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बिटकॉइन किसने बनाया था?

बिटकॉइन किसने बनाया था?

Dogecoin Cryptocurrency क्या है और यह कैसे काम करती है ?

Dogecoin Cryptocurrency, Dogecoin kya hai: डोगीकॉइन cryptocurrency जिसमे पिछले महीने अक्टूबर में काफी उछाल देखा गया। जिसने इस करेंसी की market वैल्यू को और ज्यादा बढ़ा दिया है। आज हम इसी cryptocurrency के बारे में बात करने जा रहे है की आखिर इस digital cryptocurrency की शुरुआत कैसे हुई और कैसे ये दिन ब दिन और ज्यादा प्रचलित(famous) होती जा रही है।

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Dogecoin है क्या? (Dogecoin Cryptocurrency kya hai)

dogecoin एक प्रकार की डिजिटल Blockchain करेंसी होती है। यानी ऑनलाइन उपयोग किये जाने वाला रुपया जिसे आप कही भी और कहीं से भी उपयोग कर सकते है। जो नाम है shiba inu ये उस doggy का नाम है जिसकी फोटो इस cryptocurrency के ऊपर लगी है। सॉफ्टवेयर engineers, Billy markus और Jackson palmer ने इस cryptocurrency को 2013 में बनाया bitcoin क्रिप्टो करेंसी का मजाक बनाने के लिए।

dogecoin क्रिप्टोकरेंसी एक fun या meme के purpose से बनाई गई ताकि cryptocurrencies का मजाक बनाया जा सके। इसलिए cryptocurrency को मजाक में dogecoin कहने लगे। उसका meme create करके यहाँ तक की इसकी वेबसाइट भी बना दी गयी। और फिर finally इसको official cryptocurrency ही घोषित कर दिया। जैसा की हमने ऊपर बताया है की dogecoin cryptocurrency को “meme or joke” बनाने के लिए बनाया गया था।

dogecoin के बनने के ek se do महीनो के अंदर ही इसकी हर जगह ज़िक्र या चर्चा होने लगा aur ये काफी popular हो गयी। इसकी official website पर भी millions के करीब लोग आने लगे तभी जो इस करेंसी का मालिक है उसने इसे official currency घोषित कर दिया। मार्कस (billy markus) ने इस cryptocurrency को litecoin or luckycoin के base पर डिज़ाइन किया। इस cryptocurrency का कोड DOGE है और इसका symbol D है। आये दिन ये cryptocurrency सोशल मीडिया पर छाई रहती है। इस क्रिप्टोकरेंसी को “fun and friendly internet currency” भी जाता है ये इस बात का अभिप्राय देता है की इस क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत एक मजाक के रूप में हुई थी।

Cryptocurrency Dogecoin cryptocurrency
किसने बनाई?(Founder)Billy Markus और Jackson palmer
कब बनाई?दिसंबर 2013 में
कोड(Code) DOGE
dogecointechnology ब्लॉकचेन(Blockchain Ledger)
वेबसाइट(website) www.dogecoin.com

dogecoin काम कैसे करती है?

आप dogecoin खरीदना(buy) चाहते है तो aapke लिए ये जानना बेहद important हो जाता है। की आखिर dogecoin क्रिप्टोकरेंसी काम kaise करती है, नीचे हम इसी बारे में जानेंगे –

  • सभी cryptocurrency की तरह dogecoin भी ब्लॉकचेन(Blockchain Ledger) जैसी टेक्नोलॉजी
  • ये blockchain ledger, एक तरह का digitally ledger होता है जो सभी transactions को एकदम सुरक्षित व उनका पूरा record रखता है।
  • blockchain सभी cryptocurrency की बुनियाद होती है जिस पर हर digital currency निर्भर करती है।
  • dogecoin के blockchain ledger की कॉपी सभी dogecoin holders के पास होती है। जो हर नयी transaction से अपडेट होती रहती है। आप ये भी कह सकते है की dogecoin blockchain हर तरह की transaction का अपने पास रिकॉर्ड रखता है ताकि एक तरह से proof रहे।

dogecoin कैसे ख़रीदे?

dogecoin खरीदना इतना मुश्किल नहीं है कोई भी इस digital cryptocurrency को ऑनलाइन cryptocurrency exchange से आसानी से खरीद सकता है। कुछ cryptocurrency exchange apps जैसे binance या kraken में कुछ डॉलर का फंड (funds) add करके कोई भी cryptocurrency खरीद सकता है या इन्वेस्ट कर सकता है। बहुत से ऐसे भारतीय apps है जहा से आप dogecoin cryptocurrency खरीद सकते है जैसे CoinDCX, Zerodha, buyucoin और Wazirx आदि।

cryptocurrency buy करने के लिए सबसे पहले तो आप सब को मोबाइल के playstore से cryptocurrency से जुड़े download करने होंगे उसके बाद उनमे अपने बैंक की पूरी bank details add करनी पढ़ती है। और उसके बाद इनमे आप रुपए add करके cryptocurrency खरीद सकते है। और जब आपको लगे की आपको फायदा हो रहा है, तब आप खरीदी हुई cryptocurrency को सही दाम पर बेच कर रुपए कमा सकते है।

dogecoin के uses

डोगी कॉइन (dogecoin cryptocurrency) को आप कई प्रकार से इस्तेमाल कर सकते है –

  • डोगी कॉइन cryptocurrency को आप कही भी पेमेंट (payment) करने के purpose से भी इस्तेमाल कर सकते है।
  • शॉपिंग (shopping etc.) करने के लिए भी इस cryptocurrency का उपयोग किया जा सकता है।
  • घर से जुड़ा जरुरी सामान (household related products) या खाना खरीदने (purchase) के लिए भी इसका उपयोग कर सकते है।
  • आजकल वेबसाइट (websites) के domain name खरीदने के लिए भी डोगी कॉइन (dogecoin) cryptocurrency का अधिकतम use किया जा रहा है।
  • dogecoin का यूज़ tipping में भी किया जाता है। उदाहरण के लिए dogetipbot, जिसका उपयोग twitch aur reddit जैसे social media platforms पर transaction के लिए किया जाता है।

Dogecoin और Bitcoin में अंतर (Dogecoin vs Bitcoin )

डोगी कॉइन(Dogecoin)बिटकॉइन (Bitcoin)
इस cryptocurrency का price और cryptocurrencies से कम होता है। ये सबसे महंगी cryptocurrency है।
Dogecoin currency को बनाने के पीछे कोई मकसद नहीं था ये तो बस बिटकॉइन का मजाक बनाने के लिए बनायी गयी। बिटकॉइन cryptocurrency एक विश्वसनीय cryptocurrency है जो ऑनलाइन transaction आसानी से हो सके इसलिए बनाई गयी।
Dogecoin बिटकॉइन किसने बनाया था? currency बिटकॉइन के मुक़ाबले में अभी बहुत पीछे है और बहुत कम लोग इस cryptocurrency में invest करते है। bitcoin का नेटवर्क बहुत बढ़ा है और अच्छे से काम भी करता है।

Dogecoin क्रिप्टो करेंसी का भविष्य

इस साल इस cryptocurrency ने कई बार लोगो को फायदा दिया जैसे की april के month में इस क्रिप्टोकोर्रेंसी में उछाल देखा गया था। और अभी पिछले महीने भी पहले ज्यादा उछाल देखा गया जैसे की पहली अक्टूबर को Rs.16.48 था जो बाद में बढ़ के Rs.25.39 हो गया। यानी की अक्टूबर 2021 में dogecoin में सबसे ज्यादा उछाल देखा गया।

ऊपर दी गयी जानकारी इस बात को दर्शा रही है की आने वाले समय में इसमें निवेश करने वालों को काफी फायदा होगा।

dogecoin क्या है?

dogecoin एक प्रकार की डिजिटल करेंसी (digital currency) होती है। यानी ऑनलाइन उपयोग किये जाने वाला रुपया जिसे आप कही भी और कहीं से भी उपयोग कर सकते है।

क्या dogecoin भारत में मान्य है?

जी नहीं, किसी भी प्रकार की cryptocurrency भारत में मान्य नहीं है। फिर चाहे वो dogecoin ही क्यों न हो।

dogecoin cryptocurrency को किसने बनाया?

Billy markus और Jackson palmer ने इस cryptocurrency को 2013 में बनाया bitcoin का मजाक बनाने के लिए, लेकिन बिटकॉइन किसने बनाया था? ये इतनी मशहूर हो गयी की बादमे इसको


dogecoin cryptocurrency किस टेक्नोलॉजी पर काम करती है?

इस तरह की ज्यादातर cryptocurrency blockchain technology के द्वारा काम करती है।

dogecoin की market value क्या है?

dogecoin की market value कभी एक सी नहीं रहती हमेशा बदलती रहती है। फ़िलहाल इसकी मार्केट price $0.2693 है जो हर second बदल रहा है market के up down की वजह से।

Google Trends 2018 : गूगल ट्रेंड्स में आया बिटकॉइन प्राइस, जानिए इसकी कहानी

साल 2018 खत्म होने की ओर है। हर कोई नई उम्मीदों के साथ नए साल का इंतजार कर रहा है। गूगल (Google) का सर्च इंजन भी नई चीजों के लिए तैयार हो रहा है। फिलहाल गूगल ने साल 2018 में सबसे ज्यादा ट्रेंड (Google Trends) बिटकॉइन किसने बनाया था? में रहने वाली चीजों की सूची जारी की है। जिसके अनुसार बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) यानी बिटकॉइन का दाम खबरों में सबसे ज्यादा रहा है। टॉप 10 खबरों में Bitcoin Price छठवें नंबर पर था। आज हम आपको बता रहे हैं कि आखिर बिटकाइन क्या है और इसके दाम को इतना ज्यादा क्यों सर्च किया गया है।

Google Trends 2018 : गूगल ट्रेंड्स में आया बिटकॉइन प्राइस, जानिए इसकी कहानी

साल 2018 खत्म होने की ओर है। हर कोई नई उम्मीदों के साथ नए साल का इंतजार कर रहा है। गूगल (Google) का सर्च इंजन भी नई चीजों के लिए तैयार हो रहा है। फिलहाल गूगल ने साल 2018 में सबसे ज्यादा ट्रेंड 2018 (Google Trends 2018) में रहने वाली चीजों की सूची जारी की है। जिसके अनुसार बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) यानी बिटकॉइन का दाम खबरों में सबसे ज्यादा रहा है। टॉप 10 खबरों में Bitcoin Price छठवें नंबर पर था। आज हम आपको बता रहे हैं कि आखिर बिटकाइन क्या है और इसके दाम को इतना ज्यादा क्यों सर्च किया गया है।

बिटकॉइन क्या है?

What Is Bitcoin? एक परिभाषा देना हो तो हम कहेंगे कि बिटकॉइन एक वर्चुअल करेंसी (virtual currency) है। Bitcoin ठीक उसी तरह से एक करेंसी है जैसे रुपया, डॉलर, येन आदि होते हैं। लेकिन खास बात यह है कि यह मुद्रा बिटकॉइन किसने बनाया था? डिजिटल (Digital Currency) होती है।

हम इसे अपनी जेब में नहीं रख सकते न ही इसे छू सकते हैं। यह आभासी मुद्रा है। बिटकॉइन एक डिजिटल मुद्रा है उसी तरह से इसे रखने के लिए भी डिजिटल वॉलेट की जरूरत होती है। जैसे हमारा मोबाइल या कंप्यूटर। आगे जानने से पहले यह जान लीजिए कि बिटकॉइन को बनाया किसने।

बिटकॉइन (Bitcoin) का आविष्कार सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने सन 2009 में किया था। हम यह नहीं जानते कि आखिर सतोशी नाकामोतो कौन हैं न ही उनकी कोई तस्वीर है। अब आखिर उन्होंने इसका आविष्कार कैसे किया?

मामला थोड़ा टेक्निकल है लेकिन आसानी से समझें तो गणित के कुछ सूत्रों के सहारे उन्होंने एक सिस्टम तैयार किया जिसमें बिटकॉइन जेनरेट हुए। जिस सिस्टम से बिटकॉइन (Bitcoin) को जेनरेट किया जाता है उस पूरी प्रक्रिया को बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin Mining) कहते हैं।

जो सिस्सटम उन्होंने तैयार किया था। उसके हिसाब से जितने चाहे उतने बिटकॉइन माइन नहीं किए जा सकते। उसकी एक सीमा है। माइनिंग के लिए कुछ सॉफ्टवेयर और विशेष तरह के हार्डवेयर का इस्तेमाल किया जाता है। दुनिया में केवल 21 मिलियन यानी 2 करोड़ 10 लाख बिटकाइन की माइनिंग की जा सकती है।

बिटकॉइन प्राइस को कौन कंट्रोल करता है

बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) को कौन कंट्रोल करता है? यह सवाल कई बार उठाया जाता है। लेकिन आपको बता दें कि बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) को कोई भी कंट्रोल नहीं करता है। यह एक विकेन्द्रीकृत (Decentralized) मुद्रा है। मतलब इसका कोई केंद्र नहीं है, इसका कोई दफ्तर नहीं है।

जैसे भारतीय रुपये को आरबीआई कंट्रोल करता है। किसी भी तरह की समस्या होने पर हम रिजर्व बैंक से गुहार लगा सकते हैं लेकिन बिटकॉइन के मामले में ऐसा नही है। बिटकॉइन को खरीदने और बेचने के लिए कई एप का इस्तेमाल किया जाता है।

जैसा कि हमने पहले बताया है कि बिटकॉइन की एक निश्चित संख्या है। इस लिए जब ज्यादा लोग बिटकॉइन को खरीद लेते हैं तो खुले में बिटकॉइन कम बचते हैं। इस लिए उसका दाम अपने आप बढ़ जाता है। वहीं जब यही लोग बिटकॉइन को बेंचने लगते हैं तो इसका दाम कम होने लगता है। क्योंकि बाजार में बहुत सारे बिटकॉइन आ जाते हैं।

बिटकॉइन का इस्तेमाल कैसे किया जाता है

बिटकॉइन का इस्तेमाल करने के लिए पहले बिटकॉइन वॉलेट की आवश्यक्ता होती है। वालेट सेंडर और रिसीवर यानी भेजने वाले और पाने वाले दोनों के पास होना चाहिए। उसके बाद रिसीवर यानी बिटकॉइन पाने वाला सेंडर को अपना बिटकॉइन एड्रेस देता है।

सेंडर अपने वॉलेट में उस एड्रेस को डालता है और कितना बिटकॉइन भेजना है यह लिख कर सेंड कर देता है। इस प्रोसेस को पूरा करते ही सेंडर के वॉलेट में पड़े बिटकाइन कट जाते हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि बिटकॉइन तुरंत ही पहुंच जाता है।

वह कई कंप्यूटरों से जुड़ा होता है। वहां से वेरीफाई होने के बाद वह रिसीवर को मिलता है। इस प्रक्रिया में 5-6 मिनट लग जाते हैं। कई बार यह समय आधे घंटे तक हो जाता है। अब सवाल यह आता है कि जब कोई सेंट्रल सिस्सटम नहीं होता तो आखिर बिटकॉइन वेरीफाई किस कंप्यूटर से होता है?

तो आपको बता दें यह वहीं कंप्यूटर होते हैं जिनसे बिटकॉइन की माइनिंग हो रही होती है। यह आपस में एक नेटवर्क से जुड़े हैं। जिसे ब्लॉकचेन (Blockchain) कहते हैं। जितने ज्यादा कंप्यूटर काम करते रहते हैं उतनी ही जल्दी बिटकॉइन सेंड करने का प्रोसेस पूरा होता है।

बिटकॉइन कैसे प्रचलित हुआ

बैंकों से पैसे के ट्रांसफर में समय और धन ज्यादा लगता है। साथ ही यह खर्च और बढ़ जाता है जब आप विदेशों से पैसा भेज रहे हों। फॉरेन एक्सचेंज में लोगों का ज्यादा खर्च लगता था। जबकि यही दाम बिटकॉइन ट्रांसफर में बहुत ही कम हो गया।

कहा जाए तो भेजी जाने वाली राशि के 1 प्रतिशत से भी कम दाम में। जिसके बाद लोगों ने बिटकॉइन का इस्तेमाल शुरू कर दिया। इसकी एक खास बात और थी कि इसे ट्रैक नहीं किया जा सकता था। जिसके कारण सरकारें चिंतित हो गईं।

कई देशों की सरकारों का मानना था कि बिटकॉइन का इस्तेमाल करके अवैध व्यापार जैसे स्म्गलिंग, हथियारों का धंधा किया जा सकता है। इस लिए कई देशों ने इसे बैन कर दिया। बिटकॉइन से पैसा भेजने का फायदा यह भी था कि बिटकॉइन वॉलेट का अकाउंट ब्लॉक नहीं होता है।

2017 में बिटकॉइन तब और चर्चा में आ गया जब उसके एक बिटकॉइन की कीमत करीब 17000 डॉलर पहुंच गई। इसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया।

बिटकॉइन का दाम (Bitcoin Price) क्यों सर्च किया गया

साल 2017 में जिस समय गुजरात में चुनाव थे उस समय बिटकॉइन का दाम तेजी से बढ़ने लगा। जिससे बिटकॉइन खबरों में आ गया। लगातार खबरों में उसके दाम के बढ़ने का सिलसिला देखने को मिल रहा था। कभी जनवरी 2017 में 1 लाख रुपये बिटकॉइन किसने बनाया था? का बिटकॉइन दिसंबर 2017 तक 14 लाख रुपये पहुंच गया।

जिसके कारण बिटकॉइन की ओर लोग आकर्षित हुए और बंपर इन्वेस्ट भी किया। लेकिन दिसंबर के बाद दाम गिरने लगा। आज बिटकॉइन का दाम 3 लाख रुपये से भी कम है। बिटकॉइन के लगातार घटते बढ़ते दामों को देखने के लिए लोगों ने बिटकॉइन प्राइस (Bitcoin Price) सर्च किया।

एलन मस्क(Elon Musk) के अनुसार कौन है बिटकॉइन का असली निर्माता?

Posted on January 2, 2022 Author Reporters Dainik Reporters Comments Off on एलन मस्क(Elon Musk) के अनुसार कौन है बिटकॉइन का असली निर्माता?

एलन मस्क(Elon Musk) के अनुसार कौन है बिटकॉइन का असली निर्माता?(According to Elon Musk, who is the real creator of bitcoin?)

बिटकॉइन (bitcoin)के निर्माण के पीछे के नाम के बारे में चल रही बहस के बीच Elon Musk ने भी सही अनुमान लगाया, क्योंकि कई लोगों ने सातोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) का ही बिटकॉइन के निर्माण में नाम दिया है। Musk को यह भी लगता है कि डिजिटल संपत्ति(Assets ) बिटकॉइन के निर्माता के रूप में क्रिप्टोकरेंसी एक्सपर्ट Nick Szabo भी इस प्रोफाइल के लिए पूरी तरह फिट है।

Elon Musk ने बिटकॉइन निर्माता के नाम पर लगाया पक्का अनुमान
AI रीसर्चर Lex Fridman के साथ पॉडकास्ट (podcast) में नाकामोतो (Nakamoto) के बारे में पूछे जाने पर, Tesla के अरबपति मालिक ने कहा;

“आप बिटकॉइन के लॉन्च होने से ही पहले विचारों के विकास और उनको लिखने वाले के बारें में भी देख सकते है ”

Musk ने कहा कि हालांकि वह स्पष्ट रूप से यह नहीं कह सकते कि बिटकॉइन किसने बनाया, उन्हें लगता है कि Szabo की थ्योरीज (Theories) ने क्रिप्टोकरेंसी के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Elon Musk के अनुसार, बिटकॉइन के निर्माण में Nick Szabo के विचार किसी भी अन्य के विचारों से अधिक भूमिका निभाते है। Tesla के CEO ने यह स्वीकार किया की Szabo, Nakamoto नहीं होने का दावा कर सकता है लेकिन वह इस बात को लेकर इतना निश्चित नहीं है।

Szabo के बिटकॉइन निर्माता होने के पीछे कई संकेत

चूंकि बिटकॉइन को पहली बार अक्टूबर 2008 में Satoshi Nakamoto द्वारा प्रस्तावित किया गया था, और इसने लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दिया की यह एक व्यक्ति का विचार था या कई लोगों के विचारों की उपज थी।

हालांकि, 2014 में, लिंग्विस्टिक रीसर्चरस (linguistic researchers) के ग्रुप ने Nakamoto के बिटकॉइन व्हाइटपेपर(whitepaper) पर गहराई से विचार किया। जिसमें लगभग 11 क्रिएटरों (creators) की लिखावट की तुलना की गई, और परिणाम के अनुसार Szabo की लिखावट पूरी तरह से मैच थी। रीसर्चरस की रिपोर्ट के अनुसार, “Szabo के लेखन और बिटकॉइन व्हाइटपेपर के बीच लिंग्विस्टिक (linguistic) समानता रहस्यमयी थी”। 2015 में, न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया था कि बिटकॉइन का आविष्कार Szabo बिटकॉइन किसने बनाया था? ने किया था। जबकि Szabo ने खुद कई मौकों पर बिटकॉइन के बारे में सार्वजनिक रूप से बात की है, और उन्होंने हमेशा इस दावे को नकारा है कि वे इस डिजिटल संपत्ति (Assets) के निर्माता हैं। अगर पहले की बात को याद करे तो 1998 में Szabo ने ‘बिट गोल्ड’ क्रिप्टो करेंसी बनाई थी। शायद यह एक और कारण है कि उसे अभी भी बिटकॉइन के साथ जोड़ा जा रहा है।

इस बीच, Elon Musk का कहना है कि उन्हें समझ में नहीं आता कि बिटकॉइन के निर्माता के नाम को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है: उनके अनुसार इस चीज से फर्क नहीं पड़ता की इसके निर्माण के पीछे वास्तव में कौन है।

बिटकॉइन आज का रेट क्या है? 1 बिटकॉइन की कीमत

बिटकॉइन आज का रेट

बिटकॉइन आज का रेट की सटीक जानकारी सभी वेबसाइट के माध्यम से प्राप्त नहीं कर सकते हैं। बिटकॉइन आज का रेट देखने के लिए आप गूगल पर सर्च कर सकते हैं “बिटकॉइन आज का रेट” इसमें आपको सबसे टॉप पर बिटकॉइन का रेट देखने को मिल जायेगा। इस आर्टिकल में आज हम बिटकॉइन से संबंधित सभी जानकारी आपको प्रदान करने वाले हैं। बिटकॉइन का रेट रोज बदलता है। इसलिए बिटकॉइन का रेट पता करने के लिए आपको हर रोज बिटकॉइन की जानकारी प्राप्त करनी होगी।

काफी सारे लोग नहीं जानते होंगे कि बिटकॉइन में निवेश कैसे करें? यह जानकारी भी आप हमारे इस आर्टिकल की मदद से प्राप्त कर सकते हैं। काफी सारे लोग बिटकॉइन में हर रोज निवेश करते हैं। काफी सारे ऐसे माध्यम भी हैं जिनके द्वारा आप बिटकॉइन खरीद सकते हैं। चलिए बिटकॉइन के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करते हैं।

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बिटकॉइन क्या है?

बिटकॉइन के बारे में जानकारी प्राप्त करने से पहले क्रिप्टोकरेंसी के बारे में जानकारी प्राप्त बिटकॉइन किसने बनाया था? करना काफी ज्यादा इंपोर्टेंट है। क्रिप्टोकरंसी कंप्यूटर एल्गोरिथ्म पर बनी होती है इसलिए इसका फिजिकल अस्तित्व नहीं होता है। कोई भी क्रिप्टोकरंसी केवल इंटरनेट पर ही मौजूद होती है। बिटकॉइन भी एक क्रिप्टोकरेंसी है। बिटकॉइन को सेव करने के लिए बिटकॉइन वॉलेट होता है। इस बिटकॉइन वॉलेट का इस्तेमाल ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने के लिए करते हैं।

माइक्रोसॉफ्ट और टेस्ला जैसी बड़ी-बड़ी कंपनियां बिटकॉइन को एक्सचेंज के रूप में अपनाते हैं। सन 2008 में बिटकॉइन को सातोशी नाकामोतो ने बनाया था। बिटकॉइन की सबसे छोटी इकाई सातोशी होती है। 1 Bitcoin = 10 crore सातोशी हैं।

1 बिटकॉइन की कीमत

Bitcoin की कीमत हर रोज बढ़ती और घटती है। इसलिए इसकी कोई एक निश्चित कीमत नहीं है। बिटकॉइन की कीमत को जानने के लिए हर रोज इसे इंटरनेट पर देखना होता है। आज 1 बिटकॉइन की कीमत 22 लाख 20 हजार 947.67 रुपए है। यह कीमत कभी भी बदल सकती है। इसलिए एक बिटकॉइन की कीमत को जानने के लिए बार-बार इंटरनेट पर इसकी जानकारी लेनी होती है।

बिटकॉइन कैसे खरीदें

बिटकॉइन आज का रेट क्या है?

जैसा कि हमने आपको बताया था कि बिटकॉइन आज का रेट जानने के लिए आप गूगल पर सर्च करें “बिटकॉइन आज का रेट” तब सबसे ऊपर है आपको बिटकॉइन का रेट पता चल जाएगा। बिटकॉइन का रेट हर समय बदलता रहता है। हमने नीचे एक फोटो आपको दिखाया है जिसमें बिटकॉइन आज का रेट है। बिटकॉइन के अलावा भी काफी सारी क्रिप्टोकरेंसी हैं जिनका रेट हर समय बदलता रहता है। काफी बड़ी बड़ी कंपनियां अलग-अलग क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करती हैं। आज के समय में सबसे ज्यादा निवेश बिटकॉइन में ही किया जाता है।

बिटकॉइन प्राइस टुडे

बिटकॉइन कैसे खरीदें?

बिटकॉइन को आप विभिन्न प्रकार की वेबसाइट से खरीद सकते हैं। हम आपको दो ऐसी वेबसाइट बता रहे हैं जिनसे आप काफी आसानी से बिटकॉइन को खरीद पाएंगे।

Unocoin

इस वेबसाइट के माध्यम से आप बहुत ही आसानी से बिटकॉइन को खरीद सकते हैं। अगर बिटकॉइन आज का रेट बदलता है तो इसके बारे में जानकारी इस वेबसाइट के द्वारा आपको तुरंत मिल जाएगी। यह वेबसाइट बिटकॉइन खरीदने के लिए कोई भी एक्स्ट्रा रुपए नहीं लेती है।

Zebpay

Zebpay भी बिटकॉइन खरीदने के लिए काफी अच्छी वेबसाइट है। इस वेबसाइट की मदद से आप अमेज़न और एमएमटी के वचन भी खरीद सकते हैं। Zebpay का इस्तेमाल काफी सारे लोग करते हैं।

इन्हीं वेबसाइट का इस्तेमाल करके आप बिटकॉइन में निवेश कर सकते हैं। बिटकॉइन में निवेश करते समय काफी ज्यादा ध्यान देना आता है।

बिटकॉइन वॉलेट क्या है?

Bitcoin को सेव करने के लिए एक वॉलेट होता है जिसे हम बिटकॉइन वॉलेट कहते हैं। बिटकॉइन वॉलेट भी काफी सारे प्रकार के होते हैं जैसे कि डेक्सटॉप वॉलेट, मोबाइल वॉलेट, ऑनलाइन आधारित वॉलेट इनमें से किसी एक वॉलेट में अकाउंट बनाना होता है। जब हम बिटकॉइन वॉलेट को बनाते हैं तब हमें एक आईडी प्राप्त होती हैं। अगर आपने बिटकॉइन कमाया है तो वह बिटकॉइन आपके बिटकॉइन वॉलेट में स्टोर रहता है।

बिटकॉइन के लाभ

  • बिटकॉइन के काफी सारे लाभ हैं। हम आपको नीचे कुछ बिटकॉइन से होने वाले फायदे के बारे में बता रहे हैं।
  • बिटकॉइन का सबसे अच्छा लाभ है कि हम बिटकॉइन को कहीं भी और किसी भी व्यक्ति को ऑनलाइन भेजा जा सकता है।
  • अगर हम बिटकॉइन का इस्तेमाल अंतर्राष्ट्रीय लेनदेन में करते हैं तब इसमें कुछ ट्रांजैक्शन फीस लगती है।
  • कभी-कभी बैंक कौन ब्लॉक कर दिए जाते हैं लेकिन बिटकॉइन के अकाउंट को ब्लॉक नहीं किया जा सकता।

पूछे गए सवाल

बिटकॉइन में निवेश कैसे करें?

क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज के जरिए बिटकॉइन में निवेश किया जाता है। निवेश करने के लिए आपसे कुछ आपकी डिटेल मांगी जाती है। बिटकॉइन में निवेश करते समय बिटकॉइन आज का रेट ध्यान देना काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है।

बिटकॉइन प्राइस टुडे क्या है?

वर्तमान समय में 1 बिटकॉइन की कीमत 22 लाख 20 हजार 947.67 रुपए है। लेकिन बिटकॉइन का यह प्राइस लगातार बदलता रहता है।

निष्कर्ष

उम्मीद है कि आपको इस आर्टिकल से बिटकॉइन के बारे में जानकारी प्राप्त हो गई होगी। बिटकॉइन आज का रेट हर समय बदलता रहता है। हमने आपको वर्तमान समय का रेट बताया है। bitcoin price in inr जानना काफी ज्यादा साधारण है आपको केवल गूगल पर सर्च करना है today bitcoin price. इसके बाद आपके सामने सबसे ऊपर ही बिटकॉइन प्राइस टुडे दिखाई देगा।

बिटकॉइन में निवेश करते समय काफी सारी बातों का ध्यान रखना काफी ज्यादा महत्वपूर्ण है। हमने आपको दो ऐसी वेबसाइट बताइए जहां पर आप बिटकॉइन को खरीद सकते हैं और निवेश कर सकते हैं। अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो हमें जरूर बताएं।

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bitcoin

क्या है बिटकॉइन ?
बिटकॉइन वर्चुअल करेंसी हैं . यह अन्य मुद्राओं की तरह जैसे डॉलर, रुपये या पाउन्ड बिटकॉइन किसने बनाया था? की तरह भी इस्तेमाल की जा सकती है. ऑनलाइन पेमेंट के अलावा इसको डॉलर और अन्य मुद्राओं में भी एक्सचेंज किया जा सकता है. यह करेंसी बिटकॉइन के रूप में साल 2009 में चलन में आई थी. आज इसका इस्तेमाल ग्लोबल पेमेंट के लिए किया जा रहा है. बिटकाइन की ख़रीद और बिक्री के लिए एक्सचेंज भी हैं. दुनियाभर के बड़े बिजनेसमैन और कई बड़ी कंपनियां वित्तीय लेनदेन में

दुनिया की सबसे महंगी करेंसी
बिटकॉइन दुनिया की सबसे महंगी करेंसी बन गई है. फिलहाल एक बिटकॉइन की ऑनलाइन या बाजार कीमत करीब 2.69 लाख रुपये से भी ज्यादा है. कम्प्यूटर नेटवर्कों के जरिए इस मुद्रा से बिना बैंक के ट्रांजेक्शन किया जा सकता है. वहीं, इस करेंसी को डिजिटल वॉलेट में भी रखा जाता है.

कैसे काम करती है बिटकॉइन?
आप बिटकॉइन को अपने कंप्यूटर या मोबाइल फोन पर बिटकॉइन वॉलेट के रूप में इंस्टॉल कर सकते हैं. इससे आपका पहला बिटकॉइन एड्रेस बनेगा और जरूरत पड़ने पर आप एक से ज्यादा एड्रेस भी बना सकते हैं. अब आप अपने मित्रों को अपना बिटकॉइन एड्रेस दे सकते हैं. इसके बाद आप उनसे भुगतान ले या उन्हें भुगतान कर भी सकते हैं.

अवैध धंधों में हो रही बड़े पैमाने पर इस्तेमाल
बिटकॉइन का इस्तेमाल ब्लैकमनी, हवाला, ड्रग्स की खरीद-बिक्री, टैक्स की चोरी और आतंकवादी गतिविधियों में बड़े पैमाने पर होता है. बिटकॉइन के बढ़ते इस्तेमाल ने दुनियाभर के देशों में सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ा दी है. भारत में रिजर्व बैंक या किसी भी अन्य रेग्युलेटर बिटकॉइन किसने बनाया था? ने इस वर्चुअल मुद्रा को कानूनी मान्यता नहीं दी है.

देश में भी खूब हो रहा बिटकॉइन में लेनदेन
केंद्र सरकार फिलहाल बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी के ऑनलाइन लेनदेन पर रोक लगाने की स्थिति में नहीं है. इस मामले में सरकार के भीतर हुए विमर्श कई बार हो चुका है. ऐसी करेंसी की ऑनलाइन खरीद-फरोख्त पर नियंत्रण संभव नहीं है. हालांकि अभी सरकार ने इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया है. दुनिया में करीब 90 से अधिक वर्चुअल करेंसी चलन में हैं.

क्या है क्रिप्टो करेंसी का भविष्य
अमेरिकी निवेश बैंक गोल्डमैन सैक्स ने अपने ग्रााहकों को पिछले हफ्ते भेजे नोट में कहा था कि क्रिप्टो करेंसी को अनदेखा नहीं किया जा सकता है. इसमें ग्रोथ की प्रबल संभावना है. भारत में क्रिप्टो करेंसी में शुरुआती कारोबार से जुड़े एमकैप क्रिप्टो करेंसी के संचालक अमित भारद्वाज के मुताबिक क्रिप्टो करेंसी का भविष्य काफी बेहतर है. अगर आप बिटकॉइन में निवेश से चूक गए हैं तो बाजार में क्रिप्टो करेंसी में निवेश के कई और विकल्प हैं. मसलन, एमकैप का मौजूदा भाव 2 डॉलर के करीब है इसके अलावा यूथेरियम क्रिप्टो करेंसी का मौजूदा भाव 300 डॉलर है. जानकारों के मुताबिक एमकैप क्रिप्टो करेंसी का भाव इस साल 50 डॉलर के पार जाने की संभावना है.

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