भक्तों के सभी मनोकामनाओं को पूरी करतीं हैं अग्रोपट्टी की मां दूर्गा
बेनीपट्टी : अनुमंडल के अग्रोपट्टी स्थित मां दूर्गा भक्तों की सभी मनोकांमनाएं पूरी करतीं हैं. इन्हें लोग वैष्णवी दूर्गा के नाम से भी जानते है. दूर्गा पूजा समिति के तत्वावधान में हर्ष वर्ष की भांति इस बार भी हर्षोल्लास के साथ शारदीय नवरात्र पूजनोत्सव का आयोजन किया गया. मां का पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी.
बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु मां का खोइन्छा भरते को कतार में घंटों तक खड़ी रहीं. वहीं संध्या बेला में होनेवाली महाआरती में सैंकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा हो ध्यानमग्न हो मां की आरती गाते हैं. इस दौरान पूजा समिति के सदस्यों द्वारा कोविड-19 के गाइडलाइन के पालन के लिये लगातार श्रद्धालुओं को प्रेरित किया गया.
समिति के अध्यक्ष, सचिव और अन्य सदस्यों ने बताया कि पिछले दो साल से कोरोना नामक वैश्विक महामारी को देखते हुए बेहद सादगी और संक्षिप्त कार्यक्रम के तहत पूजनोत्सव मनाया जा रहा है. मां से कामना की जा रही है कि समाज इस कोरोना रूपी महामारी से मुक्त हो सके.
दूसरी ओर अनुमंडल के पाली, बसैठ, शाहपुर, नवटोली, करही, दुरगौली, अकौर, बेहटा, बेनीपट्टी और साहरघाट सहित अन्य दुर्गा मंदिरों में बीते मंगलवार की रात में महाअष्टमी पूजन के रुप में छप्पन व्यंजनों का भोग लगाकर मां कालरात्री एवं महागौड़ी स्वरूप की निशा पूजा की गयी.
इसके साथ ही सभी दुर्गा मंदिरों में बड़ी संख्या में मां का खोइच्छा भरने के लिये महिला श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती रही. खासकर साहरघाट में तो पूरे दिन मंदिर परिसर से दो सौ मीटर की दूरी में महिला श्रद्धालु कतारबद्ध रहीं. कुल मिलाकर समय बीतने के साथ-साथ शारदीय नवरात्र पूजनोत्सव अब परवान पर चढ़ता प्रतीत हो रहा है.
बुधवार को इन मंदिर परिसरों में कुवारीं कन्याओं का पूजन, भोजन करा हवन कर्म के साथ शारदीय नवरात्र की पूर्णाहुति किया गया. चारों तरफ मां के भक्तिमय गीतों पर आधारित बज रहे गीतों और दूर्गा सप्तशती व दूर्गा चालीसा के पाठ से वातावरण गुंजायमान बना हुआ है. इस अवसर पर पूरे अनुमंडल क्षेत्र में माहौल आध्यात्मिक बना हुआ है.