,920 लाख के 4 इंटेंट की क्वेरीज फिलहाल पेंडिंग है।

महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा निवेश सारथी :

इस बार की ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पहले आयोजित हुईं इन्वेस्टर्स समिट से हटकर होने जा रही है। हर बार निवेशक खुद ही सरकार को एप्रोच करता है, लेकिन इस बार सरकार स्वयं निवेशकों को एप्रोच कर रही है और उन्हें उत्तर प्रदेश में निवेश लायक परिस्थितियों से रूबरू करा रही है। इसके लिए सरकार की ओर से निवेश सारथी के नाम से एक पोर्टल की शुरुआत की गई है। इस पोर्टल के जरिए ही निवेशक प्रदेश में निवेश का अपना इंटेंट दाखिल कर रहे हैं और यहां संबंधित विभाग से जुड़े नोडल अधिकारी उन्हें व्यापार और निवेश से जुड़ी सभी जानकारियां उपलब्ध करा रहे हैं। नोडल अधिकारी इंटेंट फाइल करने वाले निवेशकों का फॉलो-अप भी कर रहे हैं। उन्हें एमओयू तक ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। सरकार की इस बदली हुई एप्रोच का ही नतीजा है कि आधिकारिक रूप से लांच होने से निवेश के अवसर पहले ही इस पोर्टल पर सरकार को सवा लाख करोड़ से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव मिल गए थे। उम्मीद की जा रही है कि सरकार ने जो लक्ष्य तय किए हैं, ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-23 की शुरुआत तक सरकार उसके काफी करीब पहुंच जाएगी।

सभी इंसेटिव्स मिलेंगे ऑनलाइन :

निवेश सारथी के साथ ही एक अन्य पोर्टल निवेश मित्र भी महत्वपूर्ण भूमिका में होगा। यह पोर्टल निवेशकों के इंसेटिव्स को इंसेंटिव्स ऑनलाइन ही प्रोसेस कर देगा। निवेशकों को इंसेटिव्स के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। इसके लिए सरकार ने पोर्टल पर ऑनलाइन इंसेंटिव्स मैनेजमेंट सिस्टम (ओआईएमएस) की शुरुआत की है। इसके जरिए इंसेंटिव्स की प्रक्रिया, स्वीकृति एवं भुगतान किया जाएगा। पोर्टल को इस तरह विकसित किया गया है कि यह स्वतः व्यापार की प्रवृत्ति को समझकर संबंधित विभाग की नीति के तहत मिलने वाले इंसेंटिव्स को अप्लाई करने का अवसर देगा। पोर्टल यह भी सुनिश्चित करेगा कि संबंधित विभाग में इंसेंटिव की प्रक्रिया का ऑनलाइन निस्तारण हो और प्रत्येक स्तर पर निवेशक इसके स्टेटस को ट्रैक कर सके।

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