Fugitive Ipc Manilal Patidar’s 54 Articles Worth Lakhs Attached – भगोड़ा आईपीसी मणिलाल पाटीदार की लाखों रुपये मूल्य के 54 सामान कुर्क
अमर उजाला नेटवर्क, प्रयागराज
Published by: विनोद सिंह
Updated Mon, 05 Jul 2021 11:06 PM IST
मणिलाल पाटीदार आईपीएस
– फोटो : amar ujala
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पाटीदार लंबे समय से फरार चल रहे हैं जिन पर भ्रष्टाचार और क्रशर व्यापारी इंद्रकांत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज है। दोनों मामलों की जांच जोनल स्तर पर गठित एसआईटी कर रही है। जिसने पिछले दिनों ही कोर्ट से कुर्की की कार्रवाई की अनुमति ली थी। प्रयागराज व महोबा से दो टीमें पाटीदार के राजस्थान डूंगरपुर में सरौंदा गांव स्थित उनकेपैतृक घर पर पहुंची।
वहां पता चला कि मकान उनके पिता के नाम है। मकान में एक कमरा मिला जिसमें पाटीदार रहते थे। इसी कमरे में गृहस्थी के 54 सामान मिले। इनमें फ्रिज, वाशिंग मशीन, फर्नीचर व अन्य सामान थे। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने इन्हें कुर्क कर दिया। गौरतलब है कि जांच पड़ताल में पाटीदार की कुछ अन्य राज्यों में भी संपत्ति का पता चला था। जिसके बारे में एसआईटी जानकारी करने में लगी है। मामले में विवेचक एसपी क्राइम आशुतोष मिश्र से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।
विस्तार
महोबा के पूर्व एसपी और फरार आईपीएस मणिलाल पाटीदार की गृहस्थी के 54 सामान पुलिस ने कुर्क कर दिए। राजस्थान के डूंगरपुर जनपद स्थित उनके पैतृक घर पर पुलिस को केवल गृहस्थी केही सामान मिले। जिसकेबाद पुलिस सामान कुर्क कर वापस चली आई। अब अन्य राज्यों में स्थित उनकी संपत्ति का पता लगाने में पुलिस जुटी है।
पाटीदार लंबे समय से फरार चल रहे हैं जिन पर भ्रष्टाचार और क्रशर व्यापारी इंद्रकांत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में मामला दर्ज है। दोनों मामलों की जांच जोनल स्तर पर गठित एसआईटी कर रही है। जिसने पिछले दिनों ही कोर्ट से कुर्की की कार्रवाई की अनुमति ली थी। प्रयागराज व महोबा से दो टीमें पाटीदार के राजस्थान डूंगरपुर में सरौंदा गांव स्थित उनकेपैतृक घर पर पहुंची।
वहां पता चला कि मकान उनके पिता के नाम है। मकान में एक कमरा मिला जिसमें पाटीदार रहते थे। इसी कमरे में गृहस्थी के 54 सामान मिले। इनमें फ्रिज, वाशिंग मशीन, फर्नीचर व अन्य सामान थे। जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने इन्हें कुर्क कर दिया। गौरतलब है कि जांच पड़ताल में पाटीदार की कुछ अन्य राज्यों में भी संपत्ति का पता चला था। जिसके बारे में एसआईटी जानकारी करने में लगी है। मामले में विवेचक एसपी क्राइम आशुतोष मिश्र से बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।